हाई फैट डाइट यानी कि ज्यादा तेल-मसाले वाला खाना हमेशा से स्वास्थ्य से जुड़ी कई परेशानियों का कारण माना जाता है। यह डायबिटीज, मोटापा, वजन बढ़ाने या हृदय संबंधी बीमारियों के खतरे को भी बढ़ा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हाई फैट डाइट से आंत की सूजन और कब्ज जैसे प्रमुख पेट से जुड़ी परेशानियां होती हैं? दरअसल हाल ही में आए शोध ने ज्यादा तेल मसाले वाले खाने के साथ एंटीबायोटिक दवाओं को लेने से जुड़ा बड़ा खुलासा किया है। इस शोध की मानें, तो क्योंकि वसायुक्त खाद्य पदार्थों में फाइबर की बहुत कमी होती है, तो ये एंटीबायोटिक दवाओं के साथ मिलकर ये पेट से जुड़ी समस्याएं पैदा करती हैं।
क्या कहता है शोध?
अध्ययन के अनुसार, अगर आप एंटीबायोटिक दवाओं के साथ एक वसायुक्त आहार का संयोजन करते हैं तो यह आंत्र सिंड्रोम (IBS) के लिए एक जोखिम कारक बन सकता है। बता दें कि ये सिंड्रोम दुनिया भर में लगभग 11% लोगों को प्रभावित करता है। यह पेट में दर्द, सूजन और आंत्र की आदतों में परिवर्तन करके पेट में लगातार कब्ज बनाए रखता है। इन आईबीएस रोगियों में सूजन और आंत की माइक्रोबियल संरचना में परिवर्तन आईबीडी का घाटक रूप माना जाता है।
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अध्ययन में 43 स्वस्थ वयस्क और 49 वयस्क रोगियों को IBS के साथ शामिल किया गया था। शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों के आंतों की सूजन के लिए एक बायोमार्कर, मल कैलोप्रैक्टिन को मापा। मल के कैलप्रोटेक्टिन के ऊंचे स्तर ने आईबीडी स्थिति का संकेत दिया। अध्ययन ने पूर्व-आईबीडी के रूप में IBS के साथ 19 रोगियों की पहचान की।शोधकर्ताओं ने पाया कि सभी प्रतिभागियों ने उच्च वसा वाले आहार का सेवन किया और वो एंटीबायोटिक्स भी ले रहे थे। इसने पेट से जुड़े जोखिम को 8.6 गुना अधिक बढ़ा दिया था। सबसे अधिक वसा की खपत वाले प्रतिभागियों में सबसे कम वसा के सेवन की तुलना में पूर्व-आईबीडी होने की संभावना 2.8 गुना अधिक थी।
नुकसानदेह है ज्यादा तेल-मसाले वाला खाना
अध्ययन में कहा गया है कि उच्च वसा वाले आहार और एंटीबायोटिक्स आपके आंतों के अस्तर को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। अध्ययन ने आंतों के अस्तर में कोशिकाओं पर उच्च वसा वाले आहार और एंटीबायोटिक के उपयोग के प्रभाव का भी परीक्षण किया। यह पाया गया कि उच्च वसा वाले आहार और एंटीबायोटिक्स माइटोकॉन्ड्रिया के काम को बाधित करते हैं, जिससे ऑक्सीजन को जलाने की क्षमता घट जाती है। यह व्यवधान पेट के पाचनक्रिया को खराब कर देता है, जिससे आपको लंबे समय तक कब्ज की परेशानी हो सकती है।
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गुड बैक्टीरिया के लिए नुकसानदेह
हमारे आंत को गुड बैक्टीरिया की भीआवश्यकता होती है, लेकिन उच्च वसा वाले आहार और एंटीबायोटिक दवाओं को मिलाने से यह बाधित हो सकता है। शरीर के लिए फायदेमंद बैक्टीरिया बड़ी आंत जैसी ऑक्सीजन की कमी वाले वातावरण में पनपते हैं। आंत में उच्च ऑक्सीजन का स्तर बैक्टीरिया के असंतुलन और सूजन को बढ़ावा देता है। इसके कारण अच्छे बैक्टीरिया खराब बैक्टीरिया से बदल जाते हैं, जो संभावित रूप से हानिकारक प्रिनफ्लेमेटरी रोगाणु होते हैं जो आंत में सूजन का कारण बन सकते हैं।
इस तरह आपको इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि अगर आप कभी भी कोई एंटीबायोटिव दवाओं को ले रहे हों, तो उसके साथ ज्यादा तेल मसाले वाला खाना न खाएं। इसके बजाय हाई फाईबर वाले फल और सब्जियों को अपने डाइट में सम्मिलित करें और पेट को हेल्दी रखें। यही फाइबर्स को खाना आपके पेट को आसानी से साफ रखेगा और पेट को कब्ज बनने से बचाए रखेगा।
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