Pneumothorax in Hindi: फेफड़ों में वायुकोष (एलवियोली) हवा से भरे हुए छोटे थैलीनुमा होते हैं। वायुछेद (न्यूमोथोरैक्स) एक ऐसी स्थिति है जिसमें फेफड़ों के आसपास असामान्य रूप से हवा जमा हो जाती है। यह जमा हुई हवा फेफड़ों को फूलने से रोकती है, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है। वायुछेद छाती में दर्द और सांस की तकलीफ पैदा कर सकता है, जो कभी-कभी जानलेवा भी हो सकता है। न्यूमोथोरैक्स एक गंभीर बीमारी है और सही समय पर इसका इलाज न होने पर स्थिति गंभीर होने का खतरा रहता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं न्यूमोथोरैक्स की बीमारी के बारे में।
क्यों होती है न्यूमोथोरैक्स की बीमारी?- What Causes Pneumothorax in Hindi
बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, न्यूमोथोरैक्स की बीमारी दो तरह की होती है-
प्राइमरी न्यूमोथोरैक्स (Primary Pneumothorax): यह आमतौर पर स्वस्थ फेफड़ों में होता है, जिनमें पहले से कोई समस्या नहीं होती है। यह फेफड़ों की सतह पर छोटे फटने (ब्लीब्स) के कारण हो सकता है। ये फटने कमजोर ऊतक के कारण या बिना किसी स्पष्ट कारण के हो सकते हैं।
सेकेंडरी न्यूमोथोरैक्स (Secondary Pneumothorax): यह किसी अंतर्निहित फेफड़ों की बीमारी, जैसे कि COPD (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) या फेफड़ों के संक्रमण के कारण हो सकता है। चोट, चिकित्सा प्रक्रियाएं, या वेंटिलेटर का उपयोग भी द्वितीयक वायुछेद का कारण बन सकता है।
इसे भी पढ़ें: फेफड़ों से जुड़ी बीमारी होने पर पैरों में दिखते हैं ये लक्षण, भूलकर भी न करें नजरअंदाज
इसके कुछ प्रमुख कारण इस तरह से हैं-
- क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD)
- फेफड़ों का संक्रमण (जैसे निमोनिया)
- सिस्टिक फाइब्रोसिस
- अस्थमा
- छाती में चोट
- फेफड़ों की बायोप्सी या वेंटिलेटर
- धूम्रपान और शराब का अत्यधिक सेवन
इसे भी पढ़ें: फेफड़ों में सूजन क्यों होती है? डॉक्टर से जानें इसके कारण, लक्षण और बचाव
न्यूमोथोरैक्स के लक्षण- Pneumothorax Symptoms in Hindi
न्यूमोथोरैक्स के लक्षण अचानक या धीरे-धीरे विकसित हो सकते हैं और इसकी गंभीरता अचानक बढ़ने लगती है। न्यूमोथोरैक्स कुछ प्रमुख लक्षण इस प्रकार से हैं-
- छाती में अचानक तेज दर्द: यह दर्द आमतौर पर वायु रिसाव शुरू होते समय होता है और कंधे या पीठ तक फैल सकता है।
- सांस लेने में तकलीफ: सांस लेने में तकलीफ वायुछेद की गंभीरता के अनुसार हल्की से लेकर गंभीर तक हो सकती है।
- तेज और उथली सांस लेना: सांस लेने की गति तेज हो सकती है और आप सांस लेने में तकलीफ महसूस कर सकते हैं।
- छाती का ढीलापन महसूस होना: प्रभावित छाती का हिस्सा हिलने-डुलने में कम सक्षम हो सकता है।
- नीली पड़ती त्वचा: गंभीर वायुछेद के मामलों में, त्वचा नीली पड़ सकती है, खासकर होंठों और नाखूनों के आसपास।
न्यूमोथोरैक्स का निदान और बचाव- Tips To Prevent Pneumothorax in Hindi
न्यूमोथोरैक्स की बीमारी का इलाज आमतौर पर X-ray या सीटी स्कैन से जांच करने के बाद किया जाता है। फेफड़ों के आसपास हवा जमने पर डॉक्टर दवाओं के सेवन, कुछ थेरेपी और सर्जरी की सलाह दे सकते हैं। फेफड़ों से जुड़ी इस गंभीर बीमारी से बचने के लिए जीवनशैली का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा अगर आप फेफड़ों से जुड़ी किसी गंभीर बीमारी के शिकार हैं, तो डॉक्टर की समय पर सलाह जरूर लें और खानपान व जीवनशैली का विशेष ध्यान रखें।
(Image Courtesy: freepik.com)
Read Next
क्या वॉक करने से वैरिकोज वेन्स का जोखिम कम होता है? जानें नसों की सेहत के लिए क्यों जरूरी है चलना
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version