
Magnesium Deficiency: आजकल नींद न आने की समस्या बहुत ही आम हो गई है। लोगों को अक्सर शिकायत रहती है कि रात को देर तक नींद नहीं आती या फिर बीच-बीच में नींद टूट जाती है। इस वजह से जब वे सुबह उठते हैं, तो सिर में भारीपन और थकावट होना रोजाना की समस्या हो गई है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि नींद न आने का कारण स्ट्रेस और सोने से पहले मोबाइल स्क्रीन पर देर तक लगे रहना भी कारण हो सकता है, लेकिन अगर हम डाइट की बात करें, तो नींद न आने की वजह मैग्निनियम की कमी भी हो सकती है। क्या सच में मैग्नीशियम की कमी से नींद की समस्या हो सकती है? इस बारे में जानने के लिए हमने फरीदाबाद के सर्वोदय अस्पताल की डाइटेटिक्स और न्यूट्रिशन विभाग की सीनियर डाइटिशियन रितिका शर्मा (Ms. Rhitika Sharma, Senior Dietitian, Dietetics & Nutrition, Sarvodaya Hospital, Faridabad) से बात की। मैग्नीशियम की कमी और नींद न आने के कारणों पर बात करने से पहले इसकी जरूरत पर बात करते हैं।
मैग्नीशियम शरीर के लिए क्यों जरूरी?
सीनियर डाइटिशियन रितिका कहती हैं, “मैग्नीशियम को शरीर को शांत करने वाला मिनरल कहा जाता है। आमतौर पर मैग्नीशियम पर ज्यादा बात नहीं होती, इसलिए लोग मैग्नीशियम के फायदों के बारे में ज्यादा नहीं जानते। मैग्नीशियम शरीर को एनर्जी देता है और साथ ही कई बीमारियों से भी बचाता है।” काम करने में मदद करता है और साथ ही की वजह से शरीर में एनर्जी बनी रहती है, नसों में बैलेंस रहता है, नर्वस सिस्टम रिलैक्स रहता है और ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहता है। इसलिए डाइट में मैग्नीशियम पर्याप्त मात्रा में लेते रहना चाहिए।”

इसे भी पढ़ें: मैग्नीशियम की कमी से किन रोगों का जोखिम बढ़ जाता है? डॉक्टर से जानें
मग्नीशियम नींद न आने का कारण कैसे बनता है?
रितिका ने बताया कि कई क्लिनिकल स्टडी से पता चलता है कि खासतौर से बुजुर्गों और स्ट्रेस से परेशान लोगों में मैग्नीशियम सप्लीमेंटेशन से नींद की क्वालिटी में सुधार हुआ है। दरअसल, मैग्नीशियम की कमी के कारण दिमाग ओवरएक्टिव हो जाता है। इससे हार्ट बीट भी रेगुलर नहीं रह पाती। इस वजह से शरीर आराम की अवस्था में नहीं आ पाता और फिर नींद आने में परेशानी होती है। मैग्नीशियम मेलाटोनिन हार्मोन को बनाता है, जिससे नींद से जागने की रिदम मैनेज होती है। मैग्नीशियम की कमी के कारण मेलाटोनिन हार्मोन बनना कम होते हैं।
मैग्नीशियम की कमी से होने वाले लक्षण
रितिका ने मैग्नीशियम की कमी से होने वाले लक्षणों के बारे में बताया और साथ ही ब्लड टेस्ट के जरिए मैग्नीशियम के लेवल को चेक कराने की सलाह दी है।
- पैरों या हाथों में बार-बार ऐंठन या झटके
- थकान, चिड़चिड़ापन और बेचैनी
- नींद की समस्या या बार-बार नींद टूटना
- सिरदर्द या माइग्रेन
- कभी-कभी हार्ट बीट का रेगुलर न होना
- सुबह उठकर सिरदर्द और भारीपन महसूस होना
मैग्नीशियम कम होने के कारण
सीनियर डाइटिशियन रितिका कहती हैं, “जो लोग बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेते हैं, दिन में कई बार चाय या काफी पीते हैं और चीनी बहुत ज्यादा लेते हैं, उन्हें मैग्नीशियम की कमी होने का रिस्क रहता है। इसके अलावा, जो लोग स्मोकिंग और अल्कोहल बहुत ज्यादा लेते हैं, या फिर प्रोसेस्ड फूड बहुत ज्यादा खाते हैं, उन्हें भी मैग्नीशियम की कमी हो सकती है। जिन लोगों को डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं जैसे IBS की समस्या होती है, उनका शरीर मैग्नीशियम को ऑब्जर्ब नहीं कर पाता। इससे मैग्नीशियम कम हो सकता है। कुछ दवाइयां जैसे डायूरेटिक्स और एंटीबायोटिक्स भी इसके स्तर को कम कर सकती हैं।”
मैग्नीशियम कैसे ले सकते हैं?
रितिका ने बताया है कि वयस्क पुरुषों को प्रतिदिन लगभग 400–420 mg और महिलाओं को 310–320 mg मैग्नीशियम लेने की जरूरत होती है।
- डाइट में पालक, सरसों जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां, बादाम, कद्दू के बीज, अलसी, ओट्स, राजमा, चना, डार्क चॉकलेट, एवोकाडो और केला शामिल करना चाहिए।
- रात के समय मैग्नीशियम से भरपूर ड्रिंक या कैमोमाइल टी लेने से नींद में आराम मिल सकता है।
- अगर डाइट से मैग्नीशियम पूरा नहीं हो पा रहा, तो डॉक्टर की सलाह पर मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स लिए जा सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: शारीरिक थकान को दूर करता है मैग्नीशियम, जानें इसके बेस्ट फूड सोर्स
अच्छी नींद के लिए क्या करना चाहिए?
रितिका ने नींद को बेहतर बनाने के लिए टिप्स दिए हैं।
- रेगुलर एक्सरसाइज और मेडिटेशन से नींद को बेहतर किया जा सकता है।
- स्क्रीन टाइम लिमिट में करना चाहिए।
- शाम को हल्की वॉक करने से स्ट्रेस कम हो सकता है।
- सोने का एक फिक्स टाइम बनाएं।
निष्कर्ष
रितिका कहती हैं कि लोग मैग्नीशियम को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन अगर स्ट्रेस, नींद न आने जैसी समस्याएं हो, तो मैग्नीशियम का चेक जरूर कराना चाहिए। साथ ही खाने पर ध्यान देने के साथ साथ लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतों पर भी गौर करना चाहिए।
यह विडियो भी देखें
FAQ
मैग्नीशियम की कमी से कौन सा रोग होता है?
मैग्नीशियम की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस, हाई ब्लड प्रेशर, टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट से जुड़े रोग हो सकते हैं। नींद न आना और हार्ट बीट रेगुलर न होना भी मैग्नीशियम की कमी से हो सकता है।कौन सा फल मैग्नीशियम से भरा होता है?
एवोकाडो, केला, पालक, केल, कटहल में मैग्नीशियम भरपूर होता है।क्या दूध में मैग्नीशियम पाया जाता है?
गाय के दूध में कैल्शियम की मात्रा का लगभग 10% मैग्नीशियम होता है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Nov 06, 2025 17:40 IST
Modified By : Aneesh RawatNov 06, 2025 16:25 IST
Modified By : Aneesh RawatNov 06, 2025 16:22 IST
Published By : Aneesh Rawat