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त्वचा की खूबसूरती में चार चांद लगाता है कोलेजन, लेकिन क्या इसे प्रेग्नेंसी में लेना सुरक्षित है?

महिलाएं अपनी स्किन को हेल्दी बनाने के लिए अक्सर कोलेजन सा सेवन करती हैं। यहां जानिए, क्या प्रेग्नेंसी में कोलेजन का सेवन सुरक्षित है?
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त्वचा की खूबसूरती में चार चांद लगाता है कोलेजन, लेकिन क्या इसे प्रेग्नेंसी में लेना सुरक्षित है?


आजकल की बदलती लाइफस्टाइल, अनियमित खानपान, नींद की कमी और तनाव का असर न केवल सेहत पर बल्कि त्वचा यानी स्किन पर भी साफ नजर आता है। उम्र से पहले झुर्रियां, त्वचा का ढीलापन और निखार की कमी जैसी समस्याएं आम होती जा रही हैं। इन्हीं कारणों से आजकल कोलेजन सप्लीमेंट्स का चलन तेजी से बढ़ा है। कोलेजन एक ऐसा प्रोटीन है जो स्किन को लचीला, चमकदार और जवान बनाए रखने में मदद करता है। यही वजह है कि स्किन केयर और एंटी-एजिंग सप्लीमेंट्स में कोलेजन को काफी अहम माना जाता है। लेकिन जब कोई महिला प्रेग्नेंट होती है, तो उसके मन में यह सवाल उठता है कि क्या प्रेग्नेंसी में कोलेजन का सेवन सुरक्षित है? क्या इससे गर्भ में पल रहे शिशु पर कोई असर पड़ सकता है? या फिर क्या इससे महिला के शरीर में कोई साइड इफेक्ट हो सकता है?

प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई बदलाव होते हैं और ऐसे समय में कोई भी सप्लीमेंट लेने से पहले चिकित्सकीय सलाह लेना बेहद जरूरी हो जाता है। इस लेख में हम Dr. Geeta Grewal, Founder and CMD – 9 Muses Wellness Clinic से जानेंगे कि क्या प्रेग्नेंसी में कोलेजन का सेवन सुरक्षित है?

क्या प्रेग्नेंसी में कोलेजन का सेवन सुरक्षित है? - is it safe to take collagen during pregnancy

आजकल महिलाओं में फिटनेस और स्किन हेल्थ को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। खासतौर पर प्रेग्नेंसी के दौरान जब शरीर कई बदलावों से गुजरता है, तो महिलाएं पोषण के साथ-साथ स्किन, बाल और जोड़ों की सेहत का भी ध्यान रखना चाहती हैं। इसीलिए, कोलेजन सप्लीमेंट्स का चलन बढ़ गया है। प्रेग्नेंसी के दौरान सबसे सुरक्षित तरीका है कि आप अपने कोलेजन की जरूरतों को अपनी डेली डाइट से पूरा करें। यदि आपको जरूरत महसूस होती है तो डॉक्टर से सलाह लें, लेकिन खुद से सप्लीमेंट शुरू न करें। यदि डॉक्टर अनुमति देते हैं तो कोलेजन सप्लीमेंट को गर्म पानी, स्मूदी, दूध या सूप में मिलाकर लिया जा सकता है। यह पाउडर, कैप्सूल या लिक्विड फॉर्म में आता है। कई ब्रांड्स अब प्रेग्नेंसी-फ्रेंडली कोलेजन प्रोडक्ट्स भी बना रहे हैं, जो विशेष रूप से महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं।

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is it safe to take collagen during pregnancy

किन महिलाओं को कोलेजन नहीं लेना चाहिए? - Who should avoid taking collagen

  • जिन्हें मछली या अंडे से एलर्जी हो
  • जिनकी प्रेग्नेंसी हाई रिस्क कैटेगरी में हो
  • जिन्हें लिवर या किडनी की समस्या हो
  • जिनके डॉक्टर ने सप्लीमेंट लेने से मना किया हो

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प्राकृतिक रूप से कोलेजन कैसे पाएं?

प्रेग्नेंसी में बैलेंस डाइट से भी कोलेजन का निर्माण शरीर में संभव है। इसके लिए आप इन फूड्स को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।

  • हड्डी का सूप (Bone Broth)
  • अंडे की सफेदी
  • मछली
  • विटामिन C युक्त फल
  • हरी सब्जियां

इन तत्वों से शरीर में नेचुरल रूप से कोलेजन बनने में मदद मिलती है।

निष्कर्ष

प्रेग्नेंसी के दौरान कोलेजन लेना पूरी तरह से सुरक्षित है या नहीं, यह व्यक्ति-विशेष पर निर्भर करता है। यदि किसी महिला को स्किन की समस्याएं, जोड़ दर्द या पोषण की कमी हो, तो डॉक्टर की सलाह पर सीमित मात्रा में कोलेजन सप्लीमेंट लिया जा सकता है। लेकिन अंधाधुंध सेवन या खुद से दवा लेना नुकसानदायक हो सकता है।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • कोलेजन की कमी से क्या होता है? 

    कोलेजन की कमी से शरीर में कई समस्याएं हो सकती हैं। यह स्किन की लोच और चमक को कम कर देता है, जिससे झुर्रियां और ढीलापन आ सकता है। जोड़ों में दर्द और अकड़न होने लगती है। ऐस इसलिए, क्योंकि कोलेजन कार्टिलेज के लिए जरूरी होता है। हड्डियां भी कमजोर होने लगती हैं, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ता है। कुल मिलाकर, कोलेजन की कमी से उम्र बढ़ने के लक्षण जल्दी दिखाई देने लगते हैं।
  • कोलेजन की कमी के क्या लक्षण हैं?

    कोलेजन की कमी के लक्षण धीरे-धीरे दिखाई देते हैं। स्किन ढीली, ड्राई और झुर्रियों वाली हो जाती है। बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं और नाखून जल्दी टूटते हैं। जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन हो सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि कोलेजन हड्डियों और कार्टिलेज को मजबूत बनाए रखता है। मांसपेशियों की ताकत घटती है और थकान जल्दी महसूस होती है। घाव भरने में ज्यादा समय लग सकता है। आंतों की परत कमजोर होने से पाचन समस्याएं भी हो सकती हैं।
  • ड्राई स्किन किसकी कमी से होती है? 

    ड्राई स्किन यानी रूखी त्वचा कई कारणों से हो सकती है, लेकिन अक्सर यह शरीर में नमी, जरूरी फैटी एसिड्स और विटामिन्स की कमी के कारण होती है। खासतौर पर विटामिन E और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी से स्किन की नमी बरकरार नहीं रह पाती, जिससे वह रूखी और बेजान दिखने लगती है। इसके अलावा पानी की पर्याप्त मात्रा न पीने से भी त्वचा ड्राई हो जाती है। बैलेंस डाइट और सही स्किन केयर से इस समस्या से बचा जा सकता है।

 

 

 

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