
दिन में कई बार जम्हाई लेना सामान्य लगता है। हम थकान महसूस करते हैं, नींद पूरी नहीं हुई होती, या कोई मीटिंग लंबी चल रही होती है, ऐसे में जम्हाई आना एक नेचुरल रिएक्शन है। यह शरीर का तरीका है अलर्टनेस को बनाए रखने, दिमाग के तापमान को कंट्रोल करने और ऑक्सीजन का संतुलन बनाए रखने का लेकिन क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि कभी-कभी जम्हाई बिना किसी वजह के लगातार आती रहती है? और यह सोचकर थोड़ी चिंता भी हो जाती है कि क्या यह सिर्फ थकान की वजह है या कुछ गंभीर संकेत हो सकते हैं? इस लेख में यशोदा हॉस्पिटल्स, हैदराबाद के कंसल्टेंट न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. भरथ कुमार सुरिसेट्टी (Dr. Bharath Kumar Surisetti, Consultant Neurologist, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से जानिए, क्या बार-बार जम्हाई लेना दिमागी बीमारी का संकेत है?
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क्या बार-बार जम्हाई लेना दिमागी बीमारी का संकेत है? - Can frequent yawning indicate brain issue
न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर भरथ कुमार सुरिसेट्टी बताते हैं कि जम्हाई शरीर का एक रिफ्लेक्स है, जो ऑक्सीजन लेवल को संतुलित करने, ब्रेन को ठंडा करने और शरीर को सतर्क बनाए रखने में मदद करता है। यही वजह है कि थकान, बोरियत या नींद की कमी होने पर जम्हाई बार-बार आती है। कई लोग तनाव, एंग्जायटी या शरीर में पानी की कमी की वजह से भी अधिक जम्हाई लेते हैं। इन स्थितियों में जम्हाई पूरी तरह से सामान्य है लेकिन समस्या तब शुरू होती है, जब यह बहुत बार आने लगे और उसके पीछे कोई साफ कारण न मिले।
डॉ. भरथ के अनुसार, लगातार और असामान्य रूप से ज्यादा जम्हाई लेना कभी-कभी न्यूरोलॉजिकल समस्याओं का शुरुआती संकेत हो सकता है। ब्रेन के थर्मोरेग्युलेशन और ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम में होने वाले बदलाव बार-बार जम्हाई को ट्रिगर कर सकते हैं। जब ब्रेनस्टेम, फ्रंटल लोब या वे नर्व पाथवे प्रभावित होते हैं जो शरीर के तापमान और स्वचालित क्रियाओं को कंट्रोल करते हैं, तब अनएक्सप्लेंड यॉनिंग (unexplained yawning) बढ़ सकती है।
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अत्यधिक जम्हाई कुछ गंभीर स्थितियों से जुड़ी हो सकती है, जैसे-
1. Epilepsy (मिर्गी) - कुछ मरीजों में सीजर आने से पहले जम्हाई एक चेतावनी संकेत के रूप में दिखाई देती है।
2. Stroke (स्ट्रोक) - स्ट्रोक होने के बाद रिकवरी फेज में बार-बार जम्हाई आना आम है।
3. Multiple Sclerosis - इस बीमारी में भी ब्रेन की तापमान नियंत्रण प्रणाली प्रभावित हो सकती है।
4. Brainstem lesions - दिमाग के निचले हिस्से में क्षति होने पर भी अत्यधिक जम्हाई देखी गई है।
हालांकि, डॉक्टर यह भी स्पष्ट करते हैं कि केवल जम्हाई को किसी रोग का निश्चित संकेत नहीं माना जा सकता। इसके सही मायने तभी निकाले जा सकते हैं जब यह अन्य लक्षणों के साथ दिखे।
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| संकेत | यह क्यों महत्वपूर्ण है | कब डॉक्टर से मिलें |
| बार-बार जम्हाई आना | थकान, तनाव या नींद की कमी का संकेत हो सकता है | जब लगातार और बिना कारण जम्हाई आए |
| जम्हाई के साथ चक्कर | यह ब्रेन या नर्वस सिस्टम की समस्या का संकेत हो सकता है | तुरंत न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें |
| दवाओं के कारण जम्हाई | कई एंटी-डिप्रेशन और एंग्जायटी दवाओं से होता है | दवा बदलने के लिए डॉक्टर से सलाह लें |
डॉक्टर की सलाह
डॉक्टर भरथ बताते हैं कि अधिकतर मामलों में जम्हाई तनाव, एंग्जायटी, बोरियत, हाई स्क्रीन टाइम, नींद की कमी या डिहाइड्रेशन की वजह से आती है। कई दवाएं, खासकर एंटी-डिप्रेशन और एंटी-एंग्जायटी मेडिकेशन भी बार-बार जम्हाई ला सकती हैं। इसका मतलब यह नहीं कि हर व्यक्ति को न्यूरोलॉजी संबंधी समस्या है।
निष्कर्ष
जम्हाई आना शरीर की एक सामान्य क्रिया है और अधिकतर मामलों में यह बिलकुल हानिरहित होती है लेकिन जब यह बिना किसी स्पष्ट कारण के बार-बार आने लगे और इसके साथ अन्य न्यूरोलॉजिकल लक्षण भी दिखें, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। समय पर जांच कराना संभावित गंभीर समस्याओं को रोक सकता है।
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Nov 28, 2025 11:36 IST
Published By : Akanksha Tiwari