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क्या अश्वगंधा लेने से एंग्जाइटी हो सकती है? जानें क्या कहते हैं आयुर्वेद एक्सपर्ट

Can Ashwagandha Cause Anxiety: माना जाता है कि अश्वगंधा का सेवन करने से कोर्टिसोल का स्तर कम होता है। क्या ऐसे में कहा जा सकता है कि यह तनाव कम करता है? या वाकई अधिक मात्रा में अश्वगंधा लेने से एंग्जाइटी बढ़ सकती है? जानें, इस लेख में।
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क्या अश्वगंधा लेने से एंग्जाइटी हो सकती है? जानें क्या कहते हैं आयुर्वेद एक्सपर्ट

Can Ashwagandha Cause More Anxiety: आपने सुना होगा कि अश्वगंधा हमारे लिए बहुत ही अच्छा होता है। आयुर्वेदाचार्य भी इस बात की पुष्टि करते हुए यह बताते हैं कि अश्वगंधा का इस्तेमाल हमारे यहां सदियों से हो रहा है। हमारे स्वास्थ्य इसका गहरा असर पड़ता है। यह पुरुष और महिला दोनों के लिए बेहतरीन टॉनिक की तरह काम करता है। इसका सेवन करने से याददाश्त बेहतर होती है, मसल्स स्ट्रेंथ बढ़ती है, ब्लड शुगर का स्तर मैनेज होता है और अर्थराइटिस के मरीजों के लिए भी यह फायदेमंद है। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि इसका मानसिक स्वास्थ्य पर भी अच्छा असर पड़ता है। इसके बावजूद, लोगों के बीच एक बात फैली हुई है कि क्या अश्वगंधा लेने से एंग्जाइटी बढ़ती है। इस लेख में सिरसा के रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से हम जानेंगे कि इस बात में कितनी सच्चाई है? या यह महज एक मिथक है।


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क्या अश्वगंधा लेने से एंग्जाइटी हो सकती है?- Can Ashwagandha Increase Your Anxiety

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इस बात में कोई सच्चाई नहीं है कि अश्वगंधा लेने से एंग्जाइटी हो सकती है। यह पूरी तरह से एक मिथक है। इस बात की पुष्टि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) से होती है। इसी रिपोर्ट से यह पता चलता है कि अश्वगंधा का सेवन करने से स्ट्रेस और एंग्जाइटी का स्तर कम होता है। दरअसल, अश्वगंधा का सेवन करने की वजह से कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर गिरता है, जिससे मन शांत होता है। इस तरह देखा जाए, तो अगर किसी को तनाव है, तो उनके लिए अश्वगंधा का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।

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अश्वगंधा एंग्जाइटी को कैसे कम करता है?

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तनाव में कमीः डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार, "अश्वगंधा एक तरह का एडाप्टोजेन है। एडाप्टोजेन उन जड़ी बूटियों को कहा जाता है, जो कि शरीर को तनाव से निपटने में मदद करते हैं। इसका मतलब है कि जब आप सीमित मात्रा में और एक्सपर्ट की सलाह पर अश्वगंधा लेते हैं, तो यह बायोलॉजिकली और फिजिकली स्ट्रेसर का विरोध करने में मदद करता है।"

कोर्टिसोल में कमीः डॉ. श्रेय शर्मा आगे समझाते हैं कि कोर्टिसोल एक तरह का स्ट्रेस हार्मोन है। जब व्यक्ति तनाव में होता है, तो ऐसे में बॉडी अपने आप इस हार्मोन को रिलीज करने लगती है। ध्यान रखें कि अगर कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है, तो इसकी वजह से तनाव बढ़ सकता है। वहीं, जब अश्वगंधा का सेवन करने से इस हार्मोन के स्तर में गिरावट आ सकती है, जिससे व्यक्ति को फील गुड होने का अहसास होता है।

मन शांत होनाः चूंकि, अश्वगंधा का सेवन करने से कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर में कमी आती है। यह स्ट्रेस और एंग्जाइटी के अन्य लक्षणां को भी कम करने में मदद करता है। ऐसे में यह कहना बिल्कुल गलत नहीं है कि अश्वगंधा का सेवन करने से स्ट्रेस या एंग्जाइटी को कम होता है

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निष्कर्ष

अश्वगंधा का सेवन करना हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। इसका सेवन करने से स्ट्रेस और एंग्जाइटी का स्तर कम होता है। इस बात का ध्यान रखें कि किसी भी स्थिति में अश्वगंधा का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए। आप इसका सेवन क्यों कर रहे हैं, आपकी उम्र क्या है? इस तरह फैक्टर्स पर इसकी डोज तय होती है। हमेशा इसका सेवन एक्सपर्ट की सलाह पर करें।

All Image Credit: Freepik

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  • Current Version

  • Oct 15, 2025 13:34 IST

    Published By : Meera Tagore

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