गर्मियों में बच्चों के खानपान में विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। इस मौसम में बच्चों को डिहाइड्रेशन, कमजोरी, अनिद्रा और कब्ज जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसका एक आसान उपाय है बच्चों को दूध और शहद देना। दूध और शहद दोनों ही पौष्टिक तत्वों से भरपूर होते हैं और गर्मियों में बच्चों की सेहत को बेहतर बनाए रखने में मदद करते हैं। दूध में प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन-डी होता है, जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। वहीं शहद में एंटी-ऑक्सीडेंट्स, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो शरीर को प्राकृतिक एनर्जी देते हैं। दूध और शहद के मिश्रण से बच्चों के शरीर को न केवल गर्मी से राहत मिलती है, बल्कि इससे उनकी पाचन क्रिया भी बेहतर होती है। अगर इसका सही तरीके से सेवन किया जाए, तो यह कई स्वास्थ्य समस्याओं को भी दूर कर सकता है। इस लेख में हम जानेंगे गर्मियों में बच्चों को दूध और शहद देने के फायदे और सेवन का सही तरीका। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित न्यूट्रिवाइज क्लीनिक की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा से बात की।
1. कब्ज से राहत दिलाता है दूध और शहद- Milk and Honey Gives Constipation Relief
गर्मियों में अक्सर बच्चों को कब्ज की समस्या होती है। दूध और शहद का मिश्रण पाचन क्रिया को सुधारने में मदद करता है। शहद में प्राकृतिक प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं। दूध में मौजूद कैल्शियम आंतों को आराम देता है, जिससे कब्ज की समस्या दूर होती है। बच्चों को रात में सोने से पहले हल्के गुनगुने दूध में शहद मिलाकर दिया जा सकता है।
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2. अनिद्रा की समस्या दूर होती है- Milk and Honey Solves Insomnia Issues
गर्मियों में बच्चों को सोने में दिक्कत हो सकती है, खासकर अगर दिन में ज्यादा गर्मी हो। दूध में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड होता है, जो नींद के लिए जरूरी हार्मोन मेलाटोनिन को बढ़ाता है। शहद भी दिमाग में सेरोटोनिन के लेवल को बढ़ाता है, जिससे नींद में सुधार होता है। अगर बच्चे को रात में गुनगुना दूध और शहद का मिश्रण दिया जाए, तो इससे अच्छी नींद आती है।
3. शरीर की एनर्जी बढ़ती है- Milk and Honey Boosts Energy Levels
गर्मियों में थकान और कमजोरी होना आम बात है। शहद में प्राकृतिक शुगर होती है, जो शरीर को तुरंत एनर्जी देता है। दूध में मौजूद प्रोटीन और विटामिन शरीर को बेहतर बनाते हैं और थकान के लक्षणों को दूर करते हैं। यह मिश्रण बच्चों को पूरे दिन एक्टिव बनाए रखता है।
4. इम्यूनिटी को बढ़ाता है दूध और शहद- Milk and Honey Boosts Immunity
गर्मियों में शरीर में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। शहद में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो इंफेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं। दूध में विटामिन-डी और कैल्शियम होता है, जो हड्डियों और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। इन दोनों का मिश्रण बच्चों की इम्यूनिटी को मजबूत करता है और इंफेक्शन से बचाता है।
5. त्वचा और बालों के लिए दूध और शहद के फायदे- Skin and Hair Benefits of Milk and Honey
गर्मियों में बच्चों की त्वचा और बालों को विशेष देखभाल की जरूरत होती है। शहद में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो त्वचा को हाइड्रेटेड रखते हैं और उसे स्वस्थ बनाए रखते हैं। दूध में लैक्टिक एसिड होता है, जो त्वचा को नमी देता है। इस मिश्रण से बच्चों की त्वचा मुलायम और बाल चमकदार रहते हैं।
गर्मियों में बच्चों को दूध और शहद देने का सही तरीका- Correct Way to Consume Milk and Honey For Kids
एक्सपर्ट की सलाह के अनुसार, दूध और शहद का सेवन बच्चों के लिए ज्यादा फायदेमंद तब होता है जब इसे सही तरीके से लिया जाए-
- बच्चों को गुनगुने दूध में एक छोटी चम्मच शहद मिलाकर देना चाहिए। ध्यान रहे कि दूध ज्यादा गर्म न हो, क्योंकि ज्यादा गर्म दूध में शहद के पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं।
- इसे रात में सोने से पहले दिया जाना सबसे फायदेमंद होता है, क्योंकि इस समय शरीर को आराम और बेहतर नींद की जरूरत होती है।
- दूध और शहद के इस मिश्रण को बच्चों के नाश्ते में भी शामिल कर सकते हैं। विशेषज्ञ यह भी सलाह देते हैं कि इसे दिन में एक बार से ज्यादा न दिया जाए, ताकि इससे बच्चों के पाचन पर कोई बुरा असर न पड़े।
- अगर बच्चे को दूध और शहद से कोई एलर्जी है, तो इसे देने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
गर्मियों में बच्चों को दूध और शहद देना न केवल उनकी सेहत को फायदा पहुंचाता है, बल्कि यह उन्हें गर्मी के असर से भी बचाता है।
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FAQ
बच्चे को शहद देने की सही उम्र क्या है?
बच्चों को शहद, 1 साल के बाद दिया जा सकता है। इससे पहले बच्चों को शहद देना, उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। 1 साल के बाद शहद सुरक्षित रूप से बच्चों के आहार में शामिल किया जा सकता है।शहद की तासीर कैसी होती है?
शहद की तासीर गर्म होती है। यह खून को शुद्ध करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। इसके एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण भी शरीर को स्वस्थ रखते हैं।शहद कब नहीं लेना चाहिए?
अगर किसी व्यक्ति को शहद से एलर्जी हो, या फिर उसे डायबिटीज जैसी बीमारी हो, तो शहद का सेवन न करें। इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं को भी इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है।गर्मियों में शहद का सेवन कैसे करें?
गर्मियों में शहद को गुनगुने पानी में घोलकर पीना फायदेमंद होता है। इससे शरीर में ठंडक बनी रहती है और हाइड्रेशन भी ठीक रहता है। शहद को फल, जूस या दूध में भी मिलाकर सेवन किया जा सकता है, जो शरीर को ठंडक और एनर्जी देता है।