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क्या ऑटोइम्यून डिजीज पूरी तरह ठीक हो सकते हैं? समझा रहे हैं डॉक्टर

Can Autoimmune Disorders Be Cured In Hindi: ऑटोइम्यून डिजीज एक भयावह स्थिति होती है। जिस व्यक्ति को ऑटोइम्यून डिजीज होता है, वह जीवनभर उससे पीड़ित रहता है। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं है कि इसे मैनेज न किया जा सके।
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क्या ऑटोइम्यून डिजीज पूरी तरह ठीक हो सकते हैं? समझा रहे हैं डॉक्टर


Kya Autoimmune Disease Thik Hota Hai: ऑटोइम्यून डिजीज एक ऐसी हेल्थ कंडीशन होती है, जिसमें हमारी अपनी इम्यून सिस्टम बॉडी को डिफेंड करने के बजाय अटैक करने लगती है। इसे सरल शब्दों में समझें, तो हमारी इम्यून सिस्टम को बॉडी को बाहरी संक्रमण और वायरस से बचने के लिए डिजाइन किया गया है। लेकिन, कभी-कभी शरीर में कुछ ऐसा हो जाता है, जिसकी वजह से इम्यून सिस्टम बाहरी संक्रमण या वायरस से लड़ने के बजाय अपनी ही बॉडी को नुकसान पहुंचाने लगता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस स्थिति को ऑटोइम्यून डिस्ऑर्डर भी कहते हैं। आमतौर पर ऑटो इम्यूनि डिजीज क्रॉनिक होते हैं यानी लंबे समय तक चलते हैं और कई बार व्यक्ति की कंडीशन बहुत खराब हो जाती है, मगर किसी भी दवा से उसे मैनेज करना संभव नहीं हो पाता है। ऐसे में यह सवाल सबको परेशान कर सकता है कि क्या ऑटोइम्यून डिजीज पूरी तरह ठीह को सकते हैं? इस बारे में हमने ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित सर्वोदय अस्पताल में Consultant - Rheumatology डॉ. गौरव सेठ से विस्तार से बात की। (Autoimmune Disorders Kya Hota Hai)

क्या ऑटोइम्यून डिजीज पूरी तरह ठीक हो सकते हैं?- Is Autoimmune Disorder Curable In Hindi

जैसा कि हमने पहले ही जिक्र किया है कि ऑटोइम्यून डिजीज (Autoimmune Kya Hota Hai)  का मतलब होता है बॉडी का इम्यून सिस्ट डिफेंस की तरह काम नहीं करता है, बल्कि खुद बॉडी को अटैक करता है। इसी से यह स्पष्ट हो जाता है कि ऑटोइम्यून डिजीज को पूरी तरह ठीक किया जाना संभव नहीं है। इस संबंध में डॉटक्टर विस्तार से समझाते हैं, ‘आमतौर पर ऑटोइम्यून डिजीज का कोई निश्चित इलाज मौजूद नहीं है। हां, कुछ दवाओं और लाइफस्टाइल में बदलाव करके ऑटोइम्यून डिजीज के लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है और प्रभावित हिस्से को डैमेज होने से बचाया जा सकता है।’ डॉक्टर आगे बताते हैं, "ऑटोइम्यून डिजीज को मैनेज करने के लिए ऐसी दवाइयां दी जाती हैं, जिससे बॉडी इंफ्लेमेशन को रोका सके। साथ ही, जीवनशैली में जरूरी बदलाव किए जाते हैं। इससे मरीज को बेहतर और सामान्य जिंदगी जीने में मदद मिलती है।"

इसे भी पढ़ें: ऑटोइम्यून रोग बन सकते हैं कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण, डॉक्टर से जानें इससे बचने के तरीके

ऑटोइम्यून डिजीज के रिस्क फैक्टर्स

विशेषज्ञों की मानें, तो अब तक यह पता नहीं चला है कि ऑटोइम्यून डिजीज क्यों होता है। लेकिन, कुछ कारकों को इसके लिए जिम्मेदार माना जा सकता है-

जेनेटिक्सः अगर पहले परिवार में किसी को ऑटोइम्यून डिजीज रहा है, तो भावी पीढ़ी को भी ऑटोइम्यून डिजीज होने का रिस्क रहता है। जैसे अगर किसी को डायबिटीज है, तो उनके बच्चों को भी भविष्य में डायबिटीज होने का रिस्क काफी ज्यादा होता है। 

एन्वायरमेंटल फैक्टर्सः हालांकि, अब तक यह स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता है कि किस तरह के एन्वायरमेंटल फैक्टर्स ऑटोइम्यून डिजीज का कारण हो सकते हैं। लेकिन, ऑटोइम्यून डिजीज को ट्रिगर करने में पर्यावरणीय कारकों को भी जिम्मेदार माना जाता है।

जेंडरः आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ऑटोइम्यून डिजीज का रिस्क अधिक होता है। बेटरहेल्थ में प्रकाशित एक लेख से भी इस बात की पुष्टि होती है कि ऑटोइम्यून डिजीज से ग्रसित लोगों में तीन चौथाई महिलाएं हैं।

संक्रमणः कुछ ऑटोइम्यून डिजीज ऐसे होते हैं, जो संक्रमण की वजह से ट्रिगर हो सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: ऑटोइम्यून डिजीज क्यों होती हैं? डॉक्टर से जानें कारण और इलाज

ऑटोइम्यून डिजीज का इलाज

  1. ऑटोइम्यून डिजीज का कोई इलाज नहीं है। इस बात की पुष्टि हमने शुरू में ही की है। लेकिन, कुछ तरीकों से इसे मैनेज किया जा सकता है, जैसे-
  2. सूजन संबंधी समस्या है, तो डॉक्टर की सलाह पर एंटी-इंफ्लेमेटरी मेडिसिन लेनी होती है।
  3. जोड़ों में दर्द या इस तरह की अन्य समस्याओं को कम करने के लिए फिजिकल थेरेपी की मदद ली जा सकती है।
  4. कुछ कमी के कारण ऑटोइम्यून डिजीज ट्रिग हो रहा है, तो डाइट या मेडिसिन के जरिए उस तथाकथिकत कमी को पूरा करने की कोशिश की जा सकती है। जैसे डायबिटीज के मरीजों के इंसुलिन कारगर तरीके से काम करता है।
  5. कई बार ऑटोइम्यून डिजीज से छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर सर्जरी करते हैं। हालांकि, किस कंडीशन में सर्जरी की जरूरत पड़ती है, इस संबंध में डॉक्टर आपको विस्तार से समझा सकते हैं।

All Image Credit: Freepik

FAQ

  • क्या भविष्य में ऑटोइम्यून बीमारी ठीक हो सकती है?

    ऑटोइम्यून डिजीज का कोई स्थाई इलाज नहीं है। ये क्रॉनिक होते हैं और आमतौर पूरी जिंदगी ये बीमारी बनी रहती है। हालांकि, कुछ बीमारियों के लक्षणों को सही तरह से मैनेज किया जाए, तो स्थिति को कंट्रोल किया जा सकता है।
  • ऑटोइम्यून बीमारी का सबसे अच्छा इलाज क्या है?

    ऑटोइम्यून बीमारी होने पर रेगुलर डॉक्टर के पास विजिट करें, उनकी दी हुई दवा लें और जीवनशैली में जरूरी बदलाव करें।
  • ऑटोइम्यून बीमारी कितनी घातक होती है?

    ऑटोइम्यून बीमारी तब होती है, जब शरीर का इम्यून सिस्टम गलती से अपने ही हेल्दी सेल्स को अटैक करने लगता है। इस तरह की स्थिति में इम्यून सिस्टम बाहरी संक्रमण और वायरस के बीच फर्क नहीं कर पाता है। बहरहाल, यह कितना घातक होगा, यह मरीज की कंडीशन पर निर्भर करता है।

 

 

 

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  • Current Version

  • Nov 02, 2025 10:17 IST

    Published By : Meera Tagore