गणेश मुद्रा के फायदे: याददाश्त बढ़ाने और बेहतर पाचन जैसे इन 5 फायदों के लिए रोज करें इस मुद्रा का अभ्यास

गणेश मुद्रा करने के कई फायदे हैं। इससे आपकी स्किन पर निखार के साथ-साथ स्मरण शक्ति बढ़ाने में भी मदद मिलती है।
  • SHARE
  • FOLLOW
गणेश मुद्रा के फायदे: याददाश्त बढ़ाने और बेहतर पाचन जैसे इन 5 फायदों के लिए रोज करें इस मुद्रा का अभ्यास


प्राचीन समय से ही हमारे यहां योग और ध्यान की परंपरा है। गणेश मुद्रा भी इनमें से एक है, जिसके अभ्यास से आपको कई फायदे होते हैं। गणेश मुद्रा को सभी योग हस्त मुद्राओं में सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। इसकी मदद से कई तरह के शारीरिक और मानसिक लाभ होते हैं। इसमें हाथों का इस्तेमाल किया जाता है ताकि शरीर के अंदर ऊर्जा का प्रवाह हो सके। यह मुद्रा ग्लोइंग स्किन से लेकर पाचन तंत्र सही बनाए रखने में मदद करती है। साथ ही इससे कई तरह की बीमारियां भी दूर रहती है। अगर आप भी लंबे समय तक फिट रहना चाहते हैं, तो आपको ये अभ्यास जरूर करना चाहिए। आइए विस्तार से जानते है, इसके फायदे और अभ्यास करने के तरीके के बारे में।

गणेश मुद्रा के फायदे (Benefits of Ganesh Mudra)

1. गणेश मुद्रा और गणेश नमस्कार की मदद से आपकी सीखने की क्षमता बढ़ती है। साथ ही स्मरण शक्ति बढ़ाने में भी मदद मिलती है।

2. इस मुद्रा से शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती है।

3. यह बेहतर पाचन तंत्र और पेट की समस्याओं के लिए काफी अच्छा माना जाता है।

4. बेहतर ब्लड सर्कुलेशन के लिए आप ये अभ्यास कर सकते हैं।

5. इस मुद्रा के अभ्यास से डाउन सिंड्रोम, डिस्लेक्सिया, अंटेशन-डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर से भी छुटकारा पाने में मदद मिलती है।

6. चिंता और तनाव जैसे मानसिक विकारों को दूर करने में मदद मिलती है।

Ganesh-mudra

Image Credit- freepik

गणेश मुद्रा करने के तरीके (How to do Ganesh Mudra)

1. गणेश मुद्रा को करने के लिए सबसे पहले सुखासन या पद्मासन जैसी आरामदायक मुद्रा में बैठ जाएं। 

2. इसके बाद अंजलि मुद्रा बनाने के लिए अपनी हथेलियों को एक साथ लाएं।

3. अपने बाएं हाथ को अपनी छाती के सामने पकड़ें, हथेली बाहर की ओर हो और अपनी उगंलियों को मोड़ें।

4. बाएं हाथ को दाहिने हाथ से पकड़ें, हथेली अंदर की ओर हो।

5. दोनों हाथ की उंगलियों को आपस में जोड़कर रखें और लॉक करें।

6. सांस लें और सांस छोड़ते हुए हाथों को बिना पकड़े खींच लें।

7. इस प्रक्रिया को 6 बार दोहराएं और यही प्रक्रिया आप दूसरे हाथ से भी कर सकते हैं।

इसे भी पढ़ें- उदारकर्षणासन योग के अभ्यास से पाचनतंत्र होगा मजबूत, जानें इसके 5 लाभ और करने का तरीका

Ganesh-mudra

Image Credit- Freepik 

गणेश नमस्कार करने के फायदे

1. लंबे और सीधे खड़े हो जाएं, अपनी बाहों को बराबर रखें।

2. अपना दाहिना हाथ उठाएं और अपने बाएं कान के लोब को पकड़ें। आपका दाहिना हाथ आपके बाएं हाथ के ऊपर होना चाहिए।

3. अपने बाएं हाथ को उठाएं और दाहिने कान के लोब को अपने अंगूठे और तर्जनी से पकड़ें। इस दौरान आपका अंगूठा सामने होना चाहिए।

4. गहरी सांस छोड़ें और बैठने की स्थिति में धीरे-धीरे बैठ जाएं।

5. इस स्थिति में 2-3 सेकेंड रहें। फिर उठते हुए धीरे-धीरे सांस लें।

6. इस पूरे चक्र को लगभग 10-15 बार दोहराएं।

इसे भी पढ़ें- पेट की समस्याओं से रहते हैं परेशान तो रोज करें पुषाण मुद्रा का अभ्यास, जानें इसके 4 फायदे और करने का तरीका

सावधानियां-

1. अगर हाथ में किसी तरह की चोट या मोच हो, तो इस मुद्रा का अभ्यास नहीं करना चाहिए।

2. इसके अलावा उंगलियों को बहुत तेजी से से न खींचे। इससे हाथों में दर्द की समस्या हो सकती है।

3. गर्भवती महिलाओं को यह मुद्रा नहीं करनी चाहिए।

4. इस मुद्रा को 15 मिनट में से ज्यादा नहीं करना चाहिए।

5. इसके अलावा कंधे की चोट में भी इस मुद्रा को धीरे-धीरे करना चाहिए।

इस मुद्रा को करने के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इस अभ्यास को खाली पेट में करें। साथ ही इस मुद्रा को शांत जगह पर बैठकर करें ताकि आपका ध्यान केंद्रित हो। इस मुद्रा को करने का सबसे उचित समय सूर्योदय होता है। कोशिश करें कि इस योग को एक्सपर्ट की उपस्थिति में करें। साथ ही इस मुद्रा के दौरान सांस लेने और छोड़ने पर भी ध्यान दें।  

Read Next

सुबह प्राणायाम करना है बहुत फायदेमंद, जानें कितने प्रकार के होते हैं ये और क्या है अभ्यास का सही तरीका

Disclaimer