आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और खराब खानपान का स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ रहा है। सोशल मीडिया के इस डिजिटल दौर में, जहां एक ओर टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है, वहीं दूसरी ओर फिजिकल एक्टिविटी की कमी से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। मोटापा, तनाव, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हार्ट डिजीज जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। ऐसे में नियमित एक्सरसाइज न केवल शारीरिक फिटनेस बनाए रखने में मदद करती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाती है। यह शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने, मेटाबॉलिज्म को सुधारने और वजन को कंट्रोल रखने में सहायक होती है। इसके साथ ही, एक्सरसाइज करने से एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होता है, जिसे 'हैप्पी हार्मोन' भी कहा जाता है। एक्सरसाइज करने वाले लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठते हैं, जैसे कि क्या कार्डियो और कोर वर्कआउट एक साथ कर सकते हैं? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने इंटरनेशनल स्पोर्ट्स साइंस एसोसिएशन से प्रमाणित फिटनेस कोच संदीप कुमार से बात की-
कार्डियो और कोर वर्कआउट
कार्डियोवस्कुलर वर्कआउट, जिसे आमतौर पर कार्डियो कहा जाता है, हार्ट और फेफड़ों को हेल्दी रखने में मदद करता है। यह शरीर की सहनशक्ति को बढ़ाता है और वजन घटाने में मदद करता है। दूसरी ओर, कोर वर्कआउट आपके शरीर के मिड-सेक्शन यानी एब्स और लोअर बैक की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
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क्या कार्डियो और कोर वर्कआउट एक साथ कर सकते हैं?
बहुत से लोग यह जानना चाहते हैं कि क्या दोनों वर्कआउट एक साथ करना सही रहेगा। एक्सपर्ट के अनुसार, कार्डियो और कोर वर्कआउट को एक साथ करने का एक स्मार्ट तरीका यह है कि आप अपनी दिनचर्या को इस तरह से प्लान करें कि दोनों का लाभ उठाया जा सके।
पहले कार्डियो या कोर?
अगर आप वजन घटाना चाहते हैं, तो कार्डियो वर्कआउट पहले करें। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह आपके हार्ट रेट को बढ़ाता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है। इसके बाद कोर वर्कआउट से पेट की मांसपेशियों को टोन कर सकते हैं।
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कार्डियो और कोर वर्कआउट के फायदे
जब आप कार्डियो और कोर को एक साथ करते हैं, तो आपका मेटाबॉलिज्म तेज होता है और आप ज्यादा कैलोरी बर्न कर सकते हैं। यह वेट लॉस के लिए फायदेमंद होता है।
कार्डियो आपकी सहनशक्ति को बढ़ाता है, जबकि कोर वर्कआउट आपकी मिडसेक्शन की मसल्स को मजबूत बनाता है। दोनों आपके पूरे शरीर को मजबूत और फिट बनाते हैं।
एक्सपर्ट की सलाह
एक्सपर्ट्स का कहना है कि कार्डियो और कोर वर्कआउट को एक साथ करते समय सही टेक्नीक का पालन करना बहुत जरूरी है। गलत टेक्नीक से चोट लगने का खतरा रहता है।
- हमेशा वार्म-अप सेशन के बाद ही वर्कआउट शुरू करें।
- अपनी क्षमता के अनुसार वर्कआउट का समय तय करें।
- धीरे-धीरे समय को बढ़ाएं ताकि शरीर को आदत हो जाए।
- हाइड्रेशन का ध्यान रखें और पर्याप्त पानी पिएं।
निष्कर्ष
कार्डियो और कोर वर्कआउट को एक साथ करने से आपको कई लाभ मिल सकते हैं। यह आपकी कैलोरी बर्न और कोर मसल्स को एक ही समय में मजबूत बनाता है। बस ध्यान रखें कि सही टेक्नीक का पालन करें और अपने शरीर को समझें।
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