Doctor Verified

क्या एंडोमेट्रियोसिस कैंसर का कारण बन सकता है? जानें डॉक्टर से

Does Endometriosis Increase Cancer Risk: एंडोमेट्रियोसिस का सामना कर रहीं ज्यादातर महिलाएं अक्सर डॉक्टर से ये सवाल पूछती हैं कि क्या ये भविष्य में कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण बन सकती है? आइए जानते हैं इस सवाल का जवाब।
  • SHARE
  • FOLLOW
क्या एंडोमेट्रियोसिस कैंसर का कारण बन सकता है? जानें डॉक्टर से


Does Endometriosis Increase Cancer Risk :एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाली गंभीर समस्याओं में से एक है। एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) में गर्भाशय के अंदर की परत यानी एंडोमेट्रियम जैसी ऊतक (tissue) शरीर के अन्य हिस्सों में बढ़ने लगती है। एंडोमेट्रियोसिस की परेशानी में पीरियड्स के दौरान असहनीय दर्द, सेक्स के दौरान दर्द और शौच करते समय दर्द की समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है। दर्दनाक होने के बावजूद एंडोमेट्रियोसिस की स्थिति को भारत में बहुत ही आम माना जाता है। लेकिन जो महिलाएं एंडोमेट्रियोसिस का इलाज करवाती हैं, वो अपने डॉक्टर से ये सवाल जरूर पूछती हैं कि क्या एंडोमेट्रियोसिस कैंसर का कारण (Does Endometriosis Increase Cancer Risk) बन सकता है?

इस लेख में हम इसी सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए हमने फरीदाबाद स्थित क्लाउडनाइन अस्पताल की वरिष्ठ स्त्री रोग सलाहकार डॉ. शैली शर्मा (Dr. Shailly Sharma, Senior Consultant Gynaecology and Associate Director at Cloudnine Hospital, Faridabad) से बात की।

इसे भी पढ़ेंः रुके हुए पीरियड्स को जल्द लाने में मदद करेगा ये हर्बल काढ़ा, न्यूट्रिश्निस्ट से जानें रेसिपी

एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण क्या हैं- What are the symptoms of endometriosis

डॉ. शैली शर्मा के अनुसार, एंडोमेट्रियोसिस की स्थिति में गर्भाशय की आंतरिक परत की तरह की कोशिकाएं गर्भाशय के बाहर आ जाती हैं। इस स्थिति में महिलाओं को कई प्रकार की शारीरिक परेशानियां होती हैं। जिनमें शामिल हैः

  • पीरियड्स के दौरान असहनीय दर्द
  • पेल्विक में दर्द
  • लगातार ब्लीडिंग होना
  • इनफर्टिलिटी
  • सेक्स के दौरान दर्द होना

इसे भी पढ़ेंः एक दिन में पैरासिटामॉल की कितनी गोलियां खा सकते हैं? एक्सपर्ट से जानें इसे ज्यादा खाने के नुकसान

क्या एंडोमेट्रियोसिस के कारण कैंसर हो सकता है- Can endometriosis cause cancer

The Lancet Oncology द्वारा 2012 में की गई एक रिसर्च का हवाला देते हुए डॉ. शैली शर्मा बताती हैं कि जिन जिन महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस है, उनमें ओवेरियन कैंसर का जोखिम 30–40% तक ज्यादा होता है। दरअसल, जब लंबे समय तक एंडोमेट्रियोसिस का बेसिक इलाज नहीं करवाया जाता है, तो इस स्थिति में एंडोमेट्रियोसिस की गांठ, विशेषकर ओवरी पर बनी endometriomas में म्यूटेशन (mutation) की संभावना ज्यादा होती है। इन गांठों का इलाज न करवाया जाए, तो ये कैंसर का रूप धारण कर सकती है। स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ के अनुसार, एंडोमेट्रियोसिस के कारण महिलाओं में कैंसर होने की संभावना काफी ज्यादा है। एंडोमेट्रियोसिस के कारण महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन और क्रोनिक सूजन की स्थिति में देखी जाती है। इन चीजों का इलाज अगर समय पर न किया जाए, तो ये कैंसर का रूप ले सकती है। ये दोनों ही स्थिति जानलेवा हो सकता है।

- ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (Oxidative Stress): एंडोमेट्रियोसिस के कारण होने वाली ब्लीडिंग अगर लंबे समय तक बनी रहती है, तो ये ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का कारण बनती है। कई रिसर्च में ये बात सामने आ चुकी है कि ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस लंबे समय तक बना रहे, तो ये कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण बन सकता है।

इसे भी पढ़ेंः महिलाओं के शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने पर दिखाई देते हैं ये 7 संकेत, भूलकर भी न करें नजरअंदाज

- एपीजेनेटिक बदलाव: हार्मोनल असंतुलन के कारण एंडोमेट्रियोसिस में डीएनए परिवर्तन हो सकते हैं, जो कैंसर का कारण बनते हैं।

किन महिलाओं को कैंसर का खतरा ज्यादा है- Which women are at higher risk of cancer

1. जिन महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस की समस्या पुरानी हो गई। 40 से ज्यादा उम्र की महिलाओं को।

2. जिन महिलाओं के परिवार में ओवेरियन कैंसर कि किसी प्रकार का इतिहास रहा हो।

3. जिनके एंडोमेट्रियोसिस का इलाज लंबे समय तक नहीं हुआ हो।

1-uterinecancer

एंडोमेट्रियोसिस में कैंसर से बचाव कैसे करें- How to prevent cancer in endometriosis

डॉक्टर का कहना है कि जिन महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस है, उन्हें नियमित रूप से पेल्विक अल्ट्रासाउंड और CA-125 टेस्ट करवाना चाहिए। यह शुरुआती स्टेज में ही किसी भी प्रकार के कैंसर का संकेत दे सकते हैं। महिलाओं को ये सभी मेडिकल टेस्ट डॉक्टर की सलाह पर ही करवाने चाहिए।

स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ का कहना है कि हर एंडोमेट्रियोसिस कैंसर में नहीं बदलता है, लेकिन इस स्थिति को पूरी तरह से अनदेखा नहीं दिया जा सकता है। अगर आपको या आपके परिवार के किसी अन्य सदस्य को एंडोमेट्रियोसिस की परेशानी है, तो उसे बिल्कुल भी अनदेखा न करें।

इसे भी पढ़ेंः पीरियड्स में होने वाले तेज दर्द से जुड़ी है एंडोमेट्रियोसिस की बीमारी, जानें कैसे करती है शरीर को प्रभावित?

निष्कर्ष

डॉक्टर के साथ बातचीत के आधार पर ये कहा जा सकता है कि एंडोमेट्रियोसिस कोई साधारण बीमारी नहीं है। यह शारीरिक और मानसिक रूप से महिलाओं को प्रभावित करती है। हालांकि हर एंडोमेट्रियोसिस कैंसर नहीं होता है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि इसका समय रहते इलाज न कराया जाए। अगर आपको स्वयं में एंडोमेट्रियोसिस का कोई लक्षण नजर आता है, तो इस विषय पर डॉक्टर से बात करें।

FAQ

  • एंडोमेट्रियोसिस कैंसर कब बनता है?

    एंडोमेट्रियोसिस आमतौर पर कैंसर का कारण नहीं बनता है। लेकिन लंबे समय तक एंडोमेट्रियोसिस का इलाज न कराया जाए और ये शरीर के अन्य अंगों में बना रहे तो ये कैंसर का कारण बन सकता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक, एंडोमेट्रियोसिस विशेष रूप से तब कैंसर बन सकता है जब जीन म्यूटेशन, लगातार सूजन और एंडोमेट्रिओमा की वृद्धि लंबे समय तक बनी रहे।
  • एंडोमेट्रियोसिस और ओवेरियन कैंसर के बीच संबंध

    एंडोमेट्रियोसिस विशेष रूप से क्लियर सेल्स और endometrioid ओवेरियन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है, खासकर जब यह ओवरी में एंडोमेट्रिओमा के रूप में लंबे समय तक मौजूद रहता है। इस स्थिति में जीन म्यूटेशन बढ़ता है और ये ओवेरियन कैंसर के खतरे को कई गुणा बढ़ाते हैं।
  • मुझे कैसे पता चला कि मुझे गर्भाशय का कैंसर है?

    अगर आपको नियमित तौर पर ब्लीडिंग, मेनोपोज के दौरान ब्लीडिंग, पेल्विक में दर्द, तेजी से बिना किसी कारण वजन कम होने की समस्या हो रही है, तो ये गर्भाशय के कैंसर का पहला संकेत हो सकता है। अगर आपको ऊपर दिखाए गए लक्षण स्वयं में नजर आते हैं, तो अल्ट्रासाउंड, बायोप्सी और ब्लड टेस्ट जैसे मेडिकल टेस्ट करवाएं।

 

 

 

Read Next

क्या एंडोमेट्रियोसिस के कारण पीठ दर्द की समस्या हो सकती है? बता रहे हैं डॉक्टर

Disclaimer