Expert

गठिया दर्द से राहत पाने के लिए करें ये 5 योगासन, शरीर की अकड़न से भी मिलेगा आराम

गठिया की समस्या से राहत पाने के लिए जरूरी है कि आप कुछ ऐसी गतिविधियां करें, जो आपके जोड़ों के दर्द को कम करने और शरीर के अकड़न से राहत दिला सके। इसके लिए आप इन योगासनों का अभ्यास कर सकते हैं- 
  • SHARE
  • FOLLOW
गठिया दर्द से राहत पाने के लिए करें ये 5 योगासन, शरीर की अकड़न से भी मिलेगा आराम


क्या आप सुबह उठने के बाद अपने जोड़ों में जकड़न, दर्द या अकड़न जैसी समस्याओं को महसूस करते हैं? अगर हां, तो ये गठिया की समस्या के कारण होती है। गठिया की समस्या न सिर्फ आपको शारीरिक रूप से थका देती है, बल्कि यह आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है। लेकिन, गठिया की समस्या से राहत पाने के लिए जरूरी है कि आप अपने रूटीन में कुछ ऐसी फिजिकल एक्टिविटी शामिल करें, जो आपके गठिया की समस्या को कम करने और शरीर की अकड़न से राहत दिलाने में मदद कर सके। ऐसे में अगर आप भी गठिया की समस्या से परेशान रहते हैं तो उत्तम नगर में स्थित योग जंक्शन के योग थेरेपिस्ट प्रवीण गौतम के बताएं इन योगासनों को ट्राई कर सकते हैं।

गठिया दर्द से राहत पाने के लिए योग - Yoga To Get Relieve From Arthritis Pain in Hindi

1. भुजंगासन - Cobra Pose

भुजंगासन करने से पीठ, रीढ़ और कंधों के दर्द से राहत दिलाने में काफी फायदेमंद होते हैं। यह कम के निचले हिस्से में होने खिंचाव देता है, जिससे पीठ दर्द से राहत मिलती है। रूप से पीठ, रीढ़ और कंधों के लिए लाभकारी होता है। यह कमर के निचले हिस्से में खिंचाव देता है जिससे पीठ दर्द में राहत मिलती है। इस मुद्रा को करने से कमर और रीढ़ में लचीलापन आता है। साथ ही गठिया के कारण होने वाले पीठ दर्द से भी राहत मिलती है। इस योग को करने के लिए आप अपने पेट के बल लेट जाएं और फिर दोनों हाथों को कंधों के पास जमीन पर रखें, इसके बाद धीरे-धीरे सांस लें और अपनी छाती को ऊपर की ओर उठाएं। फिर सिर्फ नाभि तक शरीर को उठाएं, कमर से नीचे का हिस्सा जमी पर रखें। कुछ सेकेंड इस स्थिति में रुकें और फिर धीरे-धीरे वापस अपनी पहले वाली स्थिति में आ जाए।

इसे भी पढ़ें: क्या AC की हवा में गठिया के मरीजों के हाथ-पैरों में दर्द की समस्या बढ़ा सकती है? डॉक्टर से जानें

2. परिवृत्त कोणासन - Side Angle Pose

गठिया के दर्द से राहत पाने के लिए जरूरी है कि आप अपने फिजिकल रूटीन में परिवृत्त कोणासन शामिल कर सकते हैं। इस आसन को करने से टांगों, कमर और कंधों को स्ट्रेच करने में मदद मिलती है। यह शरीर को स्थिरता देने और संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। इस आसन को करने से जांघ, हिप्स और कंधे की जकड़न कम होती है और शरीर में एनर्जी का फ्लो बेहतर होता है। इस आसन को करने के लिए आप सीधे खड़े हो जाए और फिर अपने एक पैर को आगे और दूसरे को पीछे की ओर ले जाएं। इसके बाद अपने आगे वाले पैर के घुटने को मोड़ें और पीछे का पैर सीधा रखें। अब आगे झुककर कोहनी को घुटने पर रखें और दूसरे हाथ को ऊपर की ओर फैलाएं। इस दौरान अपनी गर्दन को ऊपर की तरफ घुमाएं और हाथ की दिशा में देखें।

3. पश्चिमोत्तानासन - Paschimottanasana

यह आसन मुख्य रूप से आपकी रीढ़, हैमस्ट्रिंग और हिप्स पर कार्य करते है। यह तनाव कम करते है, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होती है। नियमित रूप से पश्चिमोत्तानासन करने से गठिया के कारण जोड़ों में होने वाली अकड़न से राहत मिलती है। इसके अलावा, ये पाचन तंत्र में सुधार करता है, जिससे पेट से जुड़ी समस्या होने की संभावना भी कम होती है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप जमीन पर पैरों को सामने फैलाकर बैठ जाएं और फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें और हाथों से पैरों के पंजे पकड़ें। इसके बाद अपने माथे को घुटने से लगाने की कोशिश करें। कुछ देर इस स्थिति में बने रहे और फिर धीरे-धीरे वापस अपने पहले वाली स्थिति में आ जाए।

yoga-for-arthritis-inside

4. वीरभद्रासन - Warrior Pose

गठिया की समस्या से पीड़ित लोग वीरभद्रासन भी कर सकते हैं। इस आसन को करने से पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है, जो आपके पूरी शरीर में एनर्जी के फ्लो को बढ़ाता है। इस आसन को करने से जोड़ों की ताकत बढ़ती है, संतुलन में सुधार होता है, जो उम्र बढ़ने के साथ होने वाली गठिया की समस्या को दूर करने और बुजुर्गों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। वीरभद्रासन करने के लिए आप पहले सीधे खड़े हो जाएं और फिर एक पैर को लगभग 3 फीट दूर रखें। इसके बाद अपने आगे वाले घुटने को मोड़ें और पीछे वाला पैर सीधा रखें, दोनों हाथों को सिर के ऊपर जोड़ें या सामने फैलाए और अपनी आंखों को सामने की ओर रखते हुए गहरी सांसें लें।

इसे भी पढ़ें: हाई यूरिक एसिड में हरसिंगार के फायदे, जानें आयुर्वेदाचार्य से

5. चक्रवाकासन - Cat-Cow Pose

गठिया की समस्या से राहत पाने के लिए आप चक्रवाकासन भी कर सकते हैं। यह आसन आपके रीढ़ के लचीलेपन को बढ़ाता है, जो गर्दन, पीठ और कंधों की जकड़न को कम करता है। इस आसन को करने के लिए आप अपने घुटनों और हथेलियों के बल आ जाएं बिल्ली की तरह। इसके बाद सांस लेते हुए पीठ को नीचे करें और सिर को ऊपर की ओर उठाएं। फिर सांस छोड़ते हुए पीठ को ऊपर उठाएं और ठोड़ी को अपनी छाती से लगाएं। इस पूरी प्रक्रिया को 5 से 10 बार दोहराएं।

निष्कर्ष

गठिया और शरीर की जकड़न से राहत पाने के लिए आप नियमित रूप से इन योगासनों का अभ्यास कर सकते हैं, जो आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। लेकिन, अगर आप पहली बार इन योगासनों का अभ्यास कर रहे हैं तो किसी एक्सपर्ट की मदद जरूर लें।
Image Credit: Freepik

FAQ

  • गठिया रोग किसकी वजह से होता है?

    गठिया रोग, जिसे आर्थराइटिस भी कहा जाता है, एक या एक से ज्यादा जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न के कारण हो सकता है। यह अलग-अलग तरह से मरीज को प्रभावित कर सकता है।
  • गठिया में कहाँ-कहाँ दर्द होता है?

    गठिया की समस्या में आमतौर पर आपके जोड़ों में दर्द होता है, और यह शरीर के किसी भी हिस्से के जोड़ों को प्रभावित कर सकता है, जिसमें हाथ, पैर, घुटने, हिप्स और पीठ शामिल है।
  • गठिया रोग की पहचान क्या है?

    गठिया रोग की पहचान जोड़ों में दर्द, सूजन, अकड़न और गतिशीलता में कमी जैसे लक्षणों से की जा सकती है। इसके अलावा, कुछ मामलों में थकान, बुखार और स्किन में बदलाव भी नजर आ सकते हैं।

 

 

 

Read Next

हार्ट के मरीजों को जरूर करना चाहिए योग, मिलते हैं कई जबरदस्त फायदे

Disclaimer