उदारकर्षणासन योग को यूनिवर्सल स्पाइनल ट्विस्ट के नाम से भी जाना जाता है। जैसा कि नाम से स्पष्ट है कि इस योगासन की मदद से आप अपने रीढ़ की हड्डी को दाईं और बाईं ओर घुमाते हुए पूरे शरीर की एक्सरसाइज करते हैं। इस योग की मदद से आपकी अपच, कब्ज और पाचन तंत्र संबंधी समस्याएं भी दूर हो जाती है। इस योग की मदद से आप अलग-अलग भी कर सकते हैं। योग का आपके मन, शरीर और स्वास्थ्य पर प्रभावी ढंग से असर पड़ता है। अपने दिन की शरुआत उदारकर्षणासन योग से करना काफी फायदेमंद है। इससे आपका शरीर पूरे दिन फिट और फुर्तीला महसूस करता है।
उदारकर्षणासन योग के फायदे (Abdominal twist yoga pose benefits)
1. उदारकर्षणासन योग से आपको पेट की अतिरिक्त चर्बी कम करने में मदद मिलती है।
2. मांसपेशियों को स्ट्रेच करने से पूरे शरीर को आराम मिलता है। साथ ही शरीर में दर्द भी नहीं रहता है।
3. इसके अलावा महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाली ऐंठन में भी काफी आराम मिलता है।
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4. पाचन में सुधार करता है और गैस से भी छुटकारा पाने में सहायक होता है।
5. साथ ही इस मुद्रा से पीठ की तकलीफ और रीढ़ की हड्डी के विकारों से भी छुटकारा मिल सकता है।
6. यह शरीर के घुटनों और उंगलियों में एक खिंचाव पैदा कर राहत देता है।
7. यह शरीर को डिटॉक्स करने के लिए भी एक अच्छा योग है।
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उदारकर्षणासन योग करने का तरीका
किसी भी प्रकार की चोट से बचने के लिए और इस योग का अधिकतम लाभ उठाने के लिए इस आसन को सही ढंग से करना बेहद जरूरी है। इसलिए इसके सभी स्टेप्स को ध्यान से करें।
1. दोनों पैरों को एकसाथ रखते हुए जमीन पर सीधे लेट जाएं।
2. हथेलियों को नीचे रखते हुए बाजुओं को कंधों के बराबर के स्तर पर फैलाएं।
3. दाहिने पैर को मोड़ें, पैर को बाएं घुटने के पास लाएं। बाएं हाथ को दाहिने घुटने के ऊपर रखना चाहिए।
4. बाएं पैर को पूरी तरह से मोड़कर और पैर को बाएं घुटने के पास रखते हुए, दाहिने घुटने को बाईं ओर फर्श पर नीचे लाएं।
5. दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली को देखते हुए सिर को दाहिनी ओर मोड़ें।
6. बाएं हाथ को दाहिने घुटने पर रखें और दाहिना हाथ और कंधा जमीन के संपर्क में रहना चाहिए।
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7. फिर आप सिर को दूसरी तरफ यानी बाएं घुटने की ओर मोड़ें। इस दौरान पैर को सीधा रखें।
8. अब इस अभ्यास को तब तक कर सकते हैं, जब तक आप सहज महससू करें।
9. उसके बाद घुटने और सिर को बीच में लाकर वापस पहले वाली स्थिति में आ जाएं।
10. अब इसी अभ्यास को अब दाहिने पैर को सीधा करके कर सकते हैं।
इस आसन का अभ्यास दोनों ओर से 5 बार करें। अस पूरे आसन के दौरान सांस लेते और छोड़ते रहे। अंतिम स्थिति में पहुंचने पर धीमी सांस लें और छोड़ें। इस आसन को आप किसी एक्सपर्ट की मदद से भी कर सकते हैं।
उदारकर्षणासन योग के दौरान सावधानियां
शरीर के किसी भी अंग में अधिक खिंचाव न लाएं। ज्यादा खिंचाव से जांघों, पैरों, घुटनों, कूल्हों और पीठ में दर्द हो सकता है। इसके अलावा अगर आपकी कमर वाले हिस्से में दर्द है या चोट लगी है तो इस आसन का अभ्यास बिल्कुल न करें। साथ ही अगर आपको माइग्रेन या रीढ़ की हड्डी में कोई समस्या है तो, इस आसन को करने से बचें।