कब्ज से छुटकारा पाने के लिए करें रोज सुची मुद्रा, जानें इसके 3 फायदे और करने का तरीका

Mudra for Constipation: कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप सुची मुद्रा (suchi mudra) का अभ्यास कर सकते हैं। इससे आपको काफी आराम मिलेगा।
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कब्ज से छुटकारा पाने के लिए करें रोज सुची मुद्रा, जानें इसके 3 फायदे और करने का तरीका


Suchi Mudra for Constipation: अनहेल्दी डाइट, इनएक्टिव लाइफस्टाइल और बढ़ता तनाव कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं (Health problems) का कारण बनता जा रहा है। इन्हीं में से एक है कब्ज (constipation)। कब्ज होने पर मल त्याग करने में परेशानी होती है। कब्ज की वजह से व्यक्ति को तरह-तरह की बीमारियां होने लगती हैं, इसलिए इसका समय पर इलाज जरूरी है। कई लोग कब्ज दूर करने के लिए दवाइयों का सहारा लेते हैं, तो कुछ लोग प्राकृतिक तरीके से इस समस्या को ठीक करना चाहते हैं। कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए सुची मुद्रा एक बेहतरीन उपाय (suchi mudra is beneficial for treating constipation) है। इसे आप आसानी से घर पर ही कर सकते हैं। सुची मुद्रा क्या है? इस बारे में जानने के लिए पढ़ते हैं आगे…

Suchi mudra ke fayde: सुची मुद्रा कब्ज, गैस और पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने का सबसे आसान तरीका है। यह पेट को अच्छी तरह से साफ करने में मदद करता है। सुची मुद्रा करने से आपको शारीरिक और मानसिक शांति मिलती है।  

सुची मुद्रा क्या है? (suchi mudra in hindi)

सुची मुद्रा एक हस्त मुद्रा है। यह संस्कृत शब्द शुचि से लिया गया है। शुची का मतलब पवित्रता या स्वच्छता है। यह मुद्रा हाथों की उंगुलियों की एक विशेष स्थिति होती है, जिसमें पांच तत्वों का संतुलन होता है। सुची मुद्रा करने से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से लाभ मिलता है।

suchi mudra benefits

सुची मुद्रा कैसे करें?  (Mudra For Constipation)

कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए आप नियमित रूप से सुची मुद्रा का अभ्यास कर सकते हैं। 

  • सुची मुद्रा करने के लिए सबसे पहले किसी शांत, हवादार और खुली जगह में पद्मासन में बैठ जाएं।
  • अपनी दोनों आंखें बंद कर लें। 
  • अपने दोनों हाथों की मुट्ठियां बंद कर लें। 
  • दोनों  मुट्ठियों को अपनी छाती पर रखें।
  • बाएं हाथ को छाती पर ही टिकाकर रखें। 
  • इसके बाद लंबी गहरी सांस लेते हुए दाएं हाथ को सामने की तरफ लाएं। 
  • अब अपनी तर्जनी (index finger) को ऊपर की तरफ उठा लें।
  • इस दौरान आपके अंगूठे से अनामिका उंगुली पर दबाव पड़ना चाहिए।
  • आप इस मुद्रा अवस्था में 5-10 मिनट रह सकते हैं।
  • फिर दाएं हाथ को सीने पर रखकर, बाएं हाथ से यही प्रक्रिया दोहराएं।
  • आप इस मुद्रा को दोनों हाथों से 10-12 बार दोहरा सकते हैं।
  • अगर आपको लंबे समय से कब्ज है, तो आप इसकी समय सीमा बढ़ा भी सकते हैं।
  • रोजाना सुची मुद्रा (suchi mudra) के अभ्यास से आपको कब्ज में काफी आराम मिलेगा।

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सुची मुद्रा के फायदे (suchi mudra benefits)

  • 1. सुची मुद्रा पुराने से पुराने कब्ज से राहत दिलाने में फायदेमंद माना जाता है।
  • 2. आंतों को डिटॉक्स या साफ करने के लिए सुची मुद्रा किया जा सकता है।
  • 3. शरीर से गंदगी निकालने के लिए सुची मुद्रा का रोजाना अभ्यास करें।
  • 4. माइग्रेन, सीने में दर्द और जलन को दूर करने में भी सुची मुद्रा लाभकारी होती है।
  • 5. सुची मुद्रा पेट और पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करता है। 
  • 6. गैस, अपच और कब्ज के लिए सुची मुद्रा बेहद फायदेमंद माना जाता है।
  • 7. सुची मुद्रा तनाव, चिंता दूर करके दिमाग को तरोताजा रखता है।

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सुची मुद्रा करते हुए सावधानियां (suchi mudra Precautions)

सुची मुद्रा शरीर के असंतुलित तत्वों को संतुलित करने में मदद करता है। लेकिन सुची मुद्रा करते हुए कुछ बातों का ध्यान रखें।

  • इस मुद्रा को करते हुए किसी तरह की परेशानी हो, तो अभ्यास करना बंद कर दें।
  • शुरुआत में योग शिक्षण या गुरु की देखरेख में ही सुची मुद्रा का अभ्यास करें।
  • हाथों में चोट या दर्द की स्थिति में सुची मुद्रा न करें।

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अगर आपको भी कब्ज रहती है, तो सुची मुद्रा का अभ्यास कर सकते हैं। इससे पुराने से पुराने कब्ज की समस्या ठीक होती है। सुची मुद्रा करने  से पेट, पाचन संबंधी सभी समस्याएं होती हैं। अच्छी सेहत और बीमारियों से मुक्त रहने के लिए दिन में 10 मिनट सुची मुद्रा का अभ्यास जरूर करें।

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