मोशन सिकनेस एक आम समस्या है, जो आमतौर पर ट्रेन, कार या फिर प्लेन में ट्रैवल करने के दौरान होती है। ऐसे में आपको उल्टी, चक्कर आना और पेट में ऐंठन होने जैसी समस्या हो सकती है। आमतौर पर यह तब होता है जब आपकी आखें और इनर ईयर ब्रेन तक सिग्नल पहुंचाते हैं। जब ब्रेन तक ठीक तरह से सिग्नल नहीं मिल पाता है तो ऐसी समस्या होती है। इससे राहत पाने के लिए आप शून्य मुद्रा का अभ्यास कर सकते हैं। चलिए योग एक्सपर्ट अनशुका से जानते हैं शून्य मुद्रा का अभ्यास करने के फायदे।
मोशन सिकनेस में कैसे फायदेमंद?
मोशन सिकनेस दूर करने के लिए आप यह आसन कर सकते हैं। इसका अभ्यास को करने से बॉडी रिलैक्स होती है साथ ही साथ दिमाग भी शांत होता है, जिससे उल्टी या मतली जैसी समस्या से राहत मिलती है। इसे करने से आपकी बॉडी रिलैक्स होती है और सांसें नियंत्रित रहती हैं। इससे मोशन सिकनेस की समस्या दूर होती है।
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शून्य मुद्रा का अभ्यास करने के फायदे
- श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली, योग विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर रमेश कुमार से जानते हैं शून्य मुद्रा के फायदे और इसे करने के तरीके के बारे में।
- शून्य मुद्रा का अभ्यास करना सेहत के लिए कई तरीकों से फायदेमंद होता है।
- इस मुद्रा को करने से गले से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं साथ ही साथ आवाज भी साफ होती है।
- इसे करने से कान और शरीर के अन्य हिस्से में होने वाली सूजन भी काफी कम होती है।
- इसे करने से शरीर में पित् नहीं बढ़ता है साथ ही जोड़ों के दर्द से भी राहत मिलती है।
शून्य मुद्रा करने का तरीका
- शून्य मुद्रा को करने के लिए आपको पद्मासन के आसन में बैठना है।
- शून्य मुद्रा को करने के लिए आपको अपनी रीढ़ की हड्डी, पीठ और गर्दन को सीधा रखना है और तनाव मुक्त होकर बैठें।
- अब आपको आरामदायक अवस्था में बैठकर हथेलियों को घुटनों पर रखना है। इस दौरान आपको हथेलियों को सीधे रखें।
- अपनी अंगूठे को सीधा रखें और अन्य उंगलियों को सीधा रखें।
- इस दौरान आपको सांसों पर ध्यान केंद्रित करना है।
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