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अनियमित पीरियड्स होने पर कब जाएं डॉक्टर के पास? जानें

When To Consult Doctor For Irregular Periods In Hindi: अनियमित पीरियड्स होने पर इसकी अनेदखी करना सही नहीं है। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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अनियमित पीरियड्स होने पर कब जाएं डॉक्टर के पास? जानें

Right Time To See A Doctor For Irregular Periods In Hindi: पीरियड्स का नॉर्मल होना महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है। आमतौर पर नॉर्मल पीरियड्स 24 से 35 दिनों के साइकिल में आते हैं। कुछ महिलाओं को नियमित रूप से एक ही तारीख में पीरियड्स होते हैं। वहीं, कुछ महिलाओं में पीरियड्स की डेट बदलती रहती है। सामान्यतः पीरियड्स 5-7 दिन आगे-पीछे हो सकते हैं। इसे चिंता का कारण नहीं समझा जाता है। लेकिन, कई बार महिलाओं के पीरियड्स बहुत ज्यादा अनियमित हो जाते हैं। जैसे कभी ब्लीडिंग न होना, कभी स्पॉटिंग होना और कभी रेगुलर पीरियड की तरह ब्लीडिंग होना। इस तरह की कंडीशन को आप अनियमित पीरियड्स कह सकते हैं। लेकिन, सवाल है कि क्या अनियमित पीरियड होना चिंता का विषय हैं? अनियमित पीरियड्स होने पर महिलाओं को कब जाना चाहिए डॉक्टर के पास? इस बारे में वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की।

अनियमित पीरियड्स के कारण- Causes Of Irregular Periods In Hindi

Causes Of Irregular Periods In Hindi

पीरियड्स रेगुलर न होने के कई तरह के कारण हो सकते हैं। इसमें मुख्य हैं-

  • स्ट्रेस का बढ़ना। अगर महिला बहुत ज्यादा स्ट्रेस में रहती है, तो उनके हार्मोन में बदलाव होने लगते हैं। हार्मोनल असंतुलन की वजह से पीरियड्स इर्रेगुलर हो सकते हैं।
  • वजन बहुत ज्यादा कम होना या फिर बहुत जयादा बढ़ना भी अनियमित पीरियड्स कारण है।
  • कई बार कुछ विशेष किस्म की दवाईयों का सेवन करने से भी अनियमित पीरियड्स होने लगते हैं।
  • अगर महिला बीमार है और लंबे समय से उसकी बीमारी ठीक नहीं हो पा रही है, तो इस कंडीशन में उसके पीरियड्स पर असर पड़ सकता है।
  • कई बार सर्जरी की वजह से भी महिला को अनियमित पीरियड्स की समस्या झेलनी पड़ती है।

अनियमित पीरियड्स होने पर कब जाएं डॉक्टर के पास- What Is The Right Time To See A Doctor For Irregular Periods

What Is The Right Time To See A Doctor For Irregular Periods

  • अगर नियमित रूप से 24 दिनों से कम समय में दो बार पीरियड्स होते हैं।
  • अगर महिला को पीरियड्स में 7 दिनों तक लगातार ब्लीडिंग होती है।
  • जब भी पीरियड्स होते हैं, पेट में बहुत ज्यादा दर्द होता है
  • अक्सर पीरियड्स दो महीने के गैप में होते हैं।
  • हर बार पीरियड्स के बीच ब्लीडिंग होती है।
  • जब भी पीरियड्स होते हैं, तो हैवी ब्लीडिंग होती है।

अनियमित पीरियड्स होने पर क्यों जरूरी है डॉक्टर के पास जाना- Why You should Visit Doctor For Irregular Periods In Hindi

आमतौर पर पीरियड्स डेट से पहले आ जाएं या फिर डेट के कुछ दिनों बाद आएं, तो यह चिंता का विषय नहीं है। यहां तक कि अगर पीरियड्स अपनी डेट से एक हफ्ते बाद भी आए, तो इसको लेकर महिलाओं को चिंता नहीं करनी चाहिए। कई महिलाओं ने अपने पीरियड्स में नोटिस किया होगा कि डेट अक्सर आगे-पीछे हो जाते हैं। लेकिन प्रत्येक माह उन्हें पीरियड्स जरूर आते हैं। ये सभी सामान्य हैं और बमुश्किल किसी गंभीर बीमारी या हेल्थ समस्या की ओर इशारा करते हैं। डॉ. शोभा गुप्ता की मानें, तो अगर महिला सेक्सुअली एक्टिव है और अक्सर पीरियड्स देरी से आते हैं, तो यह सही नहीं है। ऐसी कंडीशन में महिला को प्रेग्नेंसी टेस्ट लेना चाहिए। यही नहीं, कई महिलाएं सेक्स के लिए प्रीकॉशन यानी कंडोम का इस्तेमाल करती हैं। इसलिए, प्रेग्नेंसी टेस्ट लेने से बचती हैं। मगर आपको सलाह दी जाती है कि सेक्स के दौरान प्रीकॉशन यूज करती हैं, फिर भी बेहतर है कि पीरियड लेट होने पर प्रेग्नेंसी टेस्ट जरूर करवाएं। कई बार प्रीकॉशन का इस्तेमाल करने के बावजूद महिल कंसीव कर लेती है और इसका पता देरी से चलता है। यह सही नहीं है।

Image Credit: Freepik

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