सर्दी और जुकाम के मौसम में शरीर को ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है। इन समस्याओं को दूर करने के लिए घरेलू उपचार हमेशा मददगार साबित होते हैं। आंवला, जिसे इंडियन गूजबेरी भी कहा जाता है, एक ऐसा फल है, जो अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन-सी, एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमता को बढ़ाते हैं। सर्दी-जुकाम, गले की खराश, खांसी, बुखार और कमजोरी जैसी समस्याओं को दूर करने में आंवला काढ़ा बेहद असरदार साबित हो सकता है। आइए जानते हैं आंवला काढ़े के फायदे और उसकी बनाने की सरल रेसिपी। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने दिल्ली के होली फैमिली हॉस्पिटल की डाइटिशियन सना गिल से बात की।
आंवले का काढ़ा पीने के फायदे- Amla Kadha Benefits
- आंवला में विटामिन-सी की अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर को सर्दी-जुकाम से लड़ने में मदद करता है।
- यह इम्यूनिटी को मजबूत करता है, जिससे शरीर ज्यादा बेहतर तरीके से वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचता है।
- आंवले का काढ़ा गले की खराश और सूजन को कम करने में मदद करता है। इसका एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गले के दर्द को कम करने में फायदेमंद होता है।
- आंवले के काढ़ा खांसी को भी दूर करता है, क्योंकि यह श्वसन प्रणाली को साफ करता है। इससे ब्रोंकाइटिस जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है।
- आंवले के काढ़ा का सेवन पाचन तंत्र को मजबूत करता है और दस्त, अपच जैसी समस्याओं को कंट्रोल करने में मदद करता है।
- आंवला में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो पेट की समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं। यह पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और पेट की गड़बड़ी को ठीक करता है।
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आंवले का काढ़ा बनाने की रेसिपी- Amla Kadha Recipe
आंवले का काढ़ा बनाने की प्रक्रिया बहुत आसान है और इसे घर में आसानी से तैयार किया जा सकता है-
सामग्री:
- 2 से 3 ताजे आंवला
- अदरक
- हल्दी
- काली मिर्च
- शहद
- पानी
- तुलसी के पत्ते
विधि:
- अगर आप ताजे आंवले का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो पहले आंवले को अच्छे से धोकर छील लें। फिर इसे छोटे टुकड़ों में काट लें। सूखे आंवला पाउडर का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो 1 से 2 चम्मच पाउडर ले लें।
- एक बर्तन में 2 कप पानी डालें और उसमें आंवला के टुकड़े, अदरक और हल्दी डालें।
- इसे अच्छे से मिलाकर उबालने के लिए रख दें।
- इस मिश्रण को धीमी आंच पर करीब 10-15 मिनट तक उबालने दें, ताकि आंवला अच्छे से पानी में घुल जाए और उसका अर्क निकलकर पानी में मिल जाए।
- उबालने के बाद काली मिर्च और तुलसी के पत्ते डालें।
- अब काढ़े को छान कर उसमें शहद डालें। शहद स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ गले को शांत करता है और इम्यूनिटी को भी बढ़ावा देता है।
- काढ़ा तैयार है। इसे हल्का गुनगुना पिएं। यह न केवल सर्दी-जुकाम से राहत देता है, बल्कि शरीर को भी एनर्जी देगा।
आंवले का काढ़ा एक प्राकृतिक उपाय है जो सर्दी, जुकाम, गले की खराश, खांसी और पेट की समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और इम्यून बूस्टर है जो शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से बचाता है। इसे सर्दियों में अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
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