Can consuming Shatavari Increase Fertility : शतावरी (Asparagus racemosus) एक महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक औषधि है। आयुर्वेद में कई प्रकार से शतावरी का सेवन किया जाता है। शतावरी का उपयोग विशेष रूप से महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य (फर्टिलिटी) को बढ़ाने के लिए किया जाता है, लेकिन पुरुषों के लिए भी ये औषधीय जड़ी-बूटी कई प्रकार से लाभदायक है। इस लेख में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित बिड़ला फर्टिलिटी और आईवीएफ सेंटर के फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ. अंकुर पांडे (Dr. Ankur Pandey, Fertility Specialist, Birla Fertility and IVF Prayagraj) से जानेंगे शतावरी महिलाओं और पुरुषों की फर्टिलिटी बढ़ाने में कैसे मददगार है और इसका सेवन कैसे (Can Consuming Shatavari increase Fertility) करना चाहिए।
क्या शतावरी का सेवन करने से फर्टिलिटी बढ़ सकती है - Can consuming shatavari increase fertility?
डॉ. अंकुर पांडे के अनुसार, शतावरी एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसे महिलाओं और पुरुषों की फर्टिलिटी प्रणाली को संतुलित करने के लिए कई वर्षों से इस्तेमाल किया जा रहा है। शतावरी में पर्याप्त मात्रा में प्राकृतिक फाइटोएस्ट्रोजेन्स होते हैं, जो महिलाओं के हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। नियमित तौर पर शतावरी का सेवन करने से महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे प्रमुख हार्मोन्स नियंत्रण में रहते हैं, जिससे गर्भधारण की संभावना बढ़ती है।
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महिलाओं की फर्टिलिटी के लिए शतावरी के फायदे- Benefits of Shatavari for women's fertility
- फर्टिलिटी एक्सपर्ट का कहना है कि शतावरी में मौजूद प्राकृतिक गुण महिलाओं में यौन इच्छा और ऊर्जा को बढ़ावा देते हैं। महिलाएं नियमित तौर पर शतावरी का सेवन करें, तो इससे प्रजनन अंगों की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद मिलती है।
- कई बार अनियमित खानपान और तनाव के कारण महिलाओं के शरीर के हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं। जिससे अनियमित पीरियड्स और ओवुलेशन की परेशानी होती है। शतावरी का सेवन करने से पीरियड्स नियमित होते हैं।
- आज के दौर में मानसिक तनाव फर्टिलिटी को प्रभावित करता है। शतावरी में 'एडेप्टोजेनिक' गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को तनाव से लड़ने में मदद करते हैं। तनाव कम होने पर महिलाओं की फर्टिलिटी को बढ़ाने में मदद मिलती है।
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- तनाव, अनियमित खानपान के कारण महिलाओं के गर्भाशय की दीवारें कमजोर हो जाती हैं। शतावरी का सेवन करने से गर्भाशय की दीवारों को मजबूत करता है और गर्भधारण के लिए सही वातावरण तैयार होता है।
महिलाएं कैसे करें शतावरी का सेवन- How can Women consume Shatavari
- 1 से 2 ग्राम शतावरी चूर्ण को हल्के गुनगुने दूध में मिलाकर पिएं।
- प्रेग्नेंसी की प्लानिंग करने के लिए शतावरी चूर्ण को घी में मिक्स करें और फिर इसका सेवन करें।
पुरुषों की फर्टिलिटी के लिए शतावरी के फायदे- Health Benefits of Shatavari for Men
- शतावरी के पोषक तत्व पुरुषों के वीर्य की मात्रा और गुणवत्ता को बढ़ाते हैं। डॉ. अंकुर के अनुसार, पुरुष नियमित तौर पर शतावरी का सेवन करें, तो इससे शुक्राणुओं की सक्रियता (motility) बढ़ती है।
- महिलाओं की तरह की शतावरी पुरुषों में भी मानसिक तनाव को कम करता है।
- शतावरी के पोषक तत्व पुरुषों की यौन क्षमता को भी बढ़ाती है और नपुंसकता को दूर करते हैं।
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पुरुष कैसे करें शतावरी का सेवन- How can men consume Shatavari
- पुरुष फर्टिलिटी से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए 2 से 3 ग्राम शतावरी चूर्ण दूध के साथ सुबह और शाम को पिएं।
- वीर्य अगर पतला है, तो शतावरी की जड़ का काढ़ा बनाकर पीना आपके लिए लाभदायक होता है।
डॉ. अंकुर की मानें, तो आज बाजार में शतावरी चूर्ण के साथ-साथ कैप्सूल भी मौजूद हैं। जो लोग शतावरी के चूर्ण की बजाय कैप्सूल का सेवन करना चाहते हैं, उन्हें इस बारे में एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। प्रेग्नेंट और ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं को शतावरी का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
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निष्कर्ष
शतावरी न केवल महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मददगार है, बल्कि पुरुषों की फर्टिलिटी को भी बढ़ा सकती है। लेकिन शतावरी का सेवन एक सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। अगर आप फर्टिलिटी से जुड़ी परेशानियों से जूझ रहे हैं, तो शतावरी का सेवन करने से पहले एक बार एक्सपर्ट से पूछताछ जरूर करें।
FAQ
क्या शतावरी से पुरुषों के स्पर्म काउंट बढ़ सकते हैं?
शतावरी में प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं, जो स्पर्मोजेनेसिस (शुक्राणु उत्पादन की प्रक्रिया) को स्टिम्यूलेट कर सकती हैं। इसलिए यह कहा जा सकता है कि शतावरी पुरुषों के स्पर्म काउंट का बढ़ा सकता है।महिलाओं को शतावरी कब लेनी चाहिए?
डॉक्टर के अनुसार, महिलाओं के लिए पीरियड्स के फोलिकुलर फेज (दिन 1 से 14) और ल्यूटल फेज (दिन 15 से 28) दोनों में शतावरी का सेवन करना फायदेमंद है।शतावरी को दूध में मिलाकर पीने से क्या होता है?
शतावरी को दूध में मिलाकर पीने से शारीरिक कमजोरी और थकान को दूर करने में मदद मिलती है। शतावरी का सेवन दूध में मिलाकर रात को सोने से पहले करना चाहिए।