Doctor Verified

Chronic Kidney Disease: क्रोनिक किडनी रोग क्यों होता है? डॉक्टर से जानें इसके 5 जोखिम कारक

Chronic Kidney Disease in Hindi: क्रोनिक किडनी रोग के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जानें, इसके जोखिम कारक-
  • SHARE
  • FOLLOW
Chronic Kidney Disease: क्रोनिक किडनी रोग क्यों होता है? डॉक्टर से जानें इसके 5 जोखिम कारक


Chronic Kidney Disease Risk Factors in Hindi: क्रोनिक किडनी रोग, एक गंभीर बीमारी है। इस स्थिति में किडनी के कार्य करने की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है। किडनी रक्त से अपशिष्ट पदार्थ और टॉक्सिंस को निकालने का काम करता है। साथ ही, यह शरीर से अतिरिक्त तरल पदार्थों को भी फिल्टर करता है। ये अपशिष्ट पदार्थ, पेशाब के माध्यम से बाहर निकल जाते हैं। जब किडनी से जुड़ी कोई समस्या होती है, तो इससे संपूर्ण स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। कुछ लोगों में किडनी रोग विकसित होने का जोखिम बढ़ जाता है। आइए, इंडियन सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. संजीव गुलाटी से जानें किडनी रोग के जोखिम कारक-

क्रोनिक किडनी रोग के जोखिम कारक- Chronic Kidney Disease Risk Factors in Hindi 

1. डायबिटीज

डायबिटीज रोगियों में किडनी रोग होने का जोखिम अधिक होता है। टाइप 1 और 2 के लोगों में किडनी रोग विकसित होने की संभावना ज्यादा रहती है। इसलिए अगर आप डायबिटीज रोगी हैं, तो आपको हृदय रोगों से बचने के लिए अपनी डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए। डायबिटीज रोगियों को हृदय रोगों से बचने के लिए समय-समय पर अपना ब्लड शुगर लेवल चेक करवाते रहना चाहिए। 

2. किडनी स्टोन

किडनी स्टोन वाले लोगों में भी क्रोनिक किडनी रोग विकसित होने का जोखिम अधिक बना रहता है। अगर आपको किडनी में पथरी है, तो आपकी किडनी खराब होने की संभावना बढ़ सकती है। इसलिए किडनी रोगों से बचने के लए आपको किडनी की पथरी को निकालने के लिए दवाइयां लेनी चाहिए। साथ ही, अपने ऐसे खान-पान से भी परहेज करना चाहिए, जो पथरी को बढ़ाते हैं। किडनी की पथरी को निकालने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी भी जरूर पिएं। 

इसे भी पढ़ें- किडनी की पथरी का इलाज कैसे किया जाता है? एक्सपर्ट से जानें

kidney disease

3. हाइपरटेंशन

हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर भी क्रोनिक किडनी रोग का एक जोखिम कारक हो सकता है। हाई ब्लड प्रेशर एक बेहद आम समस्या है, जिससे आजकल कई लोग पीड़ित हैं। अगर आपका ब्लड प्रेशर हाई रहता है, तो इसे कंट्रोल में करने की कोशिश करें। हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग की संभावना को बढ़ा सकता है। इसलिए अगर आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ रहता है, तो आपको डॉक्टर की सलाह पर दवाइयों का सेवन जरूर करना चाहिए। 

4. हृदय रोग

हृदय रोग, किडनी रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है। अगर आपको कोई हृदय रोग है, तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। हृदय रोग कई तरह के होते हैं, जो किडनी को प्रभावित कर सकते हैं। खासकर, अगर आपका ब्लड प्रेशर हाई रहता है, तो इस स्थिति में डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। इसके अलावा, अगर आपके घर पर भी किसी को किडनी रोग है, तो आपको भी किडनी रोग विकसित होने का जोखिम बढ़ जाता है।  

इसे भी पढ़ें- World Kidney Day: शरीर के इन हिस्सों पर सूजन है किडनी रोग होने का संकेत, न करें नजरअंदाज

5. मोटापा

मोटापा, किडनी रोग के जोखिम को बढ़ाता है। मोटापा कोई बीमारी नहीं है, लेकिन यह कई गंभीर बीमारियों का कारण बनता है। मोटापा हृदय, किडनी या लिवर की बीमारियों का कारण बन सकता है।

Read Next

World Kidney Day: शरीर के इन हिस्सों पर सूजन है किडनी रोग होने का संकेत, न करें नजरअंदाज

Disclaimer