Impact Of Stress On Baby In Womb During Pregnancy In Hindi: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अच्छी लाइफस्टाइल और हेल्दी डाइट फॉलो करने की सलाह दी जाती है। इस दौरान महिला जो भी खाती-पीती है, इसका सीधा-सीधा असर बच्चे की हेल्थ पर पड़ता है। अगर महिला को किसी भी तरह की शारीरिक समस्या होने लगे, तो बच्चे की हेल्थ बिगड़ सकती है। वह कमजोर हो सकता है, गर्भ के अंदर पलते समय कोई स्वास्थ्य समस्य हो सकती है। पहली बार बनी मांओं के जहन में यह सवाल भी उठ सकता है कि क्या मेंटल स्ट्रेस होने पर भी गर्भ में पल रहे उसके शिशु पर बुरा असर पड़ सकता है? इस संबंध में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की। जानें, क्या है उनकी राय।
प्रेग्नेंसी में स्ट्रेस लेने का बच्चे पर असर- How Stress During Pregnancy Affect The Baby
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को स्ट्रेस नहीं लेना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्यांकि इसका असर गर्भ में पल रहे भ्रूण पर भी पड़ सकता है। महिला विशेषज्ञों की मानें, तो प्रेग्नेंसी के दौरान स्ट्रेस लेने के कारण प्रेग्नेंसी में जटिलताएं आ सकती हैं, महिला के पूरे शरीर में दर्द हो सकता है, मॉर्निंग सिकनेस बढ़ सकती है। इस तरह की शारीरिक समस्याएं होने के कारण स्ट्रेस के स्तर में भी बढ़ोत्तरी होने लगती है। यही नहीं, गर्भ में पल रहे शिशु पर भी इसका बुरा असर पड़ सकता है। अगर स्ट्रेस की वजह से महिला ठीक तरह से सोती या खाती-पीती नहीं है, तो इससे जन्म के समय शिशु का वजन अंडरवेट हो सकता है। यही नहीं, जन्म के बाद भी कुछ बच्चों में फिजिकल या मेंटल हेल्थ इश्यूज डेवेलप होने लगते हैं। विशेषज्ञों का दावा है कि प्रेग्नेंसी के दौरान अगर महिला बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेती हैं, तो इससे बच्चे की मेंटल डेवेलपमेंट पर भी बुरा असर पड़ सकता है। वहीं, अगर महिला स्ट्रेस की वजह से गलत आदतें अपना ले यानी कम सोए, जंक या अनहेल्दी फूड का सेवन ज्यादा करे, तो बीपी, डायबिटीज जैसी गई गंभीर बीमारियां प्रेग्नेंट महिला को भी हो सकती है।
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प्रेग्नेंसी में स्ट्रेस को कम करने के उपाय
घरवालों से बातचीत करें
अगर किसी बात से तनाव हो रहा है, स्ट्रेस बढ़ रहा है या फिर एंग्जायटी हो रही है, तो इसके लक्षणों को नजरअंदाज न करें। तुरंत घरवालों को अपने दिल की फीलिंग शेयर करें। किसी बात से पेरशान हैं, उसे समझने की कोशिश करें। इस तरह स्ट्रेस से बाहर निकलने में मदद मिलेगी।
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हेल्दी डाइट फॉलो करें
ध्यान रखें कि आप पर न सिर्फ आपकी बल्कि एक नन्हे से जान की जिम्मेदारी भी है। इसलिए, अनहेल्दी डाइट कभी फॉलो न करें। हमेशा अच्छी चीजें खाएं और मन को शांत रखने की कोशिश करें।
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रिलैक्सेशन एक्टिविटी करें
किसी बात को लेकर मन बेचैन हो और तनाव के स्तर को कम नहीं कर पा रही हैं, तो इस स्थिति में रिलैक्सेशन एक्टिविटी अपनाएं। इस दौरान, आप मेडिटेशन, योग और एक्सरसाइज कर सकते हैं। इससे स्ट्रेस कम होगा और बच्चे की हेल्थ पर पॉजिटिव असर देखने को मिलेगा।
मन का कुछ करें
अक्सर प्रेग्नेंसी की जर्नी बहुत ही ज्यादा उठापटक से भरी होती है। कभी मूड खराब रहता है, तो कभी मूड बहुत अच्छा हो जाता है। इस तरह के मूड स्विंग से बचा नहीं जा सकता है। हालांकि, मन का कुछ करके आप इस तरह के लक्षणों को कम जरूर कर सकते हैं। आपको चाहिए कि अपने हॉबीज को स्पेस दें, कुकिंग, ड्रॉइंग जैसी चीजें करती रहें। इससे स्ट्रेस कम होगा और मन को खुशी भी मिलेगी।
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