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क्या बिना सर्जरी के एडेनोइड्स का इलाज किया जा सकता है? डॉक्टर से जानें

Adenoids: एडेनोइड्स का बढ़ना एक गंभीर समस्या हो सकती है जिसका इलाज समय पर करवाना जरूरी है। आइए, डॉक्टर से जानते हैं इस समस्या का कारगर इलाज। 
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क्या बिना सर्जरी के एडेनोइड्स का इलाज किया जा सकता है? डॉक्टर से जानें


एडेनोइड्स (Adenoids in hindi), जिन्हें नासोफेरींजल टॉन्सिल के रूप में भी जाना जाता है, गले के पीछे, नरम तालू के ऊपर टिशूज की ग्रंथी है। दरअसल, यह हमारे इम्यून सिस्टम का हिस्सा हैं और शरीर को तमाम प्रकार के संक्रमणों से बचाने में मदद करता है। दरअसल, एडेनोइड्स बैक्टीरिया, वायरस और अन्य रोगजनकों को फिल्टर करने में मदद करते हैं जो नाक के माध्यम से शरीर में प्रवेश करते हैं। इसे ऐसे समझें कि आपके शरीर को तमाम प्रकार के बैक्टीरियल और वायरल अटैक से बचाने में एडेनोइड्स आपकी मदद कर सकता है। इसके अलावा एडेनोइड्स एंटीबॉडी का उत्पादन करते हैं और संक्रमण से लड़ने के लिए इम्यून सेल्स को सक्रिय करते हैं। लेकिन, कई बार में एडनोइड्स में सूजन आ जाती है या फिर यह बढ़ने लगता है। ऐसे में एक सावल यह उठता है कि क्या बिना सर्जरी के एडेनोइड्स का इलाज किया जा सकता है। जानते हैं इस बारे में Dr. Nayan K. Shetty Consultant ENT Surgeon, Wockhardt Hospital Mumbai Central से पर उससे पहले जान लेते हैं किन लोगों में ज्यादा होता है एडेनोइड्स से जुड़ी दिक्कतों का खतरा।

किन लोगों में ज्यादा होता है एडेनोइड्स की दिक्कतों का जोखिम

सबसे पहले तो 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में एडेनोइड की समस्या ज्यादा देखी जाती है। डेकेयर में बच्चों के संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। एडेनोइड समस्याओं या एलर्जी का पारिवारिक इतिहास इस जोखिम को बढ़ा सकता है। इसके अलावा कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में भी इस बीमारी का खतरा ज्यादा देखा जाता है। एडेनोइडाइटिस, अक्सर वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण के कारण होती है। दरअसल, एडेनोइड्स बैक्टीरिया के लिए प्रजनन स्थल बन सकते हैं, जिससे बार-बार कान में संक्रमण, साइनसाइटिस या टॉन्सिलिटिस हो सकता है।

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एडेनोइड्स का समय पर इलाज क्यों है जरूरी?

एडेनोइड्स का समय पर इलाज इसलिए जरूरी ही क्योंकि इसकी वजह से व्यक्ति को कई समस्याओं का सामन करना पड़ सकता है। जैसे कि
-लंबे समय तक एडेनोइड्स से जुड़ी दिक्कत रहने पर आपको नींद की गड़बड़ी यानी ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया, खर्राटे या सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
-बार-बार कान में संक्रमण या सुनने की क्षमता में कमी आ सकती है।
-साइनसाइटिस या क्रोनिक साइनस की समस्या हो सकती है।
-एडेनोइड समस्याएं बच्चों में बोलने, खाने और तमाम प्रकार के फंक्शन को प्रभावित कर सकता है।

Adenoids in kids

क्या बिना सर्जरी के एडेनोइड्स का इलाज किया जा सकता है?

Dr. Nayan K. Shetty बताते हैं कि एडेनोइड्स नाक के पीछे स्थित छोटे लसीका ऊतक होते हैं जो बच्चों में संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। हालांकि, जब वे बढ़ जाते हैं या बार-बार संक्रमित हो जाते हैं, तो वे सांस लेने में कठिनाई, खर्राटे, नाक से बोलने में कठिनाई, कान में संक्रमण या बार-बार होने वाली सर्दी का अनुभव कर सकते हैं। बीमारी पुरानी होने पर सर्जरी यानी एडेनोइडेक्टॉमी (adenoidectomy surgery) की मदद लेनी पड़ सकती है। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि यह हमेशा पहला या एकमात्र समाधान नहीं होता है। किसी भी प्रकार का ट्रीटमेंट लक्षणों की गंभीरता और आवृत्ति पर निर्भर करता है। हल्के से मध्यम मामलों में, गैर-सर्जिकल दृष्टिकोण प्रभावी हो सकते हैं, खासकर छोटे बच्चों में जहां एडेनोइड समय के साथ स्वाभाविक रूप से सिकुड़ सकते हैं। इसलिए डॉक्टर सर्जरी से पहले कुछ ट्रीटमेंट देते हैं। जैसे कि

  • -सूजन को कम करने के लिए नाक के स्टेरॉयड स्प्रे
  • -संक्रमण होने पर एंटीबायोटिक्स
  • -एलर्जी ट्रिगर के मामले में एंटीहिस्टामाइन या एंटी-एलर्जी दवाएं दी जाती हैं
  • -कंजेशन कम करने के लिए नमक के पानी से नाक धोना मदद कर सकता है।

जीवनशैली में बदलाव भी एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। यह सुनिश्चित करना कि बच्चा एलर्जी से दूर रहे, हाइड्रेटेड रहे और नाक से जुड़ी साफ-सफाई बनाए रहे तो इस दिक्कत से बचने में मदद मिल सकती है। कुछ मामलों में इम्यूनिटी बढ़ाने वाले टिप्स और ब्रीदिंग एक्सरसाइज की भी सिफारिश की जाती है।

हालांकि, अगर एडेनोइड गंभीर रूप से बढ़े हुए हैं और ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया, निगलने में कठिनाई या बार-बार कान में संक्रमण जैसी समस्याएं पंदा कर रहे हैं, तो सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। हम आमतौर पर एडेनोइडेक्टोमी पर विचार करते हैं जब मेडिकल ट्रीटमेंट काम नहीं करते हैं। निष्कर्ष में, एडेनोइड्स को अक्सर सर्जरी के बिना प्रबंधित किया जा सकता है, खासकर अगर जल्दी पता चल जाए। तो माता-पिता की यह जिम्मेदारी बनती है कि बच्चे में अगर लक्षण नजर आ रहे हैं तो डॉक्टर को दिखाएं।

FAQ

  • क्या एडेनोइड्स का बढ़ना स्लीप एपनिया का कारण बन सकता है?

    एडेनोइड्स का बढ़ना, जो सांस लेने में बाधा डाल सकता है, स्लीप एपनिया का कारण बन सकता है। कई मामलों में एडेनोइड्स की सर्जरी के बाद स्लीप एपनिया की समस्या कम हो सकती है। हालांकि, कुछ मामलों में एडेनोइड्स अपने आप सूखने लगते हैं जिससे दिक्कत अपने आप कम हो जाती है।
  • एडेनोइड्स को कैसे साफ करें?

    एडेनोइड्स को नमक के खारे पानी से (saline nasal rinse help with) साफ किया जाता है। इससे टिशूज में आई सूजन कम होती है और कंजेशन में कमी आती है। तो डॉक्टर के बताए अनुसार आप एडेनोइड्स को साफ कर सकते हैं।
  • एडेनोइड्स में क्या नहीं खाना चाहिए?

    एडेनोइड्स की समस्या में हाई फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स से परहेज करना चाहिए। साथ ही ज्याजा मसालेदार और एसिडिक फूड्स के सेवन से बचें। इससे कंजेशन और जलन को कम करने में मदद मिल सकती है और आप बेहतर महसूस कर सकते हैं।

 

 

 

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