What is Budd Chiari Syndrome: बड चियारी सिंड्रोम एक दुर्लभ बीमारी है, जिसमें लिवर की नसें (Hepatic Veins) ब्लॉक हो जाती हैं। यह ब्लॉकेज लिवर से ब्लड सर्कुलेशन को रोक देती है, जिससे लिवर पर दबाव बढ़ता है और वह ठीक से काम नहीं कर पाता। इसके कारण पेट में सूजन, दर्द और कई बार पीलिया जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। यह समस्या अचानक हो सकती है या धीरे-धीरे पनप सकती है। अगर समय पर इसका इलाज न हो, तो यह लिवर फेलियर का कारण बन सकती है। यह बीमारी थ्रोम्बोसिस (खून के थक्के) या लिवर की नसों की असामान्य संरचना के कारण होती है। गर्भावस्था, इंफेक्शन या कुछ क्रोनिक बीमारियां भी इसके पीछे का कारण बन सकती हैं। सही समय पर इलाज से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। इस लेख में जानेंगे इसके लक्षण, कारण, इलाज और बचाव के उपायों के बारे में। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
बड चियारी सिंड्रोम क्या है?- What is Budd Chiari Syndrome
यह लिवर की एक दुर्लभ लेकिन गंभीर बीमारी है। यह बीमारी वयस्कों में देखी जाती है। इस बीमारी में जो नसें, लिवर से शरीर के अन्य हिस्सों में ब्लड ले जाती हैं, वे ब्लॉक हो जाती हैं। इन नसों को हेपेटिक नर्व्स कहा जाता है। जिन लोगों को यह बीमारी होती है, उनके लिवर में ब्लड वैसल्स, ब्लड क्लॉट का रूप ले लेती हैं और नसें ब्लॉक होने लगती हैं। नसों के ब्लॉक होने से ब्लड, लिवर में जमा हो जाता है और फैल जाता है। इस बीमारी में पेट के ऊपरी बाएं हिस्से में मौजूद तिल्ली भी ब्लॉकेज के कारण बढ़ जाती है।
इसे भी पढ़ें- नसों की ब्लॉकेज दूर करने के लिए अपनाएं ये 3 खास उपाय, जल्द मिलेगी दर्द से राहत
बड चियारी सिंड्रोम के लक्षण- Budd Chiari Syndrome Symptoms
- पेट में दाहिनी ओर दर्द होना
- पेट में सूजन आना
- भूख की कमी होना
- वजन कम होना
- पीलिया होना
- पैरों में सूजन होना
- थकान और कमजोरी महसूस होना
- उल्टी और मतली की समस्या होना
बड चियारी सिंड्रोम के कारण- Budd Chiari Syndrome Causes
- लिवर की नसों में खून के थक्के जमने की समस्या, थ्रोम्बोसिस के कारण बड चियारी सिंड्रोम हो सकता है।
- पॉलीसाइथेमिया वेरा (पीवी) या मायलोप्रोलिफेरेटिव डिसऑर्डर (एमपीडी) जैसे क्रोनिक डिजीज के कारण यह बीमारी हो सकती है।
- गर्भावस्था या गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करने के कारण होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण भी यह बीमारी होती है।
- बैक्टीरियल या फंगल इंफेक्शन के कारण यह बीमारी होती है।
- लिवर की नसों की असामान्य संरचना का कारण, लिवर में मौजूद कोई जन्मजात विकार हो सकता है।
बड चियारी सिंड्रोम का डायग्नोसिस- Budd Chiari Syndrome Diagnosis
नसों की रुकावट का पता लगाने के लिए ये टेस्ट किए जाते हैं-
- अल्ट्रासाउंड और डॉप्लर स्कैन
- एमआरआई और सीटी स्कैन
- लिवर बायोप्सी
- ब्लड टेस्ट
बड चियारी सिंड्रोम का इलाज- Budd Chiari Syndrome Treatment
- नसों की रुकावट को हटाने के लिए शंट सर्जरी की जाती है।
- गंभीर मामलों में लिवर ट्रांसप्लांट होता है।
- बैलून एंजियोप्लास्टी भी की जाती है।
- पेट की सूजन को कम करने के लिए डाययूरेटिक्स या ब्लड क्लॉट को रोकने के लिए एंटीकोएगुलेंट्स दवाएं दी जाती हैं।
बड चियारी सिंड्रोम से बचने के उपाय- Budd Chiari Syndrome Prevention Tips
- लिवर को स्वस्थ रखने के लिए अपने आहार में ताजे फल, सब्जियां, प्रोटीन और फाइबर युक्त आहार को शामिल करें।
- ज्यादा तेल, मसाले और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
- धूम्रपान और एल्कोहल से बचें। इससे लिवर पर दबाव पड़ता है और ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट आ जाती है।
- एक्सरसाइज और वॉक करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और लिवर हेल्दी रहता है।
- इंफेक्शन के कारण भी यह बीमारी हो जाती है इसलिए बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन को रोकने के लिए साफ-सफाई पर गौर करें और समय पर जरूरी वैक्सीन लगवाएं।
बड-चियारी सिंड्रोम को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। अगर पेट में असामान्य दर्द या सूजन महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।