Is Gram Flour Good For Diabetes: हेल्दी और फिट रहने के लिए डाइट ठीक होना बहुत जरूरी है। अगर आपकी डेली डाइट में सभी पोषक तत्व नहीं होंगे, तो शरीर में उस पोषक तत्व की कमी हो सकती है। भारतीय खाने में दाल, दही, सब्जी और रोटी सभी चीजों को मिलाकर बैलेंस्ड मील माना जाता है। कई लोग बेसन की रोटी भी डेली डाइट में खाना पसंद करते हैं। बेसन की रोटी न सिर्फ स्वाद बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है। इससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है और इसके सेवन से शरीर को पोषण भी मिलता है। लेकिन क्या डायबिटीज में बेसन की रोटी खा सकते हैं? क्या इससे ब्लड शुगर लेवल इंप्रूव होता है? इस बारे में जानने के लिए हमने फरीदाबाद स्थित मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल की हेड डायटिशियन डॉ नीति शर्मा से बात की। आइए लेख में एक्सपर्ट से जानें इस बारे में।
क्या डायबिटीज के मरीज बेसन की रोटी खा सकते हैं? Is Besan Roti Good For Diabetics
एक्सपर्ट के मुताबिक, डायबिटीज में बेसन की रोटी खाना पूरी तरह सेफ होता है। डायबिटीज के पेशेंट डेली डाइट में इसे शामिल कर सकते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि बेसन को चने की दाल से तैयार किया जाता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है इसलिए इसके सेवन से इंसुलिन स्पाइक नहीं होता है। बेसन में प्रोटीन और डाइटरी फाइबर की मात्रा अधिक होती है। ये पोषक तत्व ब्लड स्ट्रीम में ग्लूकोज सोखना धीमा कर देते हैं।
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डायबिटीज में बेसन की रोटी कैसे फायदेमंद होती है? Why Besan Roti Beneficial In Diabetes
बेसन कॉम्पलेक्स कार्बोहाइड्रेट है जिसमें आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियन जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व बॉडी में ब्लड शुगर को मैनेज करने में जरूरी हैं जिससे डायबिटीज कंट्रोल रखने में मदद मिलती है। बेसन की रोटी खाने से बॉडी को एनर्जी मिलती है और ओवरऑल हेल्थ को फायदा होता है। डायबिटीज वालों के लिए बेसन की रोटी चावल और गेंहू से भी अच्छा ऑप्शन है, क्योंकि इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल बैलेंस रहता है।
इन बातों का रखें ध्यान
- बेसन की रोटी बनाते हुए ध्यान रखें कि आप घी या तेल इस्तेमाल न करें। इसे साधारण रोटी की तरह तवे पर सेक कर ही बनाएं। इसे ज्यादा न्यूट्रिशियस बनाने के लिए आप इसमें हाई फाइबर वाली चीजें जैसे ओट्स या गेंहू का आटा भी मिला सकते हैं।
- डायबिटीज में बेसन की रोटी फायदेमंद है। लेकिन पॉर्शन कंट्रोल पर ध्यान देना न भूलें। ऐसा इसलिए, क्योंकि बेसन पचने में समय लेता है। इसका ज्यादा मात्रा में सेवन करने से भी सेहत को नुकसान हो सकता है।
- अगर आप सब्जी, दाल और दही के साथ दो छोटी बेसन की रोटी भी खा रहे हैं, तो यह आपके लिए एक बैलेंस्ड मील बन जाएगा। जिससे आपको प्रोटीन, हेल्दी फैट्स, कार्ब्स और फाइबर सभी पोषक तत्व मिलेंगे।
- अगर आप डायबिटीज के अलावा किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या के लिए भी दवा लेते हैं, तो किसी डाइट एक्सपर्ट की सलाह पर ही इसका सेवन करें।
- अगर आपका पाचन तंत्र कमजोर है और आपको कोई भी चीज आसानी से नहीं पचती है। ऐसे में इसे डेली डाइट में बेसन रोटी शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर करें। क्योंकि इसे पचने में समय लगता है और यह डायबिटीज में पेट खराब होने की वजह भी बन सकता है।
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निष्कर्ष
एक्सपर्ट के मुताबिक, डायबिटीज में बेसन की रोटी खा सकते हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है इसलिए यह इंसुलिन स्पाइक होने से रोकती है। इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल भी बैलेंस रहता है और डायबिटीज कंट्रोल रहती है। बेसन की रोटी खाने से पाचन तंत्र भी स्वस्थ रहता है और इससे डायबिटीज में वेट लॉस करना भी आसान हो जाता है। इस लेख में आपको सामान्य जानकारी दी गई है। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए एक्सपर्ट से संपर्क करें।
FAQ
क्या बेसन की रोटी मधुमेह रोगियों के लिए अच्छी है?
एक्सपर्ट के मुताबिक, मधुमेह रोगियों के लिए बेसन की रोटी बेहद फायदेमंद होती है। यह डाइजेशन इंप्रूव करने और वेट लॉस करने में मदद करती है। इसके सेवन से ब्लड शुगर कंट्रोल रहती है और इंसुलिन स्पाइक होने का खतरा नहीं होता है।बेसन किसे नहीं खाना चाहिए?
जिन लोगों को बेसन से एलर्जी है उन्हें बेसन अवॉइड करना चाहिए। जिन लोगों का पाचन तंत्र खराब है या जिन्हें गुर्दे से जुड़ी समस्या रहती है, उन्हें बेसन का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आपको त्वचा संबंधित समस्याएं रहती हैं या गर्मी ज्यादा लगती है, तब भी इसका सेवन संभलकर करें।क्या शुगर में बेसन का चीला खा सकते हैं?
शुगर के मरीज बेसन का चीला खा सकते हैं। सका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है इसलिए यह इंसुलिन स्पाइक होने से रोकती है। इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल भी बैलेंस रहता है और डायबिटीज कंट्रोल रहती है।