ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण भी पड़ सकता है मिर्गी का दौरा, एक्सपर्ट से जानें कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

Hypertension and epilepsy: हाई ब्लड प्रेशर मिर्गी के दौरे को ट्रिगर कर सकता है। डॉक्टर से जानते हैं इसका कारण, लक्षण और बचाव के टिप्स। 
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ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण भी पड़ सकता है मिर्गी का दौरा, एक्सपर्ट से जानें कारण, लक्षण और बचाव के उपाय


मिर्गी (Epilepsy) एक क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल डिजीज है जिसमें कि ब्रेन के अंदर कुछ इलेक्ट्रिकल बदलाव होते हैं। ये बदलाव इतने तेजी से होते हैं या इतनी बार होते हैं,  जिससे कि व्यक्ति को दौरा पड़ने लगता है।  मिर्गी के कारणों की बात करें तो, इसमें मस्तिष्क में लगने वाली चोट से लेकर ब्रेन ट्यूमर, ब्रेन इंफेक्शन और अल्जाइमर जैसी बीमारियां तक शामिल हैं। तो, कुछ लोगों को ये ब्रेन में ऑक्सीजन की कमी के कारण होता है। लेकिन आज हम आपको मिर्गी (Epilepsy) के एक ऐसे कारण के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते और इसका शिकार हो जाते हैं। दरअसल, हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर भी मिर्गी का कारण (hypertension and epilepsy) हो सकता है। जिन लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या ज्यादा रहती है उन लोगों में मिर्गी के दौरे ज्यादा पड़ने की संभावनाएं होती हैं। वो कैसे, तो आइए डॉ प्रवीण गुप्ता (Dr. Praveen Gupta), प्रिंसिपल डायरेक्टर और हेड, न्यूरोलॉजी विभाग, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम से जानते हैं।

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क्या हाई बीपी के कारण मिर्गी का दौरा पड़ सकता है-  Can high blood pressure cause epilepsy? 

डॉ. प्रवीण गुप्ता (Dr. Praveen Gupta) की मानें तो, जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं उच्च रक्तचाप और मिर्गी दोनों की घटनाएं बढ़ती हैं। इससे ये पता चलता है कि दोनों के बीच एक सामान्य संबंध है। उच्च रक्तचाप रक्त वाहिकाओं (ब्लड वेसेल्स) की दीवार को नुकसान पहुंचाता है। ये रक्त वाहिकाएं छोटे स्ट्रोक, बड़े स्ट्रोक और रक्तस्राव के कारण मस्तिष्क पदार्थ को नुकसान पहुंचाती हैं। ये मस्तिष्क में चोट की ओर ले जाते हैं, जिससे न्यूरॉन के बीच विद्युतीय कनेक्शन (इलेक्ट्रिकल कनेक्शन) खराब हो जाते हैं, जिससे दौरे पड़ते हैं। कभी-कभी बहुत ज्यादा हाई बीपी ही मस्तिष्क की तीव्र शिथिलता का कारण बनता है जिससे दौरे पड़ते हैं, जो कि एक ऐसी स्थिति है जिसे हापरटेंसिव एन्सेफैलोपैथी (hypertensive encephalopathy)कहा जाता है। फिर जब हम बड़े होते हैं, हाइपरटेंशन के कारण ब्लड वेसेल्स की स्टीफनेस बढ़ती चली जाती है। इससे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या और बढ़ जाती है।

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हाई बीपी के कारण मिर्गी का दौरा को ट्रिगर करने वाले कारक-Causes of epilepsy

डॉ. प्रवीण गुप्ता बताते हैं कि किडनी का सही से काम ना कर पाना, हार्मोनल असंतुलन, पारिवारिक इतिहास, जातीयता, अधिक वजन होना, तंबाकू का अधिक सेवन, आहार में बहुत अधिक नमक और डायबिटीज, सभी उच्च रक्तचाप के जोखिम को बढ़ाते हैं, जो कि मिर्गी के दौरा को ट्रिगर कर सकता है। दरअसल, हाई बीपी के कारण मिर्गी का दौरा पड़ने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जो कि इसके जोखिम को दोगुना करने का काम करते हैं। जैसे कि

1. स्ट्रेस 

चिंता या फिर स्ट्रेस बीपी बढ़ा देती है। दरअसल, जब हम चिंता में होते हैं तो हमारा ब्लड का सर्कुलेशन और दिल की धड़कने दोनों ही तेज हो जाती हैं। साथ ही ब्रेन कुछ अलग तरीके से काम कर रहा होता है। ऐसे में तेजी से ब्लड का सर्कुलेशन ब्रेन की इलेक्ट्रिकल कनेक्शन में परेशानी पैदा करने लगता है और इससे मिर्गी का दौरा पड़ने का खतरा और बढ़ जाता है।

2. दवाइयां

चाहे आपने अपनी रेगुलर दवाइयों को  ना लिया हो या गलत दवाइयां ले ली हो, दोनों ही स्थिति में ब्लड प्रेशर प्रभावित होता है और आपें मिर्गी का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा ये आपको अलग से परेशान करता है और दूसरी स्वास्थ्य स्थितियों को भी ट्रिगर करता है।

3. नींद की कमी

नींद आपके दिमाग के लिए इम्यूनिटी बूस्टर का काम करता है। ऐसे में नींद की कमी आपके ब्रेन को पूरी तरह से नुकसान पहुंचाने का काम करती है। साथ ही नींद की कमी और हाई ब्लड प्रेशर के बीच भी एक कनेक्शन है। दरअसल, जब आप सोते नहीं हैं तो, आपका ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और ये मिर्गी को ट्रिगर करता है। 

4. शराब और कैफिन का अधिक सेवन 

शराब और कैफिन का अधिक सेवन हाई बीपी का कारण बन सकता है। ये ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है और हाई बीपी का कारण बनता है। इसलिए आपको इन दोनों के सेवन को संतुलित करना चाहिए या फिर अगर आपको हाई बीपी की समस्या है तो आपको इसे लेने से बचना चाहिए। 

हाई बीपी के कारण मिर्गी का दौरा पड़ने के लक्षण- Symptoms of epilepsy

हाई ब्लड प्रेशर के कारण जब आपको मिर्गा की समस्या होती है तो आपमें कई लक्षण नजर आ सकते हैं। हालांकि ज्यादातर लक्षणों को आप आसानी से पहचान सकते हैं और उसके अनुसार अपने जोखिम को कम करने की कोशिश कर सकते हैं। जैसे कि

  • -गंभीर सिरदर्द
  • -तेज धड़कन
  • -सिर का भारीपन
  • - नाक से खून बहना
  • - सीने में दर्द 
  • -सांस लेने में कठिनाई
  • -देखने में कठिनाई
  • - थकान 
  • -मतली और उल्टी

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हाई बीपी के कारण मिर्गी का दौरा पड़ने से कैसे बचें- Prevention tips to prevent epilepsy due to high bp

डॉ. प्रवीण गुप्ता बताते हैं कि अगर किसी को हाई बीपी के कारण मिर्गी का दौड़ा पड़ता है तो उसे बचाव के लिए कुछ जरूर कदम उठाने चाहिए। जैसे कि 

1. रेगुलर चेकअप करवाएं

अगर आपको मिर्गी रोग है और बीपी के लक्षण भी महसूस होते हैं तो आप रेगुलर चेकअप करवाएं। ताकि आपको पता चल सके कि आपको हाई बीपी की समस्या है या फिर लो बीपी की। उसके बाद अगर आपको डॉक्टर से पता चल जाता है कि आपको हाई या लो बीपी की समस्या है तो फिर घर पर इसकी होम मॉनिटरिंग करें। 

2. नमक का सेवन कम करें

हाई बीपी की समस्या में नमक का सेवन कम करना बेहद जरूरी है। या फिर आपको संतुलित मात्रा में ही नमक का सेवन करना चाहिए।  इसके लिए अपने डाइनिंग टेबल पर नमक का डिब्बा ना रखें और ज्यादा तेज नमक वाली चीजों को खाने से बचें। 

3. हाई फैट फूड्स से बचें

हाई फैड फूड्स कोलेस्ट्रॉल बढ़ाते हैं और ब्लड वेसेल्स से चिपक जाते हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो जाता है और हाई बीपी की समस्या हो जाती है। इसलिए हाई फैट वाली चीजों के सेवन से बचें। 

इन तीन चीजों के अलावा शराब और कैफीन जैसे उत्तेजक पदार्थों के सेवन को नियंत्रित करें। सप्ताह में लगभग 150 मिनट का नियमित व्यायाम करें जो कि उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। किडनी और डायबिटीज के लिए नियमित जांच करवाते रहें क्योंकि ये हाई बीपी के कारण मिर्गी के जोखिम को बढ़ाता है। इसके अलावा कुछ पैथोफिजियोलॉजिकल तरीके हैं जो हाई ब्लड प्रेशर को मिर्गी से जोड़ते हैं और लाइफ स्टाइल सही करके मिर्गी का दौरा को कम करने में मदद करते हैं।

All images credit: freepik

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