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क्या मीठा ज्यादा खाने से हार्मोन हेल्थ पर असर पड़ता है? जानें एक्सपर्ट से

हार्मोन्स इंबैलेंस होने के कई कारण होते हैं। लेकिन क्या ज्यादा मीठा खाने से भी हार्मोन हेल्थ बिगड़ती है?
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क्या मीठा ज्यादा खाने से हार्मोन हेल्थ पर असर पड़ता है? जानें एक्सपर्ट से


How Sugar Affects Health: हमारी हार्मोन हेल्थ ओवरऑल हेल्थ से जुड़ी होती है। इसलिए हार्मोन्स इंबैलेंस होने के कारण शरीर में कई समस्याएं एक साथ हो जाती हैं। जैसे इंसुलिन इंबैलेंस होने पर डायबिटीज होता है। इसी तरह पीसीओएस और पीसीओडी होने पर फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों में फर्क आता है। हार्मोन्स में गड़बड़ी डाइट और लाइफस्टाइल से जुड़ी गलतियों के कारण होती है। कई लोग मानते हैं कि ज्यादा मीठा खाने से भी हार्मोन्स इंबैलेंस होते हैं। लेकिन क्या ऐसा सच में होता है? इस बारे में जानने के लिए हमने फरीदाबाद स्थित अमृता हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ मोहित शर्मा से बात की।

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क्या ज्यादा मीठा खाने से हार्मोन हेल्थ को नुकसान होता है? Can Sugar Intake Affect Hormone Health

डॉ मोहित शर्मा के मुताबिक ज्यादा मीठा खाने की आदत हार्मोन हेल्थ को नुकसान कर सकती है। इसके कारण इंसुलिन रेगुलेशन बिगड़ सकता है। कोर्टिसोल हार्मोन और सेक्स हार्मोन्स इंबैलेंस हो सकते हैं। जब हम बहुत ज्यादा मीठा खाते हैं, तो हमारी बॉडी ब्लड ग्लूकोज लेवल मैनेज करने के लिए इंसुलिन प्रड्यूज करती है। अगर यह आदत लंबे समय तक बनी रहती है, तो इससे इंसुलिन रेजिस्टेंस होने की संभावना हो सकती है। इसके कारण टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी हो सकता है। टाइप 2 डायबिटीज एक मेटाबोलिक सिंड्रोम है जो हार्मोन हेल्थ को नुकसान करता है।

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शुगर इंटेक और हार्मोन हेल्थ में क्या कनेक्शन है?

एंड्रोजन प्रोडक्शन बढ़ता है

इंसुलिन हार्मोन बढ़ने से एंड्रोजन प्रोडक्शन भी बढ़ जाता है। इसके कारण महिला को पीसीओएस और पीसीओडी का खतरा हो सकता है। इसके कारण पीरियड्स साइकिल इर्रेगुलर हो सकती है। साथ ही, एक्ने और वेट गेन की संभावना भी बनी रहती है।

कोर्टिसोल प्रोडक्शन बढ़ता है

ज्यादा मीठा खाने से शुगर स्पाइक हो सकती है। इसके कारण एड्रनल ग्लैंड कोर्टिसोल ज्यादा प्रड्यूज करना शुरू कर देता है। कोर्टिसोल हार्मोन का प्रोडक्शन बढ़ने के कारण थायराइड फंक्शन भी बिगड़ सकता है। ऐसे में इम्यूनिटी कमजोर होना शुरू हो जाती है और पेट के आसपास चर्बी बढ़ सकती है।

लेप्टिन और घ्रेलिन हार्मोन्स स्लो होना

अत्यधिक मीठा खाने से लेप्टिन और घ्रेलिन हार्मोन काम करना धीमा कर सकते हैं। इसके कारण भूख और सेटिस्फेक्शन में बैलेंस बिगड़ सकता है। खाना खाने के बावजूद भी भूख लग सकती है जिससे वजन बढ़ सकता है।

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एस्ट्रोजन डोमिनेंस

ज्यादा मीठा खाने के कारण एस्ट्रोजन डोमिनेंस की संभावना भी हो सकती है। इसके कारण हार्मोनल डिसऑर्डर जैसे एंडोमेट्रियोसिस और फाइब्रोसिस की संभावना हो सकती है। इससे इंसुलिन रेजिस्टेंस और मोटापे का खतरा बढ़ सकता है।

हार्मोन्स को बैलेंस रखने के लिए क्या करें? How To Balance Hormones

अपनी डेली डाइट में शुगर इंटेक कम करें और मीठे के हेल्दी ऑप्शन ही डाइट में शामिल करें। डेली डाइट में साबुत अनाज, फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स शामिल करें। ये सभी पोषक तत्व हार्मोन्स रेगुलेट करने और इंसुलिन सेंसिटिविटी इंप्रूव करने में मदद करते हैं।

लेख में हमने जाना ज्यादा मीठा खाने से हार्मोन हेल्थ को क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं। यहां हमने आपको सामान्य जानकारी दी है। इस बारे में अधिक जानने के लिए एक्सपर्ट से संपर्क करें।

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