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इन कारणों से खाएं कब्ज में दलिया, मल त्याग में आसानी के साथ आंतों की होगी सफाई

कब्ज में दलिया: कब्ज की समस्या अक्सर तब होती है जब किसी का बॉवेल मूवमेंट खराब होता है या मल कठोर हो जाता है। ऐसी स्थिति में दलिया खाना किस प्रकार से मददगार हो सकता है, जानते हैं एक्सपर्ट से।
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इन कारणों से खाएं कब्ज में दलिया, मल त्याग में आसानी के साथ आंतों की होगी सफाई


कब्ज में दलिया: कब्ज की समस्या से अक्सर लोग परेशान रहते हैं। ये खराब लाइफस्टाइल की वजह से आम होता जा रहा है। देर रात जागना और अनहेल्दी फूड्स का सेवन, इसकी वजह बन सकता है। दरअसल, होता ये है कि जब आप ज्यादा अनहेल्दी चीजों का सेवन करते हैं और फिर देर रात तक जागते रहते हैं तो आपका मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है जिसका असर आपके बॉवेल मूवमेंट पर पड़ता है। इसके अलावा डिहाइड्रेशन, हार्मोन्स का असंतुलन और फिर खाने में फाइबर की कमी भी कब्ज की वजह बन सकती है। ऐसे में आपको उन चीजों का सेवन करना चाहिए जो कि मल को मुलायम बनाने के साथ बॉवेल मूवमेंट को तेज करने में मदद करे जैसे दलिया। आइए, प्रिया पालीवाल, चीफ डायटिशियन, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली से जानते हैं कि कब्ज की समस्या में दलिया खाना (kabj me daliya khane ke fayde) कितना कारगर हो सकता है?

कब्ज में दलिया खाने के फायदे

डायटिशियन प्रिया पालीवाल बताती हैं कि कब्ज की समस्या में दलिया खाना बहुत फायदेमंद (Benefits of dalia in constipation in hindi) होता है। दलिया फाइबर से भरपूर होता है, जो पेट की सफाई में मदद करता है और कब्ज खत्म करता है। इसमें पानी की मात्रा भी अच्छी होती है, जो मल को नरम करता है और आसानी से बाहर निकलने में मदद करता है। इसके अलावा भी दलिया ऐसे कई कारकों को बढ़ावा देता है जो कि कब्ज में मल त्याग को आसान बनाने के साथ बॉवेल मूवमेंट को सही करने में मदद कर सकते हैं।

दलिया खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है

दलिया खाने से पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है। जब आप दलिया खाते हैं तो आपका मेटाबॉलिक रेट तेज होता है, जिससे खाना पूरी तरह से पचता है और शरीर समय-समय पर वेस्ट को बाहर निकालता जाता है। इसके अलावा ये मल त्याग की फ्रीक्वेंसी को भी सही रखने में मददगार है।

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आंतों की गति सुधरती है

जब आप दलिया खाते हैं तो आंतों की गति में सुधार आता है। दरअसल, दलिया एक प्रकार से प्रीबायोटिक की तरह काम करता है और गट बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है। इससे डाइजेशन तेज होता है और कब्ज की समस्या में कमी आ सकती है।

constipation

मल को मुलायम बनाने में मददगार है दलिया

दलिया खाना मल को मुलायम बनाने में मदद कर सकता है। इसका फाइबर मल में अतिरिक्त थोक (bulk) जोड़ने का काम करता है जिससे मल मुलायम हो जाता है और डाइजेस्टिव ट्रैक्ट से इसे पास करना आसान हो जाता है। इस प्रकार से जब मल मुलायम हो जाता है तो कब्ज की समस्या में अपने आप कमी आने लगती है।

कब्ज के मरीज कैसे खाएं दलिया?

प्रिया पालीवाल बताती हैं दलिया एक प्रकार का हल्का भोजन है इसलिए इसे रोजाना नाश्ते में शामिल किया जा सकता है। दलिया में विटामिन और मिनरल्स भी होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देते हैं और स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। दलिया बनाते समय (How to make dalia for constipation) आप इसमें ताजे फल, सब्जियां और नट्स भी डाल सकते हैं, जिससे यह और भी पौष्टिक हो जाता है। इसके अलावा आप दलिया को दूध, दाल, सब्जियों और छाछ के साथ भी बनाकर खा सकते हैं।

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ध्यान देने वाली बात

कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए दलिया के साथ पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी जरूरी है नहीं तो दलिया का फाइबर शरीर का पानी सोख लेगा, जिससे कब्ज की समस्या और बढ़ सकती है तो हमेशा दलिया खाने के बाद पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। कुल मिलाकर, कब्ज के इलाज और पेट को स्वस्थ रखने के लिए दलिया एक आसान और असरदार विकल्प है और इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।

FAQ

  • नमकीन दलिया खाने के क्या फायदे हैं?

    नमकीन दलिया बनाने के लिए अक्सर लोग दाल और सब्जियों की मदद लेते हैं जो कि इसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू को बढ़ाते हैं। इस प्रकार का दलिया उन लोगों के लिए फायदेमंद हो जाता जो कि डायबिटीज के मरीज हैं या फिर जो लोग वेट लॉस करना चाह रहे हैं। 
  • मल्टीग्रेन दलिया में कौन-कौन से अनाज होते हैं?

    मल्टीग्रेन दलिया में हर प्रकार के अनाज को शामिल किया जाता है जैसे कि गेहूं, ज्वार, बाजरा, चावल, जौ और फिर दूसरे मोटे अनाज। इसके अलावा कुछ लोग इसमें ओट्स और मक्का आदि भी शामिल करते हैं। 
  • क्या रात में दलिया खाना चाहिए?

    रात में दलिया खा सकते हैं क्योंकि ये डिनर को हल्का रखता है और आराम से पच जाता है। दलिया खाने से आपकी नींद नहीं प्रभावित होती और न ही आपको गैस और ब्लोटिंग की समस्या परेशान करती है। इसके अलावा जो लोग अपना वेट बैलेंस रखना चाहते हैं उनके लिए ये एक बेहतर विकल्प है।

 

 

 

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  • Current Version

  • Sep 11, 2025 15:16 IST

    Published By : Pallavi Kumari

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