रतौंधी, जिसे नाइट ब्लाइंडनेस भी कहते हैं आंखों से जुड़ी एक ऐसी समस्या है जिसमें व्यक्ति को शाम के बाद कम दिखने लगता है। जैसे-जैसे रात होती है आंखों की रोशनी कम हो जाती है और कई बार तो दिन के समय भी कम रोशनी वाली जगह पर भी दिखता नहीं है। रतौंधी के पीछे कई कारण हो सकते हैं जिसमें से पहला कारण है मोतियाबिंद या रेटिना से जुड़ी समस्याएं, दूसरा आंखों की चोट और तीसरा और सबसे जरूरी डाइट से जुड़ी कमियां। सिर्फ डाइट से जुड़ी कमियों की बात करें तो खाने में विटामिन ए की कमी सेनाइट ब्लाइंडनेस की समस्या बढ़ने लगती है। ऐसे में आपको कोशिश करनी चाहिए कि आप अपनी डाइट में उन चीजों को शामिल करें जिसमें विटामिन ए हो या जो आंखों की रोशनी बढ़ाए जैसे कि अंडा। इसके अलावा भी सेहत के लिए अंडा खाने के कई फायदे हैं (egg benefits for night blindness), जानते हैं इस बारे में Ms. Edwina Raj, Head of Services - Clinical Nutrition & Dietetics, Aster CMI Hospital, Bangalore से।
रतौंधी में अंडा खाने के फायदे-Egg benefits for night blindness in hindi
Ms. Edwina Raj बताती हैं कि रतौंधी से पीड़ित लोगों के लिए अंडे बहुत फायदेमंद होते हैं क्योंकि इनमें विटामिन ए भरपूर मात्रा में होता है। रतौंधी अक्सर विटामिन ए की कमी के कारण होती है, जो कम रोशनी में अच्छी दृष्टि के लिए जरूरी है। इसके अलावा भी अंडे में ऐसी कई चीजें हैं जो कि नाइट ब्लाइंडनेस की समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं। जैसे कि
अंडे की जर्दी में विटामिन ए होता है
अंडे की जर्दी, विटामिन ए का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो फैट में घुलनशील विटामिन है जो दृष्टि, प्रतिरक्षा कार्य और त्वचा के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। अंडे की जर्दी में विटामिन ए सक्रिय रूप में होता है जिसे रेटिनॉल भी कहा जाता है। इसके अलावा अंडे की जर्दी में घुलनशील विटामिन जैसे डी, ई और के भी होता है जो कि रेटिना और आंखों की सेहत को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा अंडे की जर्दी में रेटिनॉल होता है, जो विटामिन ए का सक्रिय रूप है, जिसका शरीर सीधे उपयोग कर सकता है। इससे आंखों के टिशूज हेल्दी रहते हैं और नाइट ब्लाइंडनेस की समस्या से बचाव होता है।
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ल्यूटिन और जेक्सैंथिन से भरपूर है अंडा
अंडा ल्यूटिन और जेक्सैंथिन (lutein and zeaxanthin) से भरपूर है जो आंखों की रक्षा करते हैं और आई साइट को स्ट्रांग करने में मददगार है। ल्यूटिन और जेक्सैंथिन कैरोटीनॉयड हैं जो मैक्युला जो रेटिना के मध्य भाग में जमा होते हैं। ये यहां हानिकारक नीली रोशनी को फिल्टर करके और ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ने के लिए एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करके आंखों के स्वास्थ्य की रक्षा करने में मदद करते हैं। ये उम्र से संबंधित धब्बेदार रेटिना और मोतियाबिंद के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं और आंखों को एजिंग की वजह से होने वाले नुकसानों से बचा सकते हैं। इसके अलावा ल्यूटिन और जेक्सैंथिन आपकी आंखों को यूवी रेज और कंप्यूटर और मोबाइल से निकलने वाली ब्लू रेज के नुकसान से बचा सकते हैं।
प्रोटीन से भरपूर है अंडा
नियमित रूप से अंडे खाने से आंखों के स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। अंडे प्रोटीन और हेल्दी फैट का भी अच्छा स्रोत हैं, जो समग्र पोषण में सहायक होते हैं। समें ओमेगा-3 प्रदान करके आंखों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं, जो रेटिना कोशिकाओं की रक्षा करते हैं, नीली रोशनी को फिल्टर करते हैं और उम्र से संबंधित मैक्युलर डिजनरेशन से आंखों को बचाते हैं।
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रतौंधी में अंडा कैसे खाएं-How to eat egg in night blindness
रतौंधी में अंडे को उबालकर, भुर्जी बनाकर या ऑमलेट के रूप में खाया जा सकता है। उबले अंडे सबसे स्वास्थ्यवर्धक विकल्प हैं क्योंकि इनमें तेल या अतिरिक्त फैट की जरूरत नहीं होती है। ज़्यादातर लोगों के लिए दिन में एक अंडा सुरक्षित मात्रा हो सकता है। जर्दी सहित पूरा अंडा खाना सबसे अच्छा है क्योंकि आंखों के लिए ज्यादा पोषक तत्व यहीं पाए जाते हैं।
हालांकि, अगर आपको इसकी गंभीर कमी है, तो अपने डॉक्टर या योग्य आहार विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार सप्लीमेंट लेकर रतौंधी से बचा सकता है। इसके अलावा अगर आपको रतौंधी के लक्षण महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
FAQ
रतौंधी के लक्षण क्या हैं?
रतौंधी के लक्षणों में व्यक्ति को रात को देखने में दिक्कत होती है, वस्तुओं को पहचानने में परेशानी और तेज रोशनी से दिक्कत महसूस हो सकती है। इतना ही नहीं कई मामलों में रंगों को समझने में भी दिक्कत हो सकती है।किसकी कमी से रतौंधी होती है?
रतौंधी विटामिन ए की कमी की वजह से हो सकता है। इसके अलावा शरीर में प्रोटीन, ल्यूटिन और जेक्सैंथिन की कमी भी इसकी वजह बन सकती है।कौन से विटामिन की कमी से आंखें कमजोर होती हैं?
विटामिन ए, विटामिन ई और विटामिन बी 12 की कमी से आंखें कमजोर हो सकती हैं। ये तीनों ही आंखों को हेल्दी रखने के लिए बेहद जरूरी हैं।
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Sep 23, 2025 16:24 IST
Published By : Pallavi Kumari