Can IBS Or IBD Cause Weight Loss: आईबीएस यानी इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम। यह एक तरह का क्रॉनिक डाइजेस्टिव डिस्ऑर्डर है, जिसमें कई तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं। इसमें ब्लोटिंग, गैस बनना, डायरिया, कब्ज आदि शामिल हैं। ध्यान रखें कि इस समय रहते आईबीएस का इलाज न किया जाए, तो व्यक्ति को कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं। ऐसे में यह सवाल जरूर उठता है कि क्या वाकई आईबीएस की वजह से वजन घटता है? इस बारे में नोएडा सेक्टर 71 स्थित कैलाश अस्पताल में Sr Consultant Internal Medicine डॉ. प्रभात कुमार क्या बताते हैं, आइए जानते हैं।
क्या आईबीएस की वजह से वजन घटता है?- Can IBD Cause Weight Loss
Sr Consultant Internal Medicine डॉ. प्रभात कुमार की मानें, तो आईबीएस अपने आप में वजन घटाने का कारण नहीं बनता है। हालांकि, यह लोगों में अप्रत्यक्ष रूप से वजन घटा सकता है। असल में, आईबीएस होने की वजह से लोगों में खाना खाने की चाह कम हो जाती है और भूख भी कम हो जाती है। अगर आईबीएस से निपटने में मरीज को अधिक समय लग जाए, तो कई बार यह लोगां में एंग्जाइटी का कारण भी बन जाता है। कहने का मतलब यह है कि आईबीएस की वजह से लोगों का खानपान प्रभावित होता है, जिसकी वजह से उनका वेट लॉस होने लगता है। हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि अगर किसी को अचानक वजन कम होने लगे, तो इसकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए। यह न सिर्फ आईबीएस का लक्षण हो सकता है, बल्कि कैंसर, सीलिएक डिजीज होने पर भी वजन घटने की समस्या देखी जा सकती है।
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आईबीएस की वजह से किस तरह वजन कम होता है?
वैसे तो यह स्पष्ट हो चुका है कि आईबीएस की वजह से वजन कम नहीं होता है। लेकिन, इसका इनडाइरेक्ट वेट लॉस पर असर पड़ता है। इसी प्रक्रिया को हम आगे समझते हैं-
डाइट में बदलावः आईबीएस की वजह से लोगों की खानपान की आदतों में काफी ज्यादा बदलाव होने लगते हैं। इसके साथ ही आईबीएस को मैनेज करने के लिए लोग अपनी डाइट से कुछ खास किस्म के फूड आइटम्स को पूरी तरह निकाल बाहर करते हैं। इसमें फ्राइड और रेडी टू ईट फूड भी शामिल हैं। जब आप इस तरह की चीजों को अपनी डाइट का निकाल बाहर करते हैं, तो वजन अपने आप कम होने लगता है।
एंग्जाइटी होनाः कभी-कभी आईबीएस होने पर मरीज की कंडीशन बहुत खराब हो जाती है। व्यक्ति के लिए उसे मैनेज करना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे लोगों के मन में खानपान को लेकर एंग्जाइटी होने लगती है और वे अपनी डाइट से कई चीजों को निकाल देते हैं। इसका मतलब है कि आईबीएस में एंग्जाइटी ओने की वजह से भी वेट लॉस हो सकता है।
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निष्कर्ष
आईबीएस एक गभीर समस्या है। इसकी अनदेखी करना सही नहीं है। इसका ओवर ऑल हेल्थ पर बहुत बुरा असर पड़ता है। हालांकि, इसकी वजह से वेट लॉस नहीं होता है, लेकिन यह कमजोरी और थकान का कारण बन जाता है। साथ ही, जब आईबीएस के मरीज हेल्दी डाइट फॉलो नहीं करते हैं, तो भी वजन पर नेगेटिव असर पड़ सकता है।
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FAQ
क्या आईबीएस में कमजोरी होती है?
आईबीएस की वजह से डायरिया, दस्त, कब्ज जैसे कई तरह की समस्या हो जाती है। ऐसे में मरीज में थकान और कमजोरी होना स्वाभाविक है।आईबीएस पेट में क्या होता है?
आईबीएस की वजह से पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं होती हैं, जैसे पेट में दर्द होना, कब्ज, पेट में सूजन, गैस, दस्त आदि। अगर आईबीएस से रिकवरी में समय लगता है, तो व्यक्ति मानसिक रूप से थकान और कमजोरी भी महसूस करता है।आईबीएस में क्या परहेज करना चाहिए?
आईबीएस होने पर आपको ऐसी चीजें नहीं खानी चाहिए, जिससे पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ सकता है। इसमें लहसुन, डेयरी उत्पाद, शराब, कैफीन, और मसालेदार चीजें शामिल हैं। आईबीएस से रिकवरी के बाद आप लाइट फूड ही खाएं।