चिकनपॉक्स, मुख्य रूप से बच्चों में देखा जाता है, लेकिन यह वयस्कों को भी प्रभावित कर सकता है। इसके इलाज और देखभाल से जुड़े कई मिथक और अंधविश्वास समाज में प्रचलित हैं। इनमें से सबसे आम अंधविश्वास है कि मरीज को नीम की पत्तियों पर लिटाना या मरीज के कमरे के अंदर चारों ओर नीम की पत्तियां रख देना चिकनपॉक्स को ठीक कर सकता है। यह विश्वास पीढ़ी दर पीढ़ी चला आ रहा है और कई लोग इसे प्रभावी मानते हैं। नीम के औषधीय गुणों के कारण इसे खुजली और संक्रमण कम करने में उपयोगी माना जाता है, लेकिन यह कहना कि इससे चिकनपॉक्स का वायरस खत्म हो जाता है, पूरी तरह से वैज्ञानिक आधार पर सही नहीं है।
आपको बता दें कि हमारे समाज में इसी तरह के कई मिथक या अंधविश्वास फैले हुए हैं। इसलिए, सेहत से जुड़े ऐसे ही मिथकों और अंधविश्वास के पीछे छिपे साइंस के बारे में बताने के लिए ओन्लीमायहेल्थ "अंधविश्वास या साइंस" सीरीज चला रहा है। इस सीरीज के तहत हम आपको ऐसे ही अंधविश्वासों से जुड़े साइंस और वैज्ञानिक तथ्य बताने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा और सीके बिरला अस्पताल, गुरुग्राम के इंटरनल मेडिसिन विभाग के डॉ. तुषार तयाल से जानिए, क्या सच में मरीज के आसपास नीम की पत्तियां रखने से ठीक हो जाता है चिकन पॉक्स या यह सिर्फ एक अंधविश्वास है।
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चिकनपॉक्स से जुड़े अंधविश्वास
- नीम की पत्तियां रखने से वायरस खत्म हो जाता है।
- मरीज को नहाने या सफाई करने से बचना चाहिए।
- चिकनपॉक्स देवताओं का प्रकोप है, जिसे दवाओं से ठीक नहीं किया जा सकता।
सच्चाई
- चिकनपॉक्स वायरस के कारण होता है, जो इलाज से ठीक हो सकता है।
- सफाई और स्वच्छता से संक्रमण का खतरा कम हो सकता है।
- नीम की पत्तियां लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं, लेकिन यह इलाज नहीं है।
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क्या सच में मरीज के आसपास नीम की पत्तियां रखने से चिकनपॉक्स ठीक होता है?
आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि नीम को भारतीय आयुर्वेद में औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। चिकनपॉक्स की समस्या होने पर मरीज के आसपास नीम की पत्तियां रखने से मरीज को खुजली की समस्या से राहत मिल सकती है। इसके अलावा नीम की पत्तियों से कीड़े-मकोड़े और मच्छर भी दूर रहते हैं और यह बहुत अच्छी एंटीसेप्टिक भी होती हैं। नीम के पत्तों को पानी में उबालकर नहाने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। नीम के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं। यह त्वचा की जलन को शांत करने और खुजली को कम करने में मदद कर सकता है। हालांकि, यह चिकनपॉक्स के वायरस को खत्म करने में सक्षम नहीं है। चिकनपॉक्स का इलाज डॉक्टर के परामर्श से ही संभव है।
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चिकनपॉक्स को लेकर सामान्य सवालों के जवाब
1. क्या चिकनपॉक्स बिना इलाज के ठीक हो सकता है?
डॉ. तुषार तयाल बताते हैं कि हल्के मामलों में यह अपने आप ठीक हो सकता है, लेकिन लक्षणों को कंट्रोल करने और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इलाज जरूरी है।
2. चिकनपॉक्स होने के कितने दिनों बाद इलाज शुरू किया जा सकता है?
चिकनपॉक्स इलाज तुरंत शुरू किया जाना चाहिए, खासकर अगर लक्षण गंभीर हों। डॉक्टर द्वारा बताई गई एंटीवायरल दवाएं शुरुआती फेज में अधिक प्रभावी होती हैं।
3. क्या चिकनपॉक्स में तला हुआ खाना खाया जा सकता है?
तला हुआ या मसालेदार भोजन पाचन तंत्र पर असर डाल सकता है और शरीर में सूजन बढ़ा सकता है। चिकनपॉक्स के दौरान हल्का और सुपाच्य भोजन करना बेहतर है।
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4. क्या एक बार चिकनपॉक्स होने के बाद यह दोबारा नहीं हो सकता?
चिकनपॉक्स आमतौर पर एक बार ही होता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि शरीर में इसके खिलाफ इम्यूनिटी विकसित हो जाती है। हालांकि, यह नकारा नहीं जा सकता है कि दोबारा चिकनपॉक्स नहीं होगा।
5. क्या मरीज के आसपास नीम की पत्तियां रखना फायदेमंद है?
नीम की पत्तियां खुजली कम करने और संक्रमण से बचाव में मदद कर सकती हैं। लेकिन यह वायरस को खत्म करने का इलाज नहीं है।
6. क्या चिकनपॉक्स को वैक्सीन से रोका जा सकता है?
हां, वरिसेला वैक्सीन चिकनपॉक्स को रोकने का सबसे प्रभावी उपाय है। यह संक्रमण की गंभीरता को भी कम कर सकता है।
7. क्या चिकनपॉक्स से कोई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं?
अधिकांश मामलों में, यह पूरी तरह ठीक हो जाता है। हालांकि, कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में यह निमोनिया, ब्रेन इंफेक्शन या शिंगल्स का कारण बन सकता है।
निष्कर्ष
चिकनपॉक्स का इलाज नीम की पत्तियों से नहीं किया जा सकता। यह लक्षणों को कम करने में मददगार हो सकता है, लेकिन वायरस को खत्म करने के लिए मेडिकल उपचार जरूरी है। डॉक्टर की सलाह से ही इस बीमारी से बचाव और इलाज संभव है।