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इन 3 कारणों से थायराइड के मरीज खाएं सिंघाड़ा, खुद सेलिब्रिटी डाइटिशियन ने बताए हैं फायदे

Singhara for thyroid: सिंघाड़ा जिसे वाटर चेस्टनट भी कहते हैं थायराइड के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। कैसे, इस बारे में बताया है सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखीजा (Pooja Makhija) ने।
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इन 3 कारणों से थायराइड के मरीज खाएं सिंघाड़ा, खुद सेलिब्रिटी डाइटिशियन ने बताए हैं फायदे

Singhara for thyroid: थायराइड एक ऐसी बीमारी है जिसमें हमारे गले में पाई जाने वाली तितली जैसी ग्रंथि सही से काम करना बंद कर देती है। इस बीमारी में थायराइड ग्लैंड या तो बहुत ज्यादा एक्टिव हो जाता है या फिर इसका काम काज बहुत ज्यादा स्लो हो जाता है। ऐसे में शरीर के तमाम फंक्शन जैसे मेटाबॉलिज्म,हार्मोन्स, नींद और फर्टिलिटी तक प्रभावित हो जाती है। ऐसी स्थिति में कई बार दवाओं के साथ डाइट में कुछ बदलावों को करना इस बीमारी को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। दरअसल, हम बात सिंघाड़ा यानी वाटर चेस्टनट की कर रहे हैं जो कि थायराइड की बीमारी को कंट्रोल करने में मददगार है। इसे लेकर सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखीजा (Pooja Makhija) ने भी पोस्ट शेयर किया है तो आइए जानते हैं थायराइड में सिंघाड़ा खाना क्यों फायदेमंद (water chestnut benefits for thyroid) है।


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इन 3 कारणों से थायराइड के मरीज खाएं सिंघाड़ा

Pooja Makhija बताती हैं कि सिंघाड़ा देखने में एक छोटी थायरायड ग्रंथि जैसा लग सकता है और दिलचस्प बात यह है कि इसके पोषक तत्व थायराइड फंक्शन को भी सहायता करके हैं। साथ ही इसमें कुछ ऐसे खास तत्व होते हैं जो कि T4 को एक्टिव T3 में बदलने में मदद कर सकते हैं।

1. थायराइड फंक्शन को बेहतर बनाने में मददगार

न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखीजा बताती हैं कि सिंघाड़ा खाने से शरीर को कुछ ऐसे पोषक तत्व मिलते हैं जो कि इसके T4 को एक्टिव T3 में बदल सकते हैं। दरअसल, होता ये है कि सिंघाड़ा में आयोडीन, पोटेशियम और मैंगनीज होता है जो कि थायराइड फंक्शन को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। आयोडिन जहां थायराइड के लिए अपने हार्मोन, T3 और T4, के उत्पादन के लिए जरूरी खनिज है तो पटेशियम और मैंगनीज जैसे खनिज निष्क्रिय थायराइड हार्मोन T4 को सक्रिय रूप, T3 में बदलने में मदद करते हैं।

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2. वॉटर रिटेंशन से बचाव में मददगार

न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखीजा बताती हैं कि सिंघाड़ा खाने से वॉटर रिटेंशन कम करने में मदद मिलती है। दरअसल, थायरायड और वॉटर रिटेंशन मुख्य रूप से हाइपोथायरायडिज्म (अंडरएक्टिव थायरॉइड) के माध्यम से जुड़े हुए हैं, जहां कम थायराइड हार्मोन द्रव संतुलन को बिगाड़ देते हैं, जिससे वॉटर रिटेंशन, सूजन और एडिमा हो जाती है। इसके अलावा ये मिक्सीडेमा से भी जुड़ा है, जो हाइपोथायरायडिज्म का एक गंभीर रूप है जो चेहरे और अन्य जगहों पर सूजन का कारण बनता है। इस स्थिति से बचने के लिए सिंघाड़ा खाना फायदेमंद हो सकता है।

thyroid

3. मेटाबॉलिज्म सही करने में मददगार

थायराइड के मरीजों में अक्सर मेटाबॉलिज्म प्रभावित रहता है और इसलिए उनमें मोटापा और पतलापन अक्सर देखा जाता है। सिंघाड़े में आयोडीन की उच्च मात्रा होने के कारण, यह थायराइड रोगियों के चयापचय में लाभकारी हो सकता है। आयोडीन थायराइड हार्मोन के उत्पादन के लिए जरूरी है और स्लो मेटाबॉलिज्म के कारण होने वाली थकान को रोक सकता है। सिंघाड़े में मौजूद जटिल कार्बोहाइड्रेट ऊर्जा का निरंतर प्रवाह प्रदान करते हैं, जो थायराइड रोगियों में धीमी चयापचय से जुड़ी थकान से लड़ने में मदद कर सकता है।

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इन तमाम चीजों के अलावा सिंघाड़े में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो थायराइड ग्रंथि को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाने में मदद कर सकते हैं, जो अकारण ही थायराइड हार्मोन संश्लेषण को प्रभावित कर सकती है। इसलिए अपनी डाइट में सिंघाड़े को जरूर शामिल करने की कोशिश करें। आप इसे यूंही कच्चा खाएं, उबालकर खाएं या फिर सिंघाड़े को अलगज-अलग रेसिपी में शामिल करके खाएं लेकिन अगर आपको थायराइड की बीमारी है तो इसे डाइट में जरूर शामिल करें।

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FAQ

  • थायराइड किस विटामिन की कमी से होता है?

    थायराइड की कमी कुछ हद तक विटामिन बी12 की कमी से जुड़ा हुआ हो सकता है जो अक्सर थकान, दिमागी धुंध, कमजोरी और सुन्नपन का कारण बन सकती है। इसके अलावा डाइट और हार्मोन से जुड़ी कमियां भी इसका कारण हो सकती हैं। 
  • थायराइड के लिए सुबह खाली पेट क्या पीना चाहिए?

    थायराइड के लिए आप सुबह खाली पेट लौकी जूस पी सकते हैं। इसके अलावा आप गुनगुना पानी, नींबू पानी, आंवला और अश्वगंधा का काढ़ा पी सकते हैं जो कि मेटाबॉलिज्म तेज करने के साथ थायराइड मैनेज करने में मददगार है।
  • थायराइड में कौन सी दाल खानी चाहिए?

    थायराइड के मरीज मूंग दाल, अरहर दाल और मसूर दाल का सेवन आयरन और फाइबर से भरपूर होती हैं जो थायराइड हार्मोन संतुलन के साथ मेटाबॉलिज्म तेज करने में मददगार है। 

 

 

 

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  • Dec 06, 2025 17:19 IST

    Published By : Pallavi Kumari

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