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पीरियड्स में कुछ महिलाओं को बार-बार क्यों जाना पड़ता है शौच, डॉक्टर से जानें

कई महिलाओं को पीरियड्स के दौरान मल त्याग की आदतों में बदलाव देखते हैं। इस लेख में जानते हैं कि पीरियड्स में किन कारणों से महिलाओं को बार-बार मल त्याग के लिए जाना पड़ सकता है?
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पीरियड्स में कुछ महिलाओं को बार-बार क्यों जाना पड़ता है शौच, डॉक्टर से जानें


Why Do Women Poop More During Periods: महिलाओं को हर माह एक निश्चित पीरियड्स साइकिल से गुजरना पड़ता है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है, जो महिलाओं की प्रजनन क्षमता सही होने का पहला संकेत होती है। पीरियड्स के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। इसमें उनको पेट दर्द, मूड स्विंग्स और बार-बार शौच जाना भी शामिल होता है। दरअसल, जानकार बताते हैं कि कुछ महिलाओं को पीरियड्स के दौरान इस तरह की समस्या का सामना करन पड़ सकता है। ऐसे में कुछ महिलाएं घबराने लगती है, और डॉक्टर से मिलकर जांच करवाती हैं। लेकिन, हार्मोनल बदलावों का ही एक प्रभाव होता है। इस लेख में साईं पॉलिक्लीनिक की सीनियर गाइनाक्लॉजिस्ट डॉक्टर विभा बंसल से जानते हैं कि महिलाओं को पीरियड्स के दौरान बार-बार शौच क्यों जाना पड़ता है?

पीरियड्स में कुछ महिलाओं को बार-बार क्यों जाना पड़ता है शौच - Why Do Women Poop More During Periods In Hindi

मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को अधिक बार शौच आने का अनुभव होना आम बात है। इसके कई कारण हैं।

मांसपेशियों में कॉन्ट्रैक्शन होना - Increased muscle contractions

पीरियड्स से पहले महिलाओं के शरीर में प्रोस्टाग्लैंडीन नामक हार्मोन रिलीज होता है। यह हार्मोनल गर्भाशय की मांसपेशियों में संकुचन (contractions) को स्टिम्यूलेट करता है। ये संकुचन गर्भाशय की परत को हटाने में मदद करता है। साथ ही, पीरियड हार्मोन आंतों और आंतों में मांसपेशियों के संकुचन को भी उत्तेजित कर सकते हैं, जो गर्भाशय के करीब होते हैं, जिससे बार-बार मल त्याग या शौच जाना पड़ सकता है। वे शरीर द्वारा पानी को अवशोषित करने की क्षमता को भी कम करते हैं, जिससे मल नरम हो जाता है और दस्त का खतरा बढ़ जाता है।

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प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का बढ़ना

प्रोजेस्टेरोन हार्मोन भी मासिक धर्म से ठीक पहले बढ़ता है। कुछ लोगों में, प्रोजेस्टेरोन गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (gastrointestinal tract) को प्रभावित कर सकता है, जिससे कब्ज या दस्त हो सकते हैं। जिन महिलाओं को आंत संबंधी समस्याएं या इंफ्लामेटरी बाउल डिजीज (IBD) है, जैसे कि अल्सरेटिव कोलाइटिस या क्रोहन रोग, उनमें मासिक धर्म के कारण लक्षण खराब हो सकते हैं।

डाइट में बदलाव

कुछ महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान खाने की आदतों में बदलाव का अनुभव होता है। जैसे कि अधिक मात्रा में मीठा या नमकीन खाने की इच्छा होना। इन आहार परिवर्तनों से भी मल त्याग की आदतों में बदलाव हो सकता है।

तनाव और स्ट्रेस

मासिक धर्म के दौरान तनाव और चिंता का स्तर बढ़ सकता है। तनाव पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है और बार-बार शौच जाना पड़ सकता है।

पीरियड्स के दौरान बार-बार मल त्याग से कैसे बचाव करें? - How To Reduce Poop More During Periods in Hindi

  • फाइबर युक्त आहार: फाइबर युक्त आहार जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज का सेवन करें।
  • पर्याप्त पानी पिएं: पर्याप्त मात्रा में पानी पीना महत्वपूर्ण है। इससे शरीर को हाइड्रेटेड रखने और मल को नरम बनाने में मदद मिलती है।
  • तनाव को कम करें: योग, ध्यान या गहरी सांस लेने जैसी तनाव कम करने वाली तकनीकों का अभ्यास करें।
  • गर्मी पैक का उपयोग: पेट पर गर्म पानी की बोतल या गर्मी पैक लगाने से पेट दर्द और मरोड़ से राहत मिल सकती है।

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Stomach Problems During Periods: महिलाओं के पीरियड्स के दौरान अधिक मलत्याग एक सामान्य स्थिति है जिसका सामना कई महिलाएं करती हैं। इसके पीछे हार्मोनल और मानसिक कारण हो सकते हैं। सही जानकारी और उपाय अपनाकर इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।

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