Is Endometriosis Cause Pregnancy Complications In Hindi: एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी बीमारी है, जिससे प्रजनन अंग प्रभावित होती है। इसमें महिला के यूट्रस की परत बनाने वाले टिश्यू अन्य जगह पर विकसित होने लगते हैं और पीरियड ब्लड के साथ बाहर नहीं आते हैं, जो प्रेग्नेंसी में कई परेशानियों को बढ़ा सकता है। एंडोमेट्रियोसिस के कारण प्रेग्नेंसी में कई परेशानियां हो सकती हैं। इसके कारण प्रेग्नेंसी में देरी होने और दर्द होने जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आइए जयपुर में स्थित माहेश्वरी चिकित्सालय की वरिष्ठ सलाहकार प्रसूति एवं स्त्री रोग डॉ. वंदना भराड़िया से जानें क्या एंडोमेट्रियोसिस के कारण क्या प्रेग्नेंसी के दौरान परेशानियां हो सकती हैं?
एंडोमेट्रियोसिस के कारण प्रेग्नेंसी में होने वाली परेशानियां - Complications Of Pregnancy Due To Endometriosis In Hindi
डॉ. वंदना के अनुसार, एंडोमेट्रियोसिस निश्चित रूप से प्रेग्नेंसी से जुड़ी कुछ परेशानियों को बढ़ा सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान एंडोमेट्रियोसिस के कारण महिलाओं को कई परेशानियां हो सकती हैं। वहीं, नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अध्ययन के अनुसार, एंडोमेट्रियोसिस की समस्या से पीड़ित महिलाओं को गर्भपात, रक्तस्राव, सिजेरियन सेक्शन और प्रसूति से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।
गर्भपात की समस्या
एंडोमेट्रियोसिस की समस्या में गर्भाशय में सूजन आने और इससे जुड़ी परेशानियां बढ़ सकती हैं, जिसके कारण एंडोमेट्रियोसिस की समस्या से पीड़ित महिलाओं में गर्भपात की समस्या का खतरा बढ़ता है।
इसे भी पढ़ें: क्या महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस बीमारी के कारण प्रेगनेंट होने में परेशानी आती है? जानें एक्सपर्ट से
प्रेग्नेंसी के दौरान दर्द की समस्या
प्रेग्नेंसी के दौरान एंडोमेट्रियोसिस की समस्या के कारण प्रेग्नेंसी में दर्द, मूड स्विंग्स और थकान जैसी कई समस्याएं हो सकती है। इसके अलावा, प्रेग्नेंसी से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
सिजेरियन का खतरा
प्रेग्नेंसी में एंडोमेट्रियोसिस की समस्या होने पर महिलाओं को सी-सेक्शन यानी सिजेरियन का खतरा बढ़ सकता है, साथ ही, इसके कारण समय से पहले डिलीवरी का खतरा भी बढ़ता है, जिससे प्रीमेच्योर डिलीवरी हो सकती है।
प्रीक्लेम्पसिया की समस्या
एंडोमेट्रियोसिस की समस्या के कारण डिलीवरी के बाद प्रीक्लेम्पसिया की समस्या हो सकती है, जो एक गंभीर समस्या है। इसमें हाई ब्लड प्रेशर के साथ-साथ पेशाब में प्रोटीन का स्तर भी बढ़ जाता है। यह मां और बच्चे दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इस दौरान महिलाओं को अचानक से ब्लड प्रेशर की समस्या होने, सिर में गंभीर दर्द, सांस लेने में परेशानी, पेट में दर्द और पेशाब में प्रोटीन का स्तर बढ़ने की समस्या हो सकती है।
प्लेसेंटा प्रीविया की समस्या
आमतौर पर प्लेसेंटा यूट्रस की ऊपरी दीवार से जुड़ी होता है, लेकिन एंडोमेट्रियोसिस की समस्या के कारण प्लेसेंटा प्रीविया की समस्या हो सकती है। इसमें यूट्रस के निचले हिस्से में स्थित होता है, जिससे यूटरिन सर्विक्स ढक जाता है, जिससे सिजेरियन का खतरा बढ़ता है।
इसे भी पढ़ें: एंडोमेट्रियोसिस में क्यों होता है बार-बार मिसकैरेज, डॉक्टर से जानें
इंफर्टिलिटी की समस्या को बढ़ावा
एंडोमेट्रियोसिस की समस्या के कारण महिलाओं को गर्भ धारण करने में परेशानी होने और इंफर्टिलिटी जैसी की समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। बता दें, एंडोमेट्रियोसिस की समस्या में प्रजनन अंगों को क्षतिग्रस्त कर सकता है और शुक्राणु के गर्भाशय तक पहुंचने में रुकावट पैदा कर सकता है, क्योंकि स्कार टिश्यू फेलोपियन ट्यूब को ब्लॉक कर सकता है।
एंडोमेट्रियोसिस की समस्या में कैसे करें देखभाल? - How To Take Care Of Endometriosis Problem?
प्रेग्नेंसी के दौरा एंडोमेट्रियोसिस की समस्या और सूजन को कम करने वजन को नियंत्रित रखें, बैलेंस डाइट लें। इसके अलावा, नियमित रूप से हल्की वॉक करें, योग प्रशिक्षक की निगरानी में योग करें और नियमित जांच कराएं। बता दें, एंडोमेट्रियोसिस मुख्य रूप से दवाओं से ठीक होता है। इसके लिए डॉक्टर की सलाह के अनुसार 3-6 महीने तक नियमित दवा लेनी चाहिए।
निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी के दौरान एंडोमेट्रियोसिस की समस्या के कारण महिलाओं को स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इसको नजरअंदाज न करें और उससे बचाव के लिए डॉक्टर की सलाह अनुसार, स्वास्थ्य का ध्यान रखें और हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करें।
All Images Credit- Freepik