
दिल्ली-NCR की हवा इस समय बेहद खराब है। इस समय के AQI इंडेक्स 263-367 के बीच है। लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया है। जिन लोगों को फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं हैं जैसे कि ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, अस्थमा और सीओपीडी उनके लिए ये मौसम परेशान करने वाला है। हवा में ऑक्सीजल की कमी फेफड़ों को काफी हद तक प्रभावित करती है और इन बीमारियों के लक्षणों को जल्दी ठीक नहीं होने देती। ऐसे में कुछ लोग अपने घरों में एयर प्यूरीफायर लगा रहे हैं तो कुछ ऐसे लोग भी हैं जो कि ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए घरेलू उपचारों की मदद ले रहे हैं जैसे कपूर की पोटली बनाकर सूंघने जैसे घरेलू उपचारों को अपना रहे हैं। सवाल ये है कि क्या कपूर की पोटली सूंघने से शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ता है (Can inhaling camphor increase oxygen level)? इसे लेकर क्या कहते हैं पल्मोनोलॉजिस्ट? सही जानकारी और एक्सपर्ट एडवाइस के लिए हमने डॉ. संदीप काटयार, सीनियर कंसल्टेंट - पल्मनोलॉजी अपोलो स्पेक्ट्रा, हॉस्पिटल कानपुर से बात की।
कपूर की पोटली बना कर सूंघने से ऑक्सीजन लेवल बढ़ाया जा सकता है?
डॉ. संदीप काटयार बताते हैं कि कपूर की पोटली सूंघने से ऑक्सीजन लेवल नहीं बढ़ता है। यह एक भ्रम है जो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है। कपूर यानी कैंफर में एक तेज सुगंध होती है, जो नाक के बंद मार्ग को अस्थायी रूप से खोल सकती है, जिससे व्यक्ति को थोड़ी राहत या सांस लेने में आसानी महसूस हो सकती है लेकिन यह ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने का वैज्ञानिक तरीका नहीं है।
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कपूर के धुएं को सूंघना फेफड़ों के लिए हानिकारक हो सकता है
इतना ही नहीं डॉ. संदीप बताते हैं कि कपूर के धुएं या वाष्प को बार-बार सूंघना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है, क्योंकि इसमें मौजूद केमिकल नाक, आंख और फेफड़ों में जलन पैदा कर सकते हैं। भले ही आपको बंद नाक या कंजेशन के दौरान लगे कि आप बेहतर महसूस कर रहे हैं लेकिन लंबे समय में ये दिक्कत पैदा कर सकती है। उस समय भले ही आपको अहसास न हो पर इस तरह का घरेलू उपचार कभी भी ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में मदद नहीं करता है। आसान शब्दों में समझें तो कपूर की तेज गंध से बंद नाक खुल जाती है, आप अच्छी तरह कुछ देर खुलकर सांस ले पाते हैं और आपको लगता है शरीर का ऑक्सीजन लेवल बढ़ गया है।

ऑक्सीजन लेवल कम हो तो क्या करें?
इस सवाल पर डॉ. संदीप कहते हैं कि अगर किसी व्यक्ति का ऑक्सीजन लेवल कम है, तो उसे तुरंत चिकित्सकीय जांच और उचित इलाज की जरूरत होती है, जैसे ऑक्सीजन सपोर्ट या डॉक्टर की सलाह अनुसार दवाएं। इन तमाम चीजों के अलावा आपको ब्रीदिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए जो इस स्थिति में आपको राहत दिलाए। पेट से गहरी सांस लेने (deep belly breathing) और होंठों को सिकोड़कर सांस (pursed-lip breathing) लेने जैसी तकनीकें फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार कर सकती हैं। नियमित एक्सरसाइज करें। शारीरिक गतिविधि आपके हृदय स्वास्थ्य और फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार कर सकती है। ब्लड सर्कुलेशन सही रहे इसके लिए सही मात्रा में पानी पिएं। ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए आयरन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे पत्तेदार साग और बीन्स का सेवन करें।
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इन चीजों से बचें
स्मोकिंग आपके फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है और ऑक्सीजन के स्तर में कमी का एक प्रमुख कारण है। ज्यादा तनाव उथली सांस लेने का कारण बन सकता है। ध्यान या योग मदद कर सकते हैं। किसी पुरानी फेफड़ों की बीमारी के मरीज हैं तो डॉक्टर के संपर्क में रहें। जैसे कोई दिक्कत हो डॉक्टर को दिखाएं और तुरंत दवा लें।
ध्यान रखें कि कपूर की पोटली सूंघना न तो सुरक्षित उपाय है और न ही असरदार। प्रदूषण के समय सांस से जुड़ी दिक्कतों से बचने के लिए घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनें, पौष्टिक आहार लें और घर में एयर प्यूरीफायर या पौधे जैसे प्राकृतिक उपाय अपनाएं।
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FAQ
कौन सा फल हमारे शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाता है?
विटामिन सी से भरपूर फलों का सेवन शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ा सकता है। ऐसे में आप संतरा, मौसमी और कीवी का सेवन कर सकते हैं जो कि शरीर में ऑक्सीजन बढ़ा सकते हैं।क्या पानी पीने से शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ता है?
पानी पीने से शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ सकता है। दरअसल, पानी ब्लड सर्कुलेशन को तेज करने के साथ शरीर में ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाने में मददगार है जिससे ऑक्सीजन लेवल बढ़ता है।ऑक्सीजन लेवल कम क्यों होता है?
शरीर में ऑक्सीजन की कमी फेफड़ों और हृदय से जुड़ी बीमारियों की वजह से हो सकता है। इसके अलावा एनीमिया, स्मोकिंग और एयर पॉल्यूशन की वजह से भी ऑक्सीजन लेवल कम हो सकती है।
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Nov 07, 2025 16:52 IST
Published By : Pallavi Kumari