AC Wale Kamre Mein Pani Kyon Rakhna Chahie In Hindi: गर्मियों में जैसे-जैसे तापमान बढ़ने लगता है, वैसे ही, लोग घर हो या दफ्तर ज्यादातर समय एयर कंडीशनिंग यानी AC में बिताने लगते हैं। जिसके कारण लोगों को कई बार स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में अक्सर लोगों को एसी में ज्यादा लंबे समय तक न रहने की सलाह दी जाती है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से बचा जा सकता है। लेकिन आजकल एक नया ट्रेंड शुरु हो चुका है, जिसमें लोग एसी वाले कमरी में पानी से भरा बर्तन रख रहें हैं। लेकिन इससे सेहत पर क्या प्रभाव होता है? ऐसे में आइए ग्रेटर नोएडा के शारदा अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. श्रेय श्रीवास्तव (Dr. Shrey Srivastava, Senior Consultant-Internal Medicine, Sharda Hospital, Greater Noida) से जानें AC वाले कमरे में पानी से भरा बर्तन रखने से सेहत का क्या कनेक्शन है?
AC वाले कमरे में क्यों रखना चाहिए? - AC Wale Kamre Mein Pani Kyon Rakhna Chahie?
डॉ. श्रेय श्रीवास्तव के अनुसार, एसी वाले कमरे में पानी का बर्तन रखने से हवा का क्वालिटी में सुधार करने और स्वास्थ्य को हेल्दी रखने में मदद मिलती है। AC हवा से नमी को सोख लेता है, जिसके कारण हवा ड्राई होने लगती है। ड्राई हवा स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का कारण बन सकती है। जैसे कि आंखों में खुजली होने, स्किन के ड्राई होने, नाक में जलन होने, गले में खराश होने, स्किन के ड्राई होने, शरीर में पानी की कमी होने, त्वचा में जलन होने और श्वसन तंत्र से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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AC वाले कमरे में पानी रखने से क्या होता है? - AC Wale Kamre Mein Pani Rakhne Se Kya Hota Hai?
AC वाले कमरे में पानी से भरा बर्तन रखते हैं, तो पानी धीरे-धीरे हवा में इवेपोरेटर (Evaporates) हो जाता है, जिससे वातावरण में कुछ हद तक नमी वापस आ जाती है। इससे हवा में नमी के स्तर को बैलेंस रखने में मदद मिलती है और हवा को अधिक ड्राई होने से रोकने में मदद मिलती है। इससे ह्यूमिडिटी के स्तर (40-60% तक) को सही बनाए रखने में मदद मिलती है, जिससे श्वसन संबंधी समस्याओं, एलर्जी या स्किन की सेंसिटिविटी की समस्याओं से बचा जा सकता है और इससे स्किन और आंखों को हाइड्रेट रखने, हवा में बैक्टीरिया को कम करने और शरीर में नमी बनाए रखने के साथ इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखने में मदद मिलती है।
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ह्यूमिडिफायर के नेचुरल विकल्प के तौर पर करता है काम - Works As A Natural Alternative To Humidifiers In Hindi
डॉक्टर अक्सर ह्यूमिडिफायर के नेचुरल विकल्प के तौर पर एसी में पानी से भरा बर्तन रखने की सलाह देते हैं। इसके लिए बिजली की जरूरत नहीं होती है और इसको मेंटेन करना भी आसान है, लेकिन बर्तन और पानी की साफ सफाई का खास ध्यान रखें। इससे बैक्टीरिया या फफूंद को पनपने से रोका जा सकता है। इसके लिए नियमित रूप से पानी को बदलते रहें।
एसी में हवा के ड्राई होने के कारण वायरस ज्यादा समय तक जीवित रहते हैं, जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। वहीं, हवा में मौजूद हल्की नमी वायरस के प्रसार को कम करने में मदद करती है, साथ ही, कमरे में नमी रहने से नाक और गले की श्लेष्मा झिल्लियों (Mucous Membranes) में नमी रहती है, यह शरीर की नेचुरल रक्षा प्रणाली के लिए जरूरी है।
निष्कर्ष
एयर कंडीशनर यानी एसी वाले कमर में पानी रखना फायदेमंद है। एसी कमरे की हवा में मौजूद मॉइस्चर यानी नमी को सोख लेता है, जिससे हवा ड्राई हो जाती है, जिसके कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी होने, आंखों में जलन होने और स्किन के ड्राई होने जैसी कई समस्याएं होती हैं। ऐसे में एसी के कमरे में बर्तन में पानी रखने से हवा की नमी को बनाए रखने, स्वास्थ्य को हेल्दी बनाए रखने और ड्राई हवा के कारण होने वाली समस्याओं से बचाव करने में मदद मिलती है। यह हवा में नमी बनाए रखने वाला एक नेचुरल तरीका है।
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FAQ
एसी से क्या बीमारी होती है?
दिनभर AC में रहने के कारण लोगों को सांस से जुड़ी समस्या होने, स्किन के ड्राई होने, शरीर में पानी की कमी होने, जोड़ों और मसल्स में दर्द होने, सिर में दर्द होने, मानसिक थकान होने और इम्यूनिटी के कमजोर होने की समस्या हो सकती है।क्या एसी आंखों के लिए हानिकारक है?
लंबे समय तक AC में रहने के कारण लोगों को ड्राई आई सिंड्रोम की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, लंबे समय तक AC में रहने के कारण धुंधला नजर आने, आई इंफेक्शन होने, आंखों में जलन या चुभन होने की समस्या हो सकती है।क्या गठिया रोगियों के लिए एसी हानिकारक है?
AC में ज्यादा रहने के कारण गठिया के मरीजों का दर्द बढ़ सकता है। इसके कारण लोगों को जोड़ों में दर्द होने, अकड़न होने, नर्व में सेंसिटिविटी होने, शरीर में ब्लड सर्कुलेशन में कमी होने, हड्डियों और मांसपेशियों में जकड़न होने की समस्या अधिक होती है।