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बुजुर्गों में पैर दर्द से राहत के ल‍िए अपनाएं ये 7 आसान उपाय, सूजन और अकड़न से म‍िलेगी राहत

बुजुर्गों में पैर दर्द आम समस्या है। सप्‍लीमेंट्स, जांच, फ‍िज‍ियोथेरेपी आद‍ि से सूजन और अकड़न में राहत पाई जा सकती है।
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बुजुर्गों में पैर दर्द से राहत के ल‍िए अपनाएं ये 7 आसान उपाय, सूजन और अकड़न से म‍िलेगी राहत


बुजुर्गों में पैर दर्द एक आम समस्‍या है लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं क‍िया जा सकता। उम्र बढ़ने के साथ शरीर में मांसपेशियों और हड्डियों की ताकत कम हो जाती है, जिससे पैरों में सूजन, अकड़न और चलने में परेशानी जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। कई बार लोग इसे उम्र का असर मानकर गंभीरता से नहीं लेते, लेकिन यह दर्द न केवल व्यक्ति की दिनचर्या को प्रभावित करता है, बल्कि गिरने का जोखिम भी बढ़ा देता है।
अगर यह दर्द लंबे समय तक बना रहता है या बढ़ता जाता है, तो इसे केवल घरेलू उपायों से नहीं, बल्कि मेड‍िकल ट्रीटमेंट की मदद से ठीक क‍िया जाता है। कई बार इसके पीछे न्यूरोलॉजिकल, ऑर्थोपेडिक या वैस्कुलर कारण हो सकते हैं, जिन्हें मेडिकल जांच से ही सही ढंग से समझा जा सकता है। इस लेख में हम उन 7 उपायों को विस्तार से बता रहे हैं, जिन्हें डॉक्टर और फिजिशियन पैर दर्द की जांच के लिए बताते हैं। ये उपाय न केवल दर्द को कम करने में मदद करेंगे, बल्कि इसकी जड़ तक जाकर समस्या को रोकने में भी मदद करेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के अपोलो हॉस्पिटल के ऑर्थो सर्जन डॉ संजय कुमार श्रीवास्‍तव से बात की।

1. पेरिफेरल न्यूरोपैथी की जांच कराएं- Peripheral Neuropathy Test

  • अगर बुजुर्गों को पैरों में बार-बार झुनझुनाहट, जलन या सुन्नपन महसूस होता है, तो यह पेरिफेरल न्यूरोपैथी (Peripheral Neuropathy) का संकेत हो सकता है। यह समस्या नर्व डैमेज, डायबिटीज या व‍िटाम‍िन-बी12 की कमी के कारण होती है।
  • नर्व कंडक्शन स्टडी (NCS) और ब्लड टेस्ट के जरिए इसका पता लगाया जा सकता है और सही इलाज शुरू किया जा सकता है।

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2. फिजियोथेरेपी लें- Physiotherapy

  • ओस्टियोआर्थराइटिस या गठिया के मामलों में चलने-फिरने में दर्द बढ़ सकता है, जिसे फिजियोथेरेपी से कंट्रोल किया जा सकता है।
  • स्ट्रेचिंग, लो इम्पैक्ट और आईसोमेट्रिक एक्सरसाइज को शामिल करें ताकि जोड़ों का स्‍वास्‍थ्‍य बना रहे।

3. विटामिन-डी और बी12 की नियमित जांच कराएं- Monitor Vitamin D and B12 Levels

  • पैरों में मांसपेशियों की कमजोरी और दर्द का एक बड़ा कारण इन 2 जरूरी विटामिन्स की कमी होती है।
  • हर 6 महीने में ब्लड टेस्ट कराएं और डॉक्टर की सलाह से ही सप्लीमेंट लें ताकि सही डोज मिल सके और ओवरडोज से बचा जा सके।

4. आर्थोपेडिक फुटवियर का इस्तेमाल करें- Use of Orthopedic Footwear

  • सही जूते पैरों के दर्द में बहुत बड़ा फर्क ला सकते हैं। ऑर्थोपेडिक सोल और आर्च सपोर्ट इनसोल पैर की संरचना को सही बनाए रखते हैं।
  • ऑर्थोपेडिक स्पेशलिस्ट की सलाह लेकर फुटवियर का चयन करें, जिससे घुटनों और एड़ियों पर दबाव कम हो सके।

5. थ्रोम्बोसिस या डीप वेन थ्रोम्बोसिस की जांच कराएं- DVT Test

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  • अगर एक पैर में अचानक सूजन और तेज दर्द हो तो यह डीवीटी (DVT) हो सकता है, जो खून के थक्के के कारण होता है।
  • डीवीटी की पुष्टि के लिए वेनस डॉप्लर अल्ट्रासाउंड जरूरी है। इस स्थिति में देर करना सेहत के ल‍िए गंभीर रूप से हान‍िकारक हो सकता है।

6. सप्लीमेंट्स का सेवन करें- Use of Supplements

  • पैर दर्द के लिए पेन किलर, मसल रिलैक्सेंट और विटामिन सप्लीमेंट्स का सही तरीके से इस्तेमाल जरूरी है।
  • लेक‍िन बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएं न लें। पैर दर्द के ल‍िए व‍िटाम‍िन-बी12, डी3, कैल्‍श‍ियम, मैग्नीशियम, ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे सप्‍लीमेंट्स लें।

7. डायबिटिक फुट की जांच कराएं- Evaluate for Diabetic Foot

  • डायबिटीज वाले बुजुर्गों को पैरों में ब्लड सर्कुलेशन की समस्या होती है, जिससे दर्द और अल्सर का खतरा रहता है।
  • फुट चेकअप और डॉप्लर स्कैन से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि ब्लड फ्लो सही है या नहीं।

अगर बुजुर्ग इन उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करते हैं, तो धीरे-धीरे पैर दर्द, सूजन और अकड़न से राहत मिल सकती है।

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