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PCOD से पीड़ित महिलाएं इन 3 गलत आदतों से बना लें दूरी, लक्षणों को मैनेज करने में मिलेगी मदद

Tips To Control PCOD: आजकल कई लड़कियां और महिलाएं हार्मोनल इंबैलेंस के कारण PCOD की समस्या से जूझ रही हैं। 
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PCOD से पीड़ित महिलाएं इन 3 गलत आदतों से बना लें दूरी, लक्षणों को मैनेज करने में मिलेगी मदद


पॉलिसिस्टिक ओवरी डिजीज यानी PCOD से आज के समय में कई महिलाएं जूझ रही हैं। बदलती लाइफस्टाइल और खानपान के कारण महिलाओं में पीसीओडी एक आम समस्या बन चुकी है। महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोंस होते हैं, जिनका लेवल बिगड़ने के कारण 'पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम' और 'पॉलिसिस्टिक ओवरी डिजीज' की समस्या होती है। पीसीओडी में महिलाओं की ओवरी में छोटी-छोटी कई गांठें हो जाती हैं। जिसके कारण पीरियड्स समय से नहीं आते और अंडों की क्वालिटी भी खराब होने लगती है, जिससे प्रेग्नेंसी में समस्या होती है। इस लेख में प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राखी पीसीओडी की समस्या से जूझ रही महिलाओं के लिए 3 ऐसी चीजें बता रही हैं, जिनसे दूरी बनाना आपके लिए हेल्दी होगा। 

पीसीओडी को कंट्रोल करने के लिए इन चीजों से बनाएं दूरी - How To Keep PCOD In Control In Hindi

1. खराब पोषण - Poor Nutrition

कई बार महिलाओं को लंबे समय तक इस बात का पता ही नहीं चलता है कि वह पीसीओडी जैसी गंभीर समस्या से जूझ रही हैं। पीसीओडी जैसी कई तरह की हार्मोंस से जुड़ी समस्याएं ज्यादातर खराब खानपान के कारण होती हैं, जब शरीर को सही पोषण नहीं मिलता है तो हार्मोनल इंबैलेंस हो सकता है। ऐसे में अगर आप PCOD कंट्रोल करना चाहती हैं तो सबसे पहले प्रोसेस्ड फूड (Processed food), जंक फूड और शुगर से दूरी बना लें। मीठे की क्रेविंग होने पर आप गुड़ का सेवन करें और डिब्बाबंद जूस और पैक्ड फूड से दूरी बना लें। 

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2. खराब नींद - poor Sleep

आजकल की खराब बिगड़ी लाइफस्टाइल के कारण शरीर में हार्मोंस का लेवल बिगड़ता है, जिससे 'पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम' और 'पॉलिसिस्टिक ओवरी डिजीज' की समस्या होती है।

PCOD

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बिजी लाइफस्टाइल में लोगों का न तो उठने का एक समय होता है और न ही सोने का, ऐसे में कम सोना और सोने और जगने का समय निर्धारित न होने के कारण नींद की क्वालिटी खराब होने लगती है और सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। ऐसे में सबसे पहले आप अपनी नींद को बेहतर करने के लिए रोजाना योग और मेडिटेशन करें तथा सोने और जगने का समय निर्धारित करें।

3. इनएक्टिव लाइफस्टाइल - Inactive Lifestyle

एक ही जगह पर बैठकर काम और एक्सरसाइज न करना कई बीमारियों का कारण है। बिगड़ी हुई लाइफस्टाल के कारण लोगों के पास एक्सरसाइज और योग करने का समय भी नहीं होता है, ऐसे में खराब खानपान के साथ घंटो तक एक ही जगह पर बैठकर काम करने से वजन बढ़ने के साथ-साथ PCOD जैसी हार्मोंस से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। जिसका बुरा असर महिलाओं की फर्टिलिटी पर भी पड़ता है और प्रेग्नेंसी में कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं। ऐसे में अगर आप हार्मोंस का लेवल सही करना चाहती हैं तो एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाएं और रोजाना योग, मेडिटेशन और एक्सरसाइज के लिए समय निकालें। 

All Images Credit- Freepik

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