Best Mudra To Get Relief From Joint Pain: किसी तरह की चोट लगने या अन्य समस्याओं के कारण अक्सर लोगों को जोड़ों में दर्द की समस्या होने लगती है। हालांकि, बढ़ती उम्र में जोड़ों में दर्द की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। लेकिन, आज के समय में इंफेक्शन, बुखार व अन्य बीमारियों के जोखिम के चलते भी लोगों को जोड़ों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वैसे, तो जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए कई मेडिकल इलाज उपलब्ध हैं। लेकिन, यदि दर्द हल्का है तो ऐसे में आप योगासन को अपना सकते हैं। योग क्रिया में आने वाली मुद्राएं बढ़ती उम्र के लोगों के लिए दर्द को दूर करने का एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इस लेख में इंस्टाग्राम की योगा एक्सपर्ट से जानते हैं कि जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए कौन सी मुद्रा फायदेमंद साबित हो सकती है?
जोड़ों में दर्द को दूर करने के लिए फायदेमंद है ये मुद्रा - Mudra To Get Relief From Joint Pain In Hindi
योग और मुद्राएं हमारे शरीर और मन को स्वस्थ रखने के लिए प्राचीन भारतीय विधियां हैं। इन्हीं में से एक है संधि मुद्रा, जो विशेष रूप से जोड़ों के दर्द को कम करने और उन्हें लचीला बनाने में सहायक है। आइए जानें संधि मुद्रा के फायदे। (Benefits of Sandhi Mudra)
जोड़ों को लचीला बनाएं - Flexible Joint
संधि मुद्रा के नियमित अभ्यास से जोड़ों की लचीलापन बनाया जा सकता है। यह गठिया (arthritis) जैसी बीमारियों में भी मददगार साबित होती है।
सूजन कम करें - Reduce Inflammation
संधि मुद्रा सूजन को नियंत्रित करने में सहायक होती है। यह शरीर के कोशिकाओं को दोबारा ठीक करने और टिश्यू को रिपेयर करने में मदद करती है।
जोड़ों के दर्द से राहत - Relief Joint Pain
यह मुद्रा शरीर के जोड़ों में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाती है। इससे जोड़ों में होने वाली सूजन और जकड़न को कम करने में मदद मिलती है। जिससे व्यक्ति को दर्द कम महसूस होता है।
एनर्जी को बढ़ाएं - Increase Energy Level
संधि मुद्रा शरीर में ऊर्जा का संतुलन बनाए रखती है। यह जोड़ों में होने वाले ब्लॉकेज को खत्म कर ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ावा देती है। ऐसे में व्यक्ति को थकान महसूस नहीं होती है।
संधि मुद्रा करने का सही तरीका (How to Perform Sandhi Mudra)
- शांत और साफ वातावरण में आराम से बैठ जाएं।
- इसके बाद रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें और हथेली के पिछले भाग को घुटनों पर रखें।
- अब अपने दाहिने हाथ की मध्यमा (middle finger) और अंगूठे (thumb) को आपस में मिलाएं।
- ठीक ऐसे ही बाएं हाथ की अनामिका (रिंग फिंगर) को अंगूठे से मिलाएं।
- आंखों को बंद करें और साऱा ध्यान सांसों पर लगाएं।
- इस क्रिया का नियमित अभ्यास दिन में 3 बार 7 से 10 मिनट तक कर सकते हैं।
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Mudra For Joint Pain: संधि मुद्रा जोड़ों के दर्द को कम करने और शरीर को स्वस्थ रखने का एक सरल और प्रभावी तरीका है। यह न केवल शारीरिक लाभ प्रदान करती है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन भी बढ़ाती है। नियमित अभ्यास से आप अपने जोड़ों को मजबूत, लचीला और दर्द-मुक्त बना सकते हैं।
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