Is It Safe To Go To Gym For Exercise For Heart Patients: हार्ट के मरीजों को ऐसा कोई भी काम करने की सलाह नहीं दी जाती है, जो उनकी सेहत पर नेगेटिव असर डाल सकता है। जैसे उन्हें भारी सामान उठाने के लिए मना किया जाता है या स्पोर्ट्स में हिस्सा लेने की भी मनाही होती है। ऐसे में यह सवाल जरूर उठता है कि क्या फिट रहने के लिए हार्ट के मरीज एक्सरसाइज कर सकते हैं। खासकर, जिम जाकर एक्सरसाइज करना उनके लिए कितना लाभकारी होता है? आइए, जानते हैं इस संबंध में सभी जरूरी बातें। इस बारे में जानने के लिए हमने नोएडा सेक्टर 71 स्थित कैलाश अस्पताल में Sr. Consultant - Cardiology डॉ. अमित हांडा से बात की। (Kya Heart Patients Ko Gym Karna Chahiye)
क्या हार्ट के मरीज जिम में एक्सरसाइज कर सकते हैं?- Can Heart Patients Exercise In Gym
डॉ. अमित हांडा की मानें, तो हार्ट के मरीजों के लिए भी एक्सरसाइज करना बहुत अच्छा होता है। यहां तक कि वे भी जिम जा सकते हैं और एक्सरसाइज का भरपूर लाभ उठा सकते हैं। लेकिन, हार्ट के मरीजों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे जिम में ऐसी कोई एक्सरसाइज न करें, जो उनके हेल्थ पर नेगेटिव असर छोड़ती है। जैसे उन्हें वेट लिफ्टिंग, विगरस एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। डॉक्टर आगे सलाह देते हैं कि उन्हें जिम में एक्सरसाइज की शुरुआत धीरे-धीरे करनी चाहिए और समय बीतने के साथ-साथ एक्सरसाइज की इटेंसिटी पर ध्यान दिया जा सकता है। अगर शरीर इजाजत दे तो आप इंटेंस एक्सरसाइज करने का समयावधि को भी बढ़ा सकते हैं। हां, इस बात का ध्यान हमेशा रखें कि हार्ट के मरीजों को जिम में वर्कआउट करने से पहले डॉक्टर से अप्रूवल जरूर लेना चाहिए। बिना डॉक्टर के सलाह के जिम में एक्सरसाइज करना नुकसानदायक हो सकता है।
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हार्ट मरीजों के लिए जिम में वर्कआउट करने के फायदे
नेशन इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) की मानें, तो हार्ट के मरीजों के लिए भी एक्सरसाइज करना बहुत अच्छा होता है। इससे उनकी हार्ट मसल्स को स्ट्रेंथ मिलती है, जो उनकी ओवर ऑल हेल्थ को फायदा पहुंचाती है। आगे जानते हैं हार्ट मरीज के लिए जिम में वर्कआउट करने के फायदों के बारे में-
ब्लड प्रेशर में सुधारः नियमित रूप से जिम में एरोबिक करने से हार्ट के मरीजों में ब्लड प्रेशर का स्तर सामान्य बना रहता है। ध्यान रखें कि हार्ट के मरीजों के ब्लड प्रेशर का संतुलित होना बहुत जरूरी है। ब्लड प्रेशर सही रहता है, तो हार्ट हेल्थ में सुधार देखा जा सकता है।
कोलेस्ट्रॉल का संतुलित स्तरः हार्ट के मरीजों को हमेशा वजन को संतुलित बनाए रखने की सलाह दी जाती है। सवाल है ऐसा क्यों? ऐसा इसलिए क्योंकि मोटापे के कारण बॉडी में बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है, जिससे हार्ट सुचारू ढंग से काम नहीं कर पाता है। हार्ट के मरीजों के ह्रदय पर बढ़ता दबाव सही नहीं है। बहरहाल, जिम में वर्कआउट करने की वजह से कोलेस्ट्रॉल के संतुलित बनाए रखने में मदद मिलती है।
ब्लड सर्कुलेशन में सुधारः जब हार्ट के मरीज जिम में वर्कआउट करते हैं, तो इससे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है। ब्लड सर्कुलेशन में सुधार की वजह से ब्लड वेसल्स बेहतर रहती है, आर्टरीज फ्लेक्सिबल होती हैं और ओवर ऑल बॉडी में ब्लड फ्लो सही बना रहता है।
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निष्कर्ष
कुल मिलाकर, समझने की बात ये है कि हार्ट के मरीज डॉक्टर की सलाह पर जिम में जाकर एक्सरसाइज कर सकते हैं। हालांकि, उन्हें ऐसी एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए, जो कि हार्ट हेल्थ अतिरिक्त दबाव डालती है। एक्सरसाइज की शुरुआत धीमी करनी चाहिए और धीरे-धीरे इसमें स्पीड और इंटेंसिटी को बढ़ा सकते हैं।
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