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महिलाओं में अंडा न बनने के क्या कारण हैं? डॉक्टर से जानें

किसी भी महिला के कंसीव करने के लिए जरूरी है कि उनका एग प्रोडक्शन सही तरह से हो। ऐसे में महिलाओं में अंडा न बनने की समस्या कई कारणों से हो सकती है, जिसमें-
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महिलाओं में अंडा न बनने के क्या कारण हैं? डॉक्टर से जानें


आज के समय में महिलाओं को स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। खासकर महिलाओं में प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं काफी तेजी से बढ़ गई हैं। कई बार महिलाएं दिखने में तो स्वस्थ लगती हैं, लेकिन फिर भी उन्हें नेचुरल तरीके से कंसीव करने में परेशानी होती है। महिलाओं के कंसीव न कर पाने का एक बड़ा कारण अंडे की कमी या अंडा सही तरह से न बनना है। महिलाओं में अंडे न बनने की समस्या कई कारणों से हो सकती है। इसलिए, इस समस्या को ठीक करने के लिए जरूरी है कि आप इन कारणों का पता लगाएं। ऐसे में आइए आज के इस लेख में हम देहरादून के कैलाश अस्पताल के प्रसूति एवं स्त्री रोग सलाहकार डॉ. संध्या देवड़ा (Dr. Sandhya Deora, Consultant Obstetrics and Gynecology, Kailash Hospital, Dehradun) से जानने की कोशिश करते हैं कि महिलाओं में अंडा न बनने के क्या कारण हो सकते हैं?

महिलाओं में अंडा न बनने के कारण - Causes of lack of egg production in women in hindi

डॉ. संध्या देवड़ा का कहना है कि एनोव्यूलेशन या अंडों का न बनना महिलाओं में प्रजनन क्षमता की कमी के प्रमुख कारणों में से एक है। यह मुख्य रूप से एक या एक से ज्यादा हार्मोन्स के असंतुलन के कारण होता है, खासतौर पर ओव्यूलेशन में शामिल हार्मोनों के असंतुलन के कारण होता है।

1. एंड्रोजन लेवल का बढ़ना

जब महिलाओं के शरीर में ज्यादा मात्रा में एंड्रोजन लेवल बढ़ने की समस्या को हाइपरएंड्रोजेनिज्म कहा जाता है। इससे अंडाशय में मौजूद फॉलिकल्स सही तरह से विकसित नहीं हो पाते और ओव्यूलेशन (causes of poor egg quality in females) नहीं हो पाता है, यह स्थिति कई कारणों से हो सकती है, जिसमें-

  • पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS)
  • मोटापा
  • एड्रिनल ग्रंथि की समस्याएं
  • पिट्यूटरी ग्लैंड डिसऑर्डर
  • कुछ दवाओं का साइड इफेक्ट्स

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2. पिट्यूटरी ग्लैंड की कार्यक्षमता में कमी

पिट्यूटरी ग्लैंड शरीर की एंडोक्राइन सिस्टम का अहम हिस्सा होता है, जो FSH और LH हार्मोन का निर्माण करता है। अगर महिलाओं के शरीर में यह ग्लैंड पर्याप्त मात्रा में हार्मोन नहीं बनाती है, तो अंडाणु विकसित नहीं होते। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे-

  • कम बॉडी वेट या BMI
  • ज्यादा और लंबे समय तक एक्सरसाइज करना
  • शीहान सिंड्रोम
  • पिट्यूटरी ग्लैंड में ट्यूमर
  • सर्जरी या चोट लगने के कारण ग्लैंड को नुकसान

3. प्रोलैक्टिन का हाई लेवल

प्रोलैक्टिन एक हार्मोन है जो मुख्य रूप से मिल्क प्रोडक्शन के लिए जिम्मेदार होता है। जब इसका स्तर सामान्य से ज्यादा होता है तो यह FSH और LH को दबा देता है, जिससे ओव्यूलेशन नहीं होता, जिसके पीछे कई कारण हो सकते हैं-

  • ब्रेस्टफीडिंग
  • प्रोलैक्टिनोमा
  • किडनी, लिवर या थायराइड

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4. थायराइड हार्मोन की कमी

महिलाओं के शरीर में थायराइड हार्मोन की कमी भी हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकती है और FSH, LH और GnRH पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है, जिससे अंडाणु नहीं बनते और महिला को कंसीव करने में समस्या हो सकती है।

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5. गोनाडोट्रोपिन-रिलीजिंग हार्मोन की कमी

गोनाडोट्रोपिन-रिलीजिंग हार्मोन यानी GnRH) महिलाओं के शरीर का एक अहम हार्मोन है, जो पिट्यूटरी ग्लैंड को FSH और LH रिलीज करने के लिए बढ़ावा देता है। महिलाओं के शरीर में इसकी कमी होने से पूरी फर्टिलिटी साइकिल प्रभावित हो सकती है।

6. मानसिक तनाव

किशोरावस्था में जब लड़कियों को पीरियड्स आने शुरू होते हैं या मेनोपॉज के समय महिलाओं के शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे अंडे बनने बंद हो जाते हैं। इसी तरह ज्यादा मानसिक तनाव, डिप्रेशन, नींद की कमी आदि भी हार्मोन में गड़बड़ी का कारण बन सकता है।

निष्कर्ष

महिलाओं में अंडे न बनना एक बड़ी समस्या है, जो कई कारणों से हो सकती है। अंडे न बनना कई तरह के हार्मोन और शारीरिक समस्याओं से जुड़ा है। ऐसे में समय रहते इस समस्या की पहचान करना महिलाओं के फर्टिलिटी के लिए बहुत जरूरी है।
Image Credit: Freepik

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  • Current Version

  • Oct 19, 2025 17:00 IST

    Published By : Katyayani Tiwari

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