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क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया क्या है? जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव

What is Chronic Myeloid Leukemia: क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया बोन मैरो में कोशिकाओं के असामान्य रूप से बढ़ने के कारण होता है।
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क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया क्या है? जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव


What is Chronic Myeloid Leukemia: क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया (सीएमएल) एक प्रकार का ब्लड कैंसर है जो ब्लड और बोन मैरो (अस्थि मज्जा) में असामान्य सफेद ब्लड कोशिकाओं की वृद्धि के कारण होता है। आमतौर पर इस तरह का कैंसर बच्चों में कम और वयस्कों में ज्यादा देखा जाता है। ब्लड कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसमें सही समय पर इलाज न मिलने के कारण मरीज की मौत भी हो सकती है। ज्यादातर लोगों में ब्लड कैंसर के लक्षण स्टेज 3 या स्टेज 4 में दिखते हैं। इस स्टेज में कैंसर का पता चलने पर इलाज गंभीर हो जाता है। आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं, क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया (सीएमएल) के बारे में।

क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया क्या है?- What is Chronic Myeloid Leukemia in Hindi

क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया ब्लड और बोन मैरो से जुड़ा कैंसर है। एससीपीएम मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ सुदीप सिंह कहते हैं, "क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया बोन मैरो में कोशिकाओं के असामान्य रूप से बढ़ने के कारण होता है। इसकी वजह से सामान्य ब्लड कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है और कैंसर बढ़ने लगता है। एक विशेष क्रोमोसोमल विकृति के कारण होती है जिसे फिलाडेल्फिया क्रोमोसोम कहा जाता है।"

What Causes Chronic Myeloid Leukomia in Hindi

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क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया के कारण- What Causes Chronic Myeloid Leukomia in Hindi

क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया का मुख्य कारण फिलाडेल्फिया क्रोमोसोम है। यह क्रोमोसोम 9 और 22 के बीच एक असामान्य जीन ट्रांसफर की वजह से होता है। इसके कारण बीसीआर-एबीएल जीन बनता है, जो कोशिकाओं को अनियंत्रित रूप से बढ़ने में मदद करता है।

क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया के कुछ मुख्य कारण इस तरह से हैं-

1. आनुवंशिकी: कुछ मामलों में, आनुवंशिक विकृति सीएमएल के विकास का कारण हो सकती है।

2. रेडिऐशन: रेडिएशन के कारण भी क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया का खतरा बढ़ जाता है।

3. केमिकल का संपर्क: कुछ केमिकल्स के संपर्क में आने के कारण भी क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया का खतरा बढ़ जाता है।

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क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया के लक्षण- Chronic Myeloid Leukemia Symptoms in Hindi

क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया या सीएमएल के मुख्य लक्षण इस तरह से हैं-

  • अत्यधिक थकान और कमजोरी
  • वजन कम होना
  • तेज बुखार आना
  • रात को पसीना आना
  • हड्डियों और जोड़ों में दर्द
  • बार-बार संक्रमण होना
  • स्प्लीन का बढ़ना

क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया से बचाव- Chronic Myeloid Leukemia Prevention in Hindi

सीएमएल की रोकथाम के लिए कोई विशेष उपाय नहीं है। लेकिन कुछ सावधानियों को अपनाने से इस कैंसर के खतरे को कम करने में मदद मिलती है। क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया के खतरे को कम करने के लिए इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए-

  • फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और प्रोटीन से भरपूर आहार का सेवन करें।
  • नियमित रूप से व्यायाम करना शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
  • धूम्रपान न करें और तम्बाकू उत्पादों से दूर रहें।
  • हानिकारक रासायनिक पदार्थों से दूर रहें और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाएं।
  • अनावश्यक रेडिएशन के संपर्क में आने से बचें।

क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया का इलाज- Chronic Myeloid Leukemia Treatment in Hindi

  • टारगेटेड थेरेपी
  • कीमोथेरेपी
  • बोन मैरो ट्रांसप्लांट
  • इंटरफेरॉन थेरेपी

क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया एक गंभीर लेकिन धीमी गति से बढ़ने वाला ब्लड कैंसर है। इसके कारणों, लक्षणों, और उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ने से इसके खतरे को कम करने में मदद मिलती है। कैंसर से बचाव के लिए हेल्दी डाइट, एक्टिव लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए।

(Image Courtesy: freepik.com)

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