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क्या स्ट्रेस आपके पीरियड्स की ऐंठन को बदतर बना सकता है? डॉक्टर से जानें

अक्सर महिलाएं स्ट्रेस में रहती हैं, जिसके कारण उनको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन क्या इससे पीरियड्स क ऐंठन बढ़ जाती है? आइए लेख में जानें -
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क्या स्ट्रेस आपके पीरियड्स की ऐंठन को बदतर बना सकता है? डॉक्टर से जानें


Can Stress Make Your Period Cramps Worse In Hindi: आज के समय में भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल के कारण ज्यादातर महिलाएं स्ट्रेस में रहती हैं। इसके कारण महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर, कमजोरी होने, इम्यूनिटी के कमजोरी होने, डिप्रेशन होने, चिंता, पाचन से जुड़ी समस्या होने, नींद से जुड़ी समस्या होने, काम पर फोकस करने में परेशानी होने, थकान, मांसपेशियों में दर्द होने और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) जैसे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन क्या अधिक स्ट्रेस में रहने के कारण पीरियड क्रैंप्स की समस्या हो सकती है। ऐसे में आइए जयपुर में स्थित ए 70 लाइफट्रोन्स क्लिनिक की निदेशक और एसडीएम अस्पताल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की एचओडी डॉ. निशि गुप्ता (Dr. Nishi Gupta, Director, A-70 Lifetrons Clinic and HOD Obstetrics & Gynecology Department, SDM Hospital, Jaipur) से जानें क्या स्ट्रेस आपके पीरियड्स की ऐंठन को बदतर बना सकता है?

क्या स्ट्रेस आपके पीरियड्स की ऐंठन को बढ़ा सकता है? - Can Stress Worsen Your Period Cramps?

डॉ. निशि गुप्ता के अनुसार, अधिक स्ट्रेस में रहने के कारण महिलाओं को पीरियड्स में ऐंठन की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बता दें, अधिक स्ट्रेस में रहने के कारण शरीर में हार्मोन्स के असंतुलित होने और मांसपेशियों के टाइट होने की समस्या हो सकती है, जिसके कारण शरीर में दर्द के बढ़ने की समस्या हो सकती है।

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अधिक स्ट्रेस क्रैंप्स को कैसे प्रभावित करती है? - How Does Excess Stress Affect Cramps?

अधिक स्ट्रेस में रहने के कारण महिलाओं को पीरियड क्रैंप्स या ऐंठन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

हार्मोन्स के असंतुलित होने

अधिक स्ट्रेस में रहने के कारण महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स के असंतुलित होने की समस्या होती है, जिसके कारण पीरियड्स की साइकिल के प्रभावित होने और फर्टिलिटी के हार्मोन्स के असंतुलित होने की समस्या होती है, जिसके कारण दर्द और ऐंठन बढ़ती है।

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दर्द बढ़ने की समस्या

अधिक स्ट्रेस में रहने या लंबे समय तक स्ट्रेस में रहने के कारण महिलाओं को शरीर में अधिक दर्द होने और पीरियड क्रैप्स के बढ़ने की समस्या हो सकती है। ऐसे में इनके लक्षणों को नजरअंदाज न करें।

मांसपेशियों में टेंशन होने

अधिक स्ट्रेस में रहने के कारण मांसपेशियों पर भी स्ट्रेस बढ़ता है, जिसके कारण मांसपेशियां टाइट होती है, जो पीरियड्स के दौरान पीरियड्स की ऐंठन और दर्द को बढ़ावा देने जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

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पीरियड्स क्रैप्स और स्ट्रेस को कम करने के लिए क्या करें? - What To Do To Reduce Period Cramps And Stress?

स्ट्रेस को कम करने और इसके कारण होने वाली पीरियड्स क्रैप्स की समस्या से राहत के लिए कुछ उपायों को अपानाया जा सकता है।

नियमित एक्सरसाइज करें

स्ट्रेस को कम करने और पीरियड क्रैंप्स को कम करने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। एक्सरसाइज करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने और ऐंठन या दर्द की समस्या से राहत देने में मदद मिलती है।

पोषक तत्वों से युक्त फूड्स खाएं

स्ट्रेस और पीरियड्स क्रैंप्स की समस्या से राहत के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्वों से युक्त फूड्स को खाएं। इनका सेवन करने से शरीर में हार्मोन्स को बैलेंस रखने और दर्द जैसी समस्याओं से राहत देने में मदद मिलती है।

पर्याप्त नींद लें

पीरियड्स के क्रैंप्स और स्ट्रेस को कम करने के लिए पर्याप्त नींद लें। भरपूर नींद लेने से शरीर में हार्मोन्स को बैलेंस रखने, ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने और पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

स्ट्रेस को कम करें

स्ट्रेस और इसके कारण पीरियड क्रैंप्स की समस्याओं से राहत के लिए नियमित रूप से डीप ब्रीदिंग करें, योग करें और मेडिटेशन करें। इससे ब्रेन को रिलैक्स करने, ब्रेन के कार्यों को बेहतर करने और मांसपेशियों को रिलैक्स करने में मदद मिलती है।

डॉक्टर से सलाह लें

अधिक स्ट्रेस होने और पीरियड्स के दौरान अधिक दर्द होने या ऐंठन होने जैसी परेशानियां होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

निष्कर्ष

अधिक स्ट्रेस में रहने के कारण महिलाओं को पीरियड क्रैंप्स हो सकती है। ऐसा तब होता है हार्मोन्स के असंतुलित होने, मांसपेशियों में टेंशन होने और दर्द बढ़ने की समस्या होने की समस्या हो सकती है। इससे राहत के लिए नियमित एक्सरसाइज करें, पोषक तत्वों से युक्त फूड्स खाएं, पर्याप्त नींद लें, स्ट्रेस को कम करने के लिए मेडिटेशन करें, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें, योग करें और मेडिटेशन करें। इससे ब्रेन को रिलैक्स करने और मांसपेशियों के दर्द को कम करने में मदद मिलती है। ध्यान रहे, स्ट्रेस या पीरियड्स से जुड़ी अधिक समस्या होने पर डॉक्टर से तुंरत सलाह लें।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • स्ट्रेस लेने से कौन सी बीमारी होती है?

    अधिक स्ट्रेस में रहने के कारण महिलाओं को चिंता और डिप्रेशन होने जैसी मानसिक समस्याएं होने, हाई ब्लड प्रेशर, इम्यूनिटी के कमजोर होने, स्ट्रोक आने, ब्लड शुगर, हार्ट से जुड़ी बीमारियों के होने और पाचन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में स्ट्रेस को कम करने की कोशिश करें।
  • स्ट्रेस को दूर करने के लिए क्या करना चाहिए?

    स्ट्रेस को दूर करने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करें, योग करें, पर्याप्त नींद लें, कैफीन के सेवन से बचें, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें, योग करें, मेडिटेशन करें, सोशयल सर्कल में समय बिताएं और हेल्दी डाइट लें।
  • मासिक धर्म में ऐंठन से तुरंत छुटकारा कैसे पाएं?

    पीरियड्स के दौरान ऐंठन की समस्या से राहत के लिए गर्म पानी से नहाएं, पेट के निचले हिस्से में हीटिंग पैड से सिकाई करें, हर्बल टी पिएं, हल्की स्ट्रेचिंग करें, योग करें और हर्बल टी का सेवन करें। इससे पीरियड्स के दौरान दर्द या ऐंठन की समस्या से राहत देने में मदद मिलती है। 

 

 

 

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  • Current Version

  • Oct 23, 2025 19:22 IST

    Published By : Priyanka Sharma

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