Connection Between Chickenpox and Shingles: चिकनपॉक्स (Chickenpox), जिसे हिंदी में चेचक भी कहा जाता है, एक संक्रामक वायरल बीमारी है जो वेरिसेला-ज़ोस्टर वायरस (Varicella-Zoster Virus) के कारण होती है। यह बीमारी आमतौर पर बचपन में होती है, लेकिन यह वयस्कों में भी हो सकती है अगर उन्हें पहले यह संक्रमण नहीं हुआ हो। चिकनपॉक्स में खुजली, दाने, फफोले, थकान, कमजोरी, बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द आदि लक्षण नजर आ सकते हैं। चिकनपॉक्स एक संक्रामक बीमारी है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमित व्यक्ति के दाने या उनके खांसने या छींकने के माध्यम से फैल सकती है। ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों को चिकनपॉक्स हो जाता है, उन्हें त्वचा पर लाल चकत्ते या शिंगल्स होने का खतरा बढ़ जाता है।
जीएसके (GSK) या ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन (GlaxoSmithKline) ने शिंगल्स के प्रति जागरूकता के लिए नया कैंपेन लॉन्च किया है। वीडियो में महानायक अमिताभ बच्चन और अभिनेता मनोज पाहवा चिकनपॉक्स और शिंगल्स के बीच के वैज्ञानिक संबंधों के बारे में बात करते हुए नजर आ रहे हैं। हम भी इस लेख के जरिए जानेंगे कि शिंगल्स आखिर क्या है और चिकनपॉक्स से इसका क्या संबंध है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्पिटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ राजेश हर्षवर्धन से बात की।
शिंगल्स क्या है?- What is Shingles in Hindi
शिंगल्स (Shingles) एक दर्दनाक त्वचा विकार है जो वेरिसेला-ज़ोस्टर वायरस (Varicella-Zoster Virus) के पुनः सक्रिय होने के कारण होता है। शिंगल्स होने पर त्वचा में दर्द और जलन जैसे लक्षण महसूस होते हैं। यह दर्द हल्का से लेकर गंभीर तक हो सकता है। कुछ दिनों के बाद, उसी क्षेत्र में दाने उभरने लगते हैं। ये दाने फफोलों में बदल जाते हैं, जो दर्दनाक हो सकते हैं। दाने फफोलों में बदलते हैं जो बाद में फूटते हैं और सूखकर पपड़ी बनाते हैं। प्रभावित क्षेत्र में खुजली भी महसूस होती है। शिंगल्स के साथ हल्का बुखार, सिरदर्द और थकान भी हो सकती है। शिंगल्स संक्रामक नहीं है, लेकिन अगर किसी को शिंगल्स होता है, तो वह व्यक्ति किसी ऐसे व्यक्ति को वेरिसेला-ज़ोस्टर वायरस से संक्रमित कर सकता है जिसे पहले चिकनपॉक्स नहीं हुआ हो। ऐसे व्यक्ति में चिकनपॉक्स विकसित हो सकता है, लेकिन शिंगल्स नहीं। यह आमतौर पर तब फैलता है जब संक्रमित व्यक्ति के फफोलों से निकलने वाला तरल किसी दूसरे व्यक्ति के साथ संपर्क में आता है।
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चिकनपॉक्स और शिंगल्स के बीच क्या कनेक्शन है?- Connection Between Chickenpox And Shingles
चिकनपॉक्स और शिंगल्स दोनों ही वेरिसेला-ज़ोस्टर वायरस (Varicella-Zoster Virus) के कारण होते हैं, और यही इन दोनों बीमारियों के बीच का मुख्य संबंध है। चिकनपॉक्स Chickenpox एक प्रारंभिक संक्रमण है जो आमतौर पर बचपन में होता है। यह बहुत संक्रामक होता है और शरीर पर खुजली वाली लाल फफोलेदार दाने पैदा करता है। एक बार जब किसी व्यक्ति को चिकनपॉक्स हो जाता है, तो उसके शरीर में वायरस निष्क्रिय अवस्था में जीवनभर के लिए रहता है। कई सालों बाद, अगर वेरिसेला-ज़ोस्टर वायरस पुनः सक्रिय हो जाता है, तो यह शिंगल्स (Shingles) के रूप में सामने है। शिंगल्स आमतौर पर शरीर के एक हिस्से में दर्दनाक रैश के रूप में नजर आता है। शिंगल्स ज्यादातर बुजुर्गों या ऐसे व्यक्तियों में होता है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है। शिंगल्स केवल उन लोगों में हो सकता है जिन्हें पहले चिकनपॉक्स हुआ हो, क्योंकि दोनों ही एक ही वायरस के कारण होते हैं। शिंगल्स का मुख्य कारण शरीर में निष्क्रिय पड़े वेरिसेला-ज़ोस्टर वायरस का फिर से सक्रिय होना है।
शिंगल्स से बचने के उपाय- How to Prevent Shingles
शिंगल्स के इलाज में एंटीवायरल दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा दर्द को कंट्रोल करने के लिए दर्द-निवारक दवाओं का सेवन किया जाता है। खुजली और फफोलों को राहत देने के लिए ठंडे कपड़े, कैलामाइन लोशन, ओटमील बाथ और एंटीसेप्टिक क्रीम का इस्तेमाल किया जाता है। आगे जानें शिंगल्स से बचने के आसान उपाय-
- संतुलित और पोषणयुक्त आहार लें जिसमें विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट्स शामिल हों।
- नियमित एक्सरसाइज से शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है।
- तनाव से बचना और ध्यान, योग या डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज का अभ्यास करना जरूरी है, क्योंकि तनाव इम्यूनिटी को कमजोर कर सकता है।
- अपनी त्वचा को साफ और शुष्क रखें, और किसी भी तरह की त्वचा की समस्या का तुरंत इलाज करें।
- शिंगल्स या चिकनपॉक्स से संक्रमित लोगों से संपर्क से बचें, खासकर अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर है।
- आपको शिंगल्स होता है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से इलाज लें। एंटीवायरल दवाएं इस स्थिति को बढ़ने से रोक सकती है और लक्षणों को कंट्रोल कर सकती है।
शिंगल्स से बचने के लिए वैक्सीन लगवाएं- Vaccination to Prevent Singles
शिंगल्स से बचाव के लिए एक प्रभावी टीका उपलब्ध है, जिसे शिंग्रिक्स (Shingrix) कहते हैं। यह 50 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए असरदार है। बच्चों और उन वयस्कों के लिए जो पहले चिकनपॉक्स से संक्रमित नहीं हुए हैं, चिकनपॉक्स का टीका (Varicella vaccine) लेना जरूरी है। इससे वेरिसेला-ज़ोस्टर वायरस के संक्रमण की संभावना कम हो जाती है, जो बाद में शिंगल्स का कारण बन सकता है।
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