Signs of Chronic Diseases: क्रोनिक डिजीज ऐसी स्थिति होती है जिसमें समस्या लंबे समय तक शरीर को परेशान कर सकती हैं। ये बीमारियां तीन महीने से लेकर सालभर भी चल सकती हैं। अगर इन समस्याओं को शुरुआत में ही कंट्रोल न किया जाए, तो ये जिंदगी भर की समस्याएं बन सकती हैं। ऐसी स्थिति में इस समस्या को केवल कंट्रोल रखा जा सकता है। इसलिए जरूरी है इन समस्याओं को शुरुआत में ही कंट्रोल कर लिया जाए, जिससे यह पूरी तरह खत्म हो जाएं। क्रोनिक डिजीज में डायबिटीज, दिल से बीमारियां और अस्थमा जैसी समस्याएं शामिल हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं क्रोनिक डिजीज की शुरुआत से पहले शरीर में कुछ संकेत नजर आते हैं। अगर समय रहते इन्हें कंट्रोल कर लिया जाए, तो क्रोनिक डिजीज का खतरा कम किया जा सकता है। इस बारे में हमने जाना कॉस्मेटोलॉजिस्ट व होम्योपैथिक फिजिशियन और न्यूट्रिशन कंसल्टेंट स्मिता भोईर पाटिल से। आइए इस लेख में जानें इन संकेतों के बारे में।
शरीर में सामान्य लगने वाले क्रोनिक डिजीज के संकेत- What Are The Signs of Chronic Diseases
हमेशा थकावट रहना- Chronic Fatigue
हर वक्त थकावट महसूस होना नॉर्मल नहीं होता है। यह हाइपोथायरायडिज्म और क्रोनिक थकान सिंड्रोम का संकेत भी हो सकता है।
बार-बार सिर दर्द होना- Frequent Headaches
अगर आपको अक्सर सिर दर्द की समस्या रहती है, तो इसे नजरअंदाज न करें। बार-बार सिर दर्द होना माइग्रेन, हाई ब्लड प्रेशर और न्यूट्रिशनल डिफिशिएंसी का संकेत हो सकता है।
सांस लेने में परेशानी होना- Shortness of Breath
अगर आपको सांस लेने में परेशानी होती है, तो इसे नॉर्मल न समझें। अगर रोजमर्रा में यह परेशानी हो रही है, तो ये रेस्पिरेटरी और कार्डियोवैस्कुलर डिजीज से जुड़ा हो सकता है।
नींद में परेशानी होना- Insomnia
बार-बार नींद खुलना या थकावट के बावजूद नींद न आना नॉर्मल नहीं है। यह एंग्जायटी, स्लीप एपनिया और हार्मोनल इंबैलेंस से जुड़ा हो सकता है।
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चेस्ट पेन होना- Chest Pain
सीने में दर्द को कभी भी नजरअंदाज न करें। क्योंकि चेस्ट पेन होना दिल से जुड़ी बीमारियों और हार्ट अटैक आने का संकेत हो सकता है।
वजन में अचानक बदलाव आना- Weight Fluctuations
वजन में अचानक बदलाव आना नॉर्मल नहीं है। अगर आपका वजन अचानक कम या ज्यादा हुआ है, तो आपको तुरंत चेकअप करवाना चाहिए। क्योंकि अचानक वजन में बदलाव थायराइड, डायबिटीज और मेटाबॉलिक डिसऑर्डर का संकेत हो सकता है।
मसूड़ों से खून आना- Bleeding Gems
मसूड़ों से खून आना हमेशा सामान्य नहीं होता है। यह शरीर में विटामिन-सी की कमी और दांतों की बीमारी की ओर संकेत करता है।
ज्यादा प्यास लगना- Excessive Thirst
बहुत ज्यादा प्यास लगना और बार-बार यूरिनेट के लिए जाना नॉर्मल नहीं है। ऐसे में अगर वजन में भी फर्क है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है।
पेट फूलना- Bloating
रोज पेट फूलने की समस्या होना नॉर्मल नहीं है। यह पेट से जुड़ी समस्याओं और फूड इनटॉलेरेंस का संकेत हो सकता है।
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कब्ज की समस्या रहना- Constipation
कब्ज की समस्या रोज होना नॉर्मल नहीं है। खानपान की गलतियों के अलावा यह बीमारियों से संबंधित हो सकता है। यह हाइपरथायरायडिज्म और न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर से संबंधित भी हो सकता है।
मेमोरी इशुज होना- Memory Issues
अगर आप बार-बार चीजें भूल जाते हैं तो आपको अपनी मेंटल हेल्थ पर ध्यान देना चाहिए। क्योंकि यह डिमेंशिया, विटामिन-बी की कमी और स्ट्रेस डिसऑर्डर का संकेत हो सकता है।
मसल्स पेन होना- Muscles Pain
मांस पेशियों के दर्द को कभी भी नजरअंदाज न करें। क्योंकि मांसपेशियों का दर्द क्रोनिक इंफ्लामेशन और न्यूट्रिएंट्स की कमी की ओर इशारा करता है।
एंग्जायटी रहना- Anxiety
एंग्जायटी होना या दिल की धड़कन बढ़ना नॉर्मल नहीं है। बार-बार बेचैनी और चिंता महसूस करना दिल से जुड़ी बीमारियों और हाइपरथायरायडिज्म का संकेत हो सकता है।
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