
'तू देखेंगी और फिनाल में खड़ी होकर मेरे लिए तालिया बजाएगी...' सोशल मीडिया पर गौरव खन्ना के द्वारा बोला गया ये डायलॉग सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। ये डायलॉग गौरन ने बिग बॉस 19 के घर में फरहाना भट्ट से एक टास्क के दौरान कही थी। गौरव खन्ना के टेलीवीजन स्टार होने और उनकी पहचान पर उंगली उठाई जाने के बाद गौरव के मुंह से निकली ये बात सच होने के बाद हर कोई न सिर्फ गौरव को बिग बॉस 19 जितने (Bigg boss 19 winner gaurav khanna) की बधाई दे रहे हैं, बल्कि उनकी बात सच होने और फरहाना के फस्ट रनरअप के बाद स्टेज पर खड़े होकर गौरव के लिए तलिया बजाने को लेकर काफी ट्रेंड हो रहे हैं। बिग बॉस जीतने के बाद लोग गौरव खन्ना के बारे में काफी कुछ जानने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन क्या आपको पता है, बिग बॉस के घर में शांत रहने वाले और अपने दो टूक बात से लोगों का मुंह बंद करने वाले गौरव खन्ना एक ऐसी बीमारी से जूझ रहे हैं, जिसके कारण उनके दुनिया देखने का नजरिया ही बदला हुआ है। जी हां, गौरव खन्ना कलर ब्लाइंडनेस (gaurav khanna color blindness) की समस्या से जुझ रहे हैं। आइए इस लेख में जानते हैं कि क्या है कलर ब्लाइंडनेस की समस्या और इसके लक्षणों के बारे में।
कलर ब्लाइंडनेस के कारण
ओनली माय हेल्थ के एक आर्टिकल के लिए हमने EyeQ के चीफ मेडिकल डायरेक्टर डॉ. अजय शर्मा से कलर ब्लाइंडनेस के बारे में डिटेल में जानकारी ली थी। ऐसे में आइए जानते हैं उनके अनुसार कलर ब्लाइंडनेस के क्या कारण हो सकते हैं-
- फैमिली हिस्ट्री: अगर परिवार में किसी सदस्य को पहले से कलर ब्लाइंडनेस की समस्या है तो यह स्थिति आने वाली पीढ़ियों में भी होने की संभावना बढ़ जाती है। यह जेनेटिक कारणों से होने वाली समस्या है।
- पुरुषों में ज्यादा जोखिम: पुरुषों में कलर ब्लाइंडनेस महिलाओं की तुलना में ज्यादा पाई जाती है, क्योंकि यह X-क्रोमोसोम से जुड़ी समस्या है और पुरुषों के पास सिर्फ एक ही X-क्रोमोसोम होता है।
- कुछ दवाइयों का साइड इफेक्ट: हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन जैसी दवाएं अक्सर आंखों की रेटिना पर असर डाल सकती है, जिसके कारण रंग पहचानने की क्षमता कमजोर हो सकती है।
- उम्र से जुड़ी आंखों की समस्या: मोतियाबिंद, ग्लूकोमा जैसी आंखों से जुड़ी समस्याएं रेटिना और आंखों को प्रभावित करती हैं, जिससे बढ़ती उम्र में रंग पहचानने की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है।
- मेटाबॉलिज्म डिजीज: अल्जाइमर, डायबिटीज और मल्टीपल स्क्लेरोसिस जैसे बीमारियां आंखों या दिमाग के उन हिस्सों को प्रभावित कर सकते हैं, जो रंग पहचानने में अहम भूमिका निभाते हैं।
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कलर ब्लाइंडनेस के लक्षण
आइए डॉ. अजय शर्मा से जानते हैं कि कलर ब्लाइंडनेस के क्या लक्षण है-
- कलर ब्लाइंडनेस का सबसे आम लक्षण यह है कि व्यक्ति कुछ रंगों जैसे लाल-हरा, नीला-पीला आदि को पहचान नहीं पाता है।
- सामान्य व्यक्ति कई रंगों और शेड्स को पहचान सकता है और उनमें अंतर बता पाता है, लेकिन कलर ब्लाइंडनेस से पीड़ित व्यक्ति सिर्फ कुछ ही रंगों को देख पाता है।
- गंभीर मामलों में कलर ब्लाइंडनेस से पीड़ित व्यक्ति सिर्फ काला, सफेद और ग्रे रंग देख पाता है, अन्य रंगों से उसकी कोई पहचान नहीं होती है।
- कलर ब्लाइंडनेस से पीड़ित व्यक्ति रंगों की चमक, गहराई या जीवंतता को सही तरह से पहचान नहीं पाता है, जिससे कई चीजें उसे फीकी नजर आती हैं।
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निष्कर्ष
सेलिब्रिटी मास्टरशेप जीतने के बाद बिग बॉस 19 की ट्रॉफी अपने नाम करने वाले गौरव खन्ना को भले ही रंगों को पहचानने में समस्या हो, लेकिन उन्होंने भारत की जनता के दिलों में अपने प्यार का रंग बिखेर दिया है।
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Dec 08, 2025 12:04 IST
Published By : Katyayani Tiwari