Ayurvedic Kadha Benefits For Cold And Cough In Hindi: इन दिनों हर दूसरा व्यक्ति सर्दी-खांसी का शिकार हो रहा है। इसके पीछे मुख्य कारण बदलता मौसम है। इस मौसम में अगर अपनी सेहत का ध्यान न रखा जाए, तो सर्दी-जुकाम, खांसी और गले में खराश जैसी कई समस्याएं हो सकती है। यही नहीं, अगर समय रहते सावधानियां न बरती जाएं, तो स्थिति बिगड़ सकती है और आपको वायरल फीवर हो सकता है। सवाल है, इस समस्या से बचने के लिए क्या किया जा सकता है? इसके लिए आप घर में ही आयुर्वेदिक काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। डॉ. चैताली राठौड़ (बीएएमएस) ने इंस्टा पर एक इस संबंध में एक वीडियो शेयर किया है। आप भी जानें, इस आयुर्वेदिक काढ़े के बारे में विस्तार से।
कैसे बनाएं आयुर्वेदिक काढ़ा- Ayurvedic Kadha Recipe For Cold And Cough In Hindi
सामग्री
- पानीः 1 गिलास
- अजवायन के पत्तेः जरूरत अनुसार
- तुलसी के पत्तेः जरूरत अनुसार
- काली मिर्च के बीजः 1 चम्मच
- धनिये के बीजः 1 चम्मच,
- लौंगः 3-4
बनाने की विधि
सभी सामग्री को एक गिलास पानी में डालकर करीब 5 मिनट तक उबाल लें। उबाल आने पर गैस बंद कर दें। अब इसे छीलनी की मदद से छान लें। आपको आयुर्वेदिक काढ़ा तैयार है। इसे आप दिन में दो से तीन बार पी सकते हैं।
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आयुर्वेदिक काढ़ा पीने का फायदा- Ayurvedic Kadha Benefits For Cold And Cough In Hindi
गले की खराश होती है
आयुर्वेदिक काढ़े में कई तरह के उपयोगी तत्व का इस्तेमाल किया गया है, जैसे लौंग, धनिये का बीज आदि। इनमें ऐसे तत्व होते हैं, जो गले की खराश को दूर करते हैं और थ्रोट इंफेक्शन से भी राहत दिलाते हैं। दरअसल, ये मिनरल्स, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स का अच्छा स्रोते हैं। इनका सेवन करने से गले की खराश दूर होती है और गले को आराम भी मिलता है।
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खांसी और सर्दी से राहत
इस आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन करने से खांसी और सर्दी भी दूर होती है। असल में, खांसी की मुख्य वजह गले में खराश होती है। जैसे-जैसे गले की खराश दूर होती जाती है, वैसे-वैसे खांसी में भी कमी आने लगती है।
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अपच से राहत मिलती है
बुखार और वायरल इंफेक्शन होने पर अक्सर लोगों को अपच की समस्या हो जाती है। वास्तव में, इस कंडीश्न में किसी के लिए सही डाइट फॉलो करना मुश्किल हो जाता है। वहीं, अगर आप इस आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन करते हैं, तो पाचन से जुड़ी समस्या दूर होती है।
कमजोरी दूर होती है
बुखार, गले में खराश, खांसी और जुकाम कुछ ऐसी समस्याएं हैं, जिसके होने के कारण व्यक्ति काफी थकान से भर जाता है और शरीर में कमजोरी आ जाती है। इसे दूर करने के लिए जरूरी है कि व्यक्ति फल आदि चीजों का सेवन करे। लेकिन, बीमारी के कारण कुछ भी नहीं खाया जाता है। ऐसे में अगर आप इस आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन कुछ दिनों तक निरंतर करते हैं, तो शरीर की खोई हुई एनर्जी लौट आती है और थकान दूर होती है। साथ ही, कमजोर से भी छुटकारा मिलता है।
बुखार से राहत मिलती है
कई बार सर्दी-जुकाम लंबे समय तक चलने के बाद बुखार भी आ जाता है। आयुर्वेदिक काढ़े की मदद से सर्दी-जुकाम से राहत मिलती है और अन्य लक्षणों में भी सुधार होता है। इस तरह, बुखार आने से पहले ही आपकी सेहत बेहतर होने लगती है। वहीं, अगर किसी को बुखार भी आ जाए, तो इस काढ़े में ऐसे तत्व हैं, जो वायरल इंफेक्शन को फैलने से रोक सकता है।
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