30 वर्षीय प्रेरणा दुबे, एक कॉर्पोरेट प्रोफेशनल हैं जो थकान, अनिद्रा और फोकस की कमी से परेशान थीं। उन्होंने बायोहैकिंग की मदद ली और अपने रूटीन में सुधार किया। प्रेरणा ने सोने से पहले स्क्रीन टाइम घटाया और रोज 10 मिनट मेडिटेशन किया। उन्होंने अपनी डाइट में प्रोसेस्ड फूड्स की जगह हाई-फाइबर और प्रोटीन रिच फूड शामिल किए। साथ ही सुबह की धूप लेना और 30 मिनट की वॉक जैसी आदतों को भी रूटीन में शामिल किया। सिर्फ 4 हफ्तों में उनकी नींद में सुधार हुआ, एनर्जी बढ़ी और काम में फोकस सुधार हुआ। अब प्रेरणा बायोहैकिंग को अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बना चुकी हैं।
आज की व्यस्त दिनचर्या में हर कोई फिट रहने के स्मार्ट तरीके की खोज में रहता है। कुछ लोग मानते हैं कि फिट रहना मुश्किल है, लेकिन अगर आप ठान लें, तो फिट रहना मुश्किल नहीं लगेगा। एक नया ट्रेंड जो इंटरनेट पर बहुत पॉपुलर हो रहा है और वो है बायोहैकिंग (Biohacking)। इसमें आप अपनी जीवनशैली में बदलाव करके खुद को फिट बना सकते हैं। बायोहैकिंग एक तरीके से शरीर की परफॉर्मेंस को बढ़ाने का एक तरीका है। यही वजह है कि युवा वर्ग, फिटनेस एक्सपर्ट्स, हेल्थ इंफ्लुएंसर्स भी इसे फॉलो कर रहे हैं। बायोहैकिंग के जरिए आप अपने शरीर के मुताबिक, हेल्दी आदतों को अपनाकर खुद को फिट बना सकते हैं और हार्ट प्रॉब्लम्स, मोटापा, डायबिटीज जैसी बीमारियों से भी बच सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि बायोहैकिंग की प्रक्रिया क्या है, सेहत के लिए यह क्यों फायदेमंद है और आपको इसे क्यों अपनाना चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित न्यूट्रिवाइज क्लीनिक की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा से बात की।
बायोहैकिंग क्या है?- What is Biohacking
बायोहैकिंग, शरीर को फिट बनाने की एक प्रक्रिया है जिसमें हेल्दी लाइफस्टाइल हैबिट्स के जरिए सेहत को बेहतर बनाया जाता है। बायोहैकिंग के कई प्रकार होत हैं जैसे न्यूट्रिशनल बायोहैकिंग, डिजिटल बायोहैकिंग वगैरह।
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बायोहैकिंग के फायदे और नुकसान- Benefits and Side Effects of Biohacking
फायदे:
- वेट लॉस करने में मदद मिलती है और मेटाबॉलिज्म सुधरता है।
- अनिद्रा की समस्या दूर होती है और आप स्लीप क्वॉलिटी को इंप्रूव कर सकते हैं।
- कमजोरी दूर होती है और एनर्जी लेवल में सुधार होता है।
- पाचन संबंधित समस्याएं दूर होती हैं।
- स्ट्रेस के लक्षण घटते हैं और मेंटल हेल्थ सुधरती है।
नुकसान:
- ओवर-बायोहैकिंग ऑब्सेशन या लत लग सकती है।
- बिना गाइडेंस के सप्लीमेंट्स लेना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
- बॉडी की नेचुरल लिमिट्स को नजरअंदाज करने से शरीर पर दबाव पड़ सकता है।
बायोहैकिंग की प्रक्रिया- Biohacking Procedure
बायोहैकिंग की प्रक्रिया में व्यक्ति अपने शरीर और दिमाग की क्षमताओं को समझकर उसमें छोटे-छोटे बदलाव करता है ताकि सेहत को बेहतर बनाया जा सके। यह प्रक्रिया डाइट, नींद, एक्सरसाइज, माइंडफुलनेस और टेक्नोलॉजी की मदद से शरीर की बायोलॉजी को ठीक करने पर फोकस करती है। उदाहरण के लिए- हर सुबह सूरज की रोशनी लेना, ब्लू लाइट से बचना, हाई-फाइबर डाइट लेना, ब्रीदिंग एक्सरसाइज करना वगैरह। इन बदलावों से व्यक्ति धीरे-धीरे अपनी एनर्जी, फोकस, मूड और इम्यूनिटी में सुधार कर सकता है। बायोहैकिंग की प्रक्रिया आसान होती है और कोई भी इसे फॉलो कर सकता है।
बायोहैकिंग से डाइट सुधारें- Diet Changes By Biohacking
- मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स या कैमोमाइल टी का सेवन करें।
- कैल्शियम, प्रोटीन और फाइबर रिच फूड्स का सेवन करें।
- पोर्शन साइज कंट्रोल करें और थाली के 50 प्रतिशत हिस्से में सलाद को शामिल करें।
- वॉटर इंटेक को सुधारें, दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पिएं।
बायोहैकिंग से नींद सुधारें- Improve Sleep By Biohacking
- सोने से पहले ब्लू लाइट से बचें, स्क्रीन को दूर रखें।
- डार्क, ठंडा और शांत वातावरण में सोएं।
- सोने से पहले, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें।
बायोहैकिंग से फिजिकल रूप से एक्टिव रहें- Stay Physically Active With Biohacking
- 25 मिनट की वॉक के बाद 5 मिनट का ब्रेक लें।
- मॉर्निंग स्ट्रेचिंग रूटीन अपनाएं।
- अगर आप ऑफिस जाते हैं, तो स्टैंडिंग डेस्क पर काम करें। यह एक हेल्दी आदत है जिसे रूटीन में शामिल करना चाहिए।
बायोहैकिंग से स्ट्रेस कंट्रोल कैसे करें?- How to Control Stress With Mental Biohacking
- सुबह 10 मिनट डीप मेडिटेशन करें।
- स्क्रीन टाइम कम करें।
- पॉजिटिव माइंडसेट अपनाएं।
बायोहैकिंग की मदद से आप शरीर और दिमाग दोनों को हेल्दी बना सकते हैं। यह ट्रेंड आपके शरीर को रिप्रोग्राम करके आपको खुद को बदलने का मौका देता है, तो इसे जरूर अपनाएं।
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image credit: spb.hse.ru, medical.net
FAQ
बायोहैकिंग वेलनेस ट्रेंड क्या है?
बायोहैकिंग में छोटे-छोटे बदलाव करके आप शरीर और माइंड को फिट और एक्टिव बना सकते हैं। इसमें फिजिकल एक्टिविटी, बेहतर नींद, हेल्दी डाइट आदि शामिल है।बायोहैकिंग कैसे शुरू करें?
बायोहैकिंग को शुरू करने के लिए डिजिटल डिटॉक्स, नींद में सुधार, हेल्दी डाइट पर फोकस करने जैसे छोटे कदम उठाएं। फिर धीरे-धीरे एक्सरसाइज, सप्लीमेंट्स, मेडिटेशन की ओर बढ़ें।बायोहाकिंग के लिए सबसे अच्छा आहार क्या है?
बायोहैकिंग प्रक्रिया में आपको वो सब कुछ खाना होता है जो आपकी सेहत के लिए जरूरी और हेल्दी है। डाइट एक्सपर्ट से अपने लिए एक डाइट चार्ट बनवाएं। फाइबर, प्रोटीन, कैलशियम, हेल्दी फैट्स वगैरह का सेवन करें और शरीर की परफॉर्मेंस को दोगुना करें।