Can TB Cause Weight Loss In Hindi: टीबी यानी ट्यूबरक्लॉसिस न सिर्फ एक गंभीर बीमारी है, बल्कि यह संक्रामक भी है। समूचे विश्व में यह एक बड़ी स्वास्थ्य की चिंता का विषय है। टीबी होने पर 3 हफ्ते से ज्यादा समय तक खांसी रहती है। खांसी के साथ-साथ कफ भी निकलता है। इसके अलावा, इसके अन्य लक्षणों की बात करें, तो टीबी का मरीज अक्सर थकान और कमजोरी महसूस करता है, बुखार रहता है और रात के समय बुखार आता है। आमतौर पर टीबी होने पर व्यक्ति हर समय बीमारी जैसा महसूस करता है। कुछ लोगां का मानना है कि टीबी होने पर मरीज का वजन भी तेजी से घटने (Kya tb Ki Wajah Se Wajan Kam Hota) लगता है। सवाल है क्या ऐसा वाकई होता है? यानी क्या टीबी होने पर व्यक्ति का वजन घटने लगता है या फिर यह महज एक मिथक है? यह इसलिए भी जान लेना जरूरी है ताकि व्यक्ति अपने लक्षणों को देखकर सही समय पर अपना इलाज करवा सके। इस लेख में हम जानेंगे कि क्या वाकई टीबी की वजह से वजन घाट सकता है? इस बारे में हमने शारदा अस्पताल में General medicine के Associate Professor डॉ. भूमेश त्यागी से बात की।
क्या टीबी के कारण वजन घट सकता है?- Can TB Cause Weight Loss In Hindi
टीबी न सिर्फ आपके लंग्स को प्रभावित करता है, बल्कि इसका नेगेटिव असर पूरे बॉडी पर पड़ता है। टीबी की वजह से लंग्स में सूजन आ सकती है, जिससे खांसी, सीने में दर्द और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। इतना ही नहीं, टीबी के काराण बहुत ज्यादा बलग बनने की शिकायत भी हो जाती है। ऐसे में मरीज की ब्रीदिंग प्रॉब्लम बढ़ जाती है। हालांकि, हम यहां यह जानना चाहते हैं कि क्या वाकई टीबी के कारण वजन घट सकता है? इस बारे में एक्सपर्ट का कहना है, हां यह सच है कि टीबी की वजह से वजन प्रभावित होता है। दरअसल, टीबी की वजह से मेटाबॉलिज्म इफेक्टेड होता है। ऐसे में, जब मरीज को टीबी हो जाता है, तो एक निश्चित समय के बादउसे रियलाइज होता है कि उसका वजन घट रहा है। इसका एक कारण साइटोकिंस है। इसे आप शरीर का सिपाही कह सकते हैं, जो कि टीबी के संक्रमण से लड़ने में शरीर की मदद करता है। इस कंडीशन में कई बार शरीर में सूजन हो जाती है, जिससे भूख में कमी आने लगती है। नतीजतन, मरीज का वजन तेजी से घटने लगता है। इसके अलावा, टीबी होने पर लेप्टिन हार्मोन पर भी बुरा असर पड़ता है। यह हार्मोन बॉडी में एनर्जी और बॉडी वेट को मेंटेन करने के लिए जिम्मेदार है। टीबी होने पर लेप्टिन हार्मोन के स्तर में बदलाव होने लगता है, जिसका सीधा असर बॉडी वेट पर पड़ता है। कुल मिलाकर आप कह सकते हैं कि टीबी के कारण मरजी का वजन प्रभावित होता है। उसके खाने की इच्छा मर जाती है, जिससे वजन में तेजी गिरावट देखी जा सकती है।
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टीबी के मरीजों का वजन घटने के नुकसान- Disadvantages of losing weight in TB patients
टीबी के मरीजों का अगर वजन घट जाए, तो इससे व्यक्ति को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे-
- इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है।
- अगर टीबी के मरीज का वजन कम होता रहा है, तो यह उसकी रिकवरी के लिए सही नहीं है। दरअसल, वेट कम होने के कारण शरीर की एनर्जी और बीमारी से लड़ने की क्षमता का स्तर गिर जाता है। मरीज के लिए यह सही नहीं है।
- बीमारी लंबे समय तक बन रहती है
- जाहिर है, अगर इम्यूनिटी वीक हो जाती है, तो ऐसे में मरीज बीमारी से रिकवरी नहीं कर पाता है। ऐसे में उसकी बीमारी लंबे समय तक बनी रहती है।
- संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है
- अगर टीबी के मरीज का वजन घटता रहा, तो न सिर्फ उसकी इम्यूनिटी वीक हो जाती है, बल्कि दूसरे किस्म की संक्रमण का रिस्क भी बढ़ जाता है। यह सही नहीं है। टीबी के मरीजों में रिकवरी कम होने के कारण, सीजन बीमारी होने का रिस्क भी बढ़ सकता है।
टीबी के मरीज वजन घटने पर क्या करें- What To Do
टीबी के मरीज को चाहिए कि वे अपने सेहत के प्रति लापरवाही न करें। उन्हें यहां बताए गए टिप्स को अपनाना चाहिए-
- अपने घटते वजन पर नजर रखें।
- डाइट में जरूरी बदलाव करें।
- डॉक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट्स लें।
- अपने हेल्थ के अनुसार ट्रीटमेंट प्लान को मोडिफाई करें।
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