आजकल सोशल मीडिया पर अगर कोई हेल्थ ड्रिंक सबसे ज्यादा चर्चा में है, तो वह है डिटॉक्स टी। फिल्मी सितारों से लेकर फिटनेस इंफ्लुएंसर्स तक, सभी इसे अपनी हेल्थ और ब्यूटी का राज बताते हैं। सुबह खाली पेट एक कप डिटॉक्स टी पीना अब कई लोगों की रोजमर्रा की आदत बन चुकी है। दावा किया जाता है कि यह चाय शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकाल देती है, वजन घटाती है, स्किन को ग्लोइंग बनाती है और एनर्जी लेवल भी बढ़ाती है। सुनने में तो यह किसी जादुई ड्रिंक से कम नहीं लगता। लेकिन क्या वाकई डिटॉक्स टी उतनी ही असरदार और सुरक्षित है, जितनी दिखती है? या फिर यह सिर्फ मार्केटिंग का एक ट्रेंड है, जो लोगों की हेल्दी लाइफस्टाइल की चाहत को भुनाता है?
असल में डिटॉक्स टी हर्बल टी का एक मिश्रण होती है, जिसमें ग्रीन टी, नींबू, अदरक, हल्दी, सौंफ, दालचीनी और कई तरह की जड़ी-बूटियां मिलाई जाती हैं। इनमें से कुछ सामग्री निश्चित रूप से सेहत के लिए फायदेमंद हैं। लेकिन जब इन्हें पैकेजिंग और आकर्षक विज्ञापनों के साथ 'डिटॉक्स' का टैग दे दिया जाता है, तो यह अचानक से लोगों की प्राथमिकता बन जाती है। इस लेख में जयपुर में स्थित Angelcare-A Nutrition and Wellness Center की निदेशक, डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन (Archana Jain, Dietitian and Nutritionist, Director, Angelcare-A Nutrition and Wellness Center, Jaipur) से जानिए, डिटॉक्स टी लंबे समय तक सेहत के लिए फायदेमंद है या नुकसानदायक।
डिटॉक्स टी लंबे समय तक सेहत के लिए फायदेमंद है या नुकसानदायक - Are Detox Teas Effective Or Harmful For Long Term Health
डिटॉक्स टी के संभावित फायदे
डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन बताती हैं कि संयमित मात्रा में डिटॉक्स टी पीने के कुछ फायदे जरूर मिल सकते हैं। इसमें मौजूद ग्रीन टी और हर्ब्स एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं। इससे इम्यूनिटी मजबूत हो सकती है, पाचन में सुधार आ सकता है और शरीर हल्का महसूस होता है। कुछ लोग इसे पीने के बाद कम ब्लोटिंग और ज्यादा एनर्जी महसूस करते हैं।
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डिटॉक्स टी के नुकसान और रिस्क
डिटॉक्स टी का लंबे समय तक सेवन करना हर किसी के लिए सुरक्षित नहीं है। कई बार इनमें लैक्सेटिव चीजें मिलाई जाती है, जिससे बार-बार शौच जाने की समस्या होती है। लगातार ऐसा होने पर शरीर में डिहाइड्रेशन और मिनरल्स की कमी हो सकती है। लंबे समय तक ज्यादा सेवन करने से किडनी और लिवर पर अतिरिक्त दबाव भी पड़ सकता है। इसके अलावा, कुछ लोगों को इसमें मौजूद जड़ी-बूटियों से एलर्जी या एसिडिटी भी हो सकती है।
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एक्सपर्ट की सलाह
डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन का कहना है कि कभी-कभी डिटॉक्स टी लेना हानिकारक नहीं है, लेकिन इसे लंबे समय तक रोजाना पीना खतरनाक हो सकता है। खासकर प्रेग्नेंट महिलाएं, स्तनपान कराने वाली महिलाएं, ब्लड प्रेशर या हार्ट पेशेंट और दवा लेने वाले लोग इसे बिना डॉक्टर की सलाह के न पिएं।
निष्कर्ष
डिटॉक्स टी कोई जादुई ड्रिंक नहीं है। यह कुछ समय के लिए शरीर को हल्का महसूस करा सकती है और पाचन को बेहतर बना सकती है, लेकिन लंबे समय तक इसका सेवन नुकसान पहुंचा सकता है। असली डिटॉक्स हमारी किडनी और लिवर पहले से ही करते हैं। इसलिए डिटॉक्स टी पर निर्भर होने की बजाय संतुलित खानपान, एक्सरसाइज और पर्याप्त नींद पर ध्यान देना ही लंबी उम्र तक स्वस्थ रहने का सही तरीका है।
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