ट्यूबरक्लोसिस यानि टीबी एक गंभीर समस्या है, जिससे बहुत से लोग अभी भी जंग लड़ रहे हैं। हर साल इस बीमारी के कारण दुनियाभर में लाखों लोगों की मौत होती है। शरीर में सही न्यूट्रिशन जाने से आप इस खतरे को कम कर सकते हैं। दरअसल, हाल ही में हुई एक रिसर्च के मुताबिक टीबी से जूझ रहे लोगों को सही न्यूट्रिशन मिलने से इस बीमारी के कारण होने वाले मौत का खतरा कम होता है।
2800 मरीजों पर की गई रिसर्च
लांसेट ग्लोबल हेल्थ जर्नल द्वारा की गई रिसर्च के मुताबिक इस रिसर्च में 2800 मरीजों को शामिल किया गया, जिन्हें नियमित खाने में प्रोटीन के साथ ही साथ मल्टीविटामिन दिया गया। इसके बाद यह देखा गया कि टीबी के नए मरीजों की संख्या काफी कम हुई है। ऐसे में शोधकर्ताओं की एक इंटरनेश्नल टीम ने झारखंड के 4 जिलों में टीबी के कार्यक्रम के दौरान 2800 लोगों को शामिल किया। इन सभी मरीजों को महीने में 10 किलो दाल, चावल, मिल्क पाउडर, तेल और मल्टीविटामिन्स दी गई। 6 महीनों तक उन्हें सही न्यूट्रिशन देने के बाद देखा गया कि इन मरीजों में 40 प्रतिशत तक टीबी का इंफेक्शन कम हुआ था।
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किन लोगों में होता है टीबी का ज्यादा खतरा?
इस विषय पर अधिक जानकारी लेने के लिए हमने बाबू ईश्वर शरण सिंह हॉस्पिटल के सीनियर डॉक्टर और यूपी टीबी कंट्रोल प्रोग्राम के सदस्य डॉ एस के सिंह से बातचीत की। उन्होंने बताया कि एचआईवी और एड्स के मरीजों में भी टीबी होने का खतरा रहता है। अगर आप टीबी से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो संभव है कि आपको भी यह समस्या हो सकती है। स्टेरॉइड का इस्तेमाल करने के साथ ही किडनी से जुड़ी बीमारियों वाले मरीजों को भी टीबी होने का खतरा रहता है। टीबी से बचने के लिए आप खांसते या छींकते समय मुंह पर रुमाल लगाकर रखें। टीबी से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें। ऐसे में बाहर से आने के बाद हाथों को हमेशा साबुन से धोएं।