गर्मियों में ड्राइव करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? लंबे समय तक ड्राइव करने का असर हेल्थ पर पड़ता है और वो भी तब जब गाड़ी के बाहर का तापमान ज्यादा हो तो परेशानी बढ़ सकती है। गर्मियों के दिनों में लंबे समय तक ड्राइव करते रहने पर कई तरह की स्किन और बॉडी प्रॉब्लम हो जाती है। धूल-मिट्टी, प्रदूषण और ट्रैफिक के बीच जब आप गरम तापमान में ड्राइव करते हैं तो आपके शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है जिसके चलते सिर में दर्द, गर्दन दर्द, घबराहट या उल्टी हो सकती है इसलिए पानी पीते रहें, धूप का चश्मा जरूर लगाएं, कई लोगों को गर्मियों में सूरज की रौशनी से आंखें लाल होना या आंखों में पानी आने जैसी समस्या होती है। गर्मियों में गाड़ी चलाने से स्किन रैशेज और सनर्बन की समस्या भी आम है इससे बचने के लिए स्कार्फ, रुमाल आदि का इस्तेमाल करें। बुखार और सर्दी से बचने के लिए गर्मियों में ड्राइव करते समय जल्दी-जल्दी अलग तापमान के वातावरण में न जाएं। गर्मियों में होने वाली बॉडी और स्किन समस्या और उसका उपाय जानने के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
1. गर्मियों में ड्राइव करने से डिहाइड्रेशन (Driving in summers can cause dehydration)
गर्मियों के दिनों में सड़क पर ट्रक चला रहे ड्राइवर या कोई भी आम व्यक्ति जो गर्मी में ड्राइव कर रहा है उसे डिहाइड्रेशन से जूझना ही पड़ता है। लंबे समय तक गाड़ी चला रहे वाहन चालक खुद को हाइड्रेट रखना भूल जाते हैं और तबीयत खराब हो जाती है। अगर आप समय-समय पर पानी नहीं पिएंगे तो बॉडी अंदर से रिएक्ट करने लगेगी। आपको बेचैनी, घबराहट, सिर में दर्द, उल्टी जैसे लक्षण नजर आने लगेंगे इसलिए बेहतर है कि लंबी या छोटी ड्राइव के लिए अपने साथ पानी जरूर रखें। अगर रास्ता लंबा है तो फल भी लेकर खा सकते हैं उसमें पानी की अच्छी मात्रा होती है। गर्मी के दिनों में आप खीरा, ककड़ी भी खा सकते हैं इससे आपको डिहाइड्रेशन नहीं होगा।
2. गर्मियों में ड्राइव करने से सर्दी-बुखार (Driving in summers can cause fever and cold)
गाड़ी का तापमान बाहर के तापमान से ठंडा होता है क्योंकि अब ज्यादातर गाड़ियों में ऐसी होते हैं इस कारण भी आपकी तबीयत बिगड़ सकती है, हम आपको बताते हैं कैसे। दरअसल जब आप ऐसी गाड़ी के ठंडे तापमान से बाहर के गरम तापमान में अचानक से जाते हैं तो आपकी बॉडी तापमान चेंज होने पर रिएक्ट करती है जिसके चलते आपको बुखार या सर्दी हो सकती है। अगर आप दो पहिया वाहन ड्राइव कर रहे हैं और घर पर आकर अचानक से ठंडा पानी पिएं या ऐसी चला लें तो भी आपकी तबीयत बिगड़ सकती है इसलिए अचानक से तापमान बदलने से बचें। अगर आपको पता है कि आपको कहीं रुकना है तो कुछ मिनट पहले ही गाड़ी का ऐसी बंद कर दें या तापमान घटा दें। गाड़ी में बहुत कम तापमान पर ऐसी चलाने की गलती न करें, आपकी तबीयत बिगड़ सकती है। इसके साथ ही जब जरूरत न हो खिड़की खोल दें, इससे ताजी हवा अंदर आएगी।
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3. गर्मियों में ड्राइव करने से आंख से जुड़ी समस्या (Driving in summers can cause eye problems)
सुबह या दोपहर में ड्राइव करते समय सूरज की रौशनी से भी कई लोगों को परेशानी होती है। दरअसल हमारी आंखें कोई चमकदार चीज या सूरज की रौशनी से चौंधिया जाती हैं और हमें धुंधला दिखने लगता है। कई बार इसी परेशानी के चलते एक्सीडेंट्स हो जाते हैं क्योंकि कुछ लोगों को आंखें चौंधियाने के साथ आंखों में जलन, खुजली या पानी आने लगता है जिससे ड्राइविंग मुश्किल हो जाती है। ड्राइवर्स सामने से आ रहे वाहन को देख नहीं पाते और गाड़ियां भिड़ जाती हैं। इससे बचने के लिए आप डॉक्टर से सलाह लेकर अपने लिए धूप का चश्मा बनवाएं और उसे पहनकर ड्राइव करें इससे आपकी आंखों में रौशनी नहीं चुभेगी। इसके साथ ही गाड़ी में मौजूद विंडशील्ड का इस्तेमाल करें।
4. गर्मियों में ड्राइव करने से स्किन एलर्जी-सनबर्न (Driving in summers can cause sunburn and skin allergies)
गर्मी में ड्राइव करने से त्वचा संबंधी रोग भी होते हैं जिनमें से कॉमन है सनबर्न और स्किन रैशेज। ये खतरा दो पहिया वाहन चालकों को ज्यादा होता है क्योंकि वो सीधे सूरज की रौशनी और प्रदूषण के बीच होते हैं, हालांकि ट्रक ड्राइवर्स को भी स्किन बर्न और रैशेज की समस्या हो सकती है क्योंकि गाड़ी के अंदर भी प्रदूषण और सूरज की रौशनी पहुंचती है। अगर आप इस आम समस्या पर ध्यान नहीं देंगे और आपकी त्वचा लगातार सूरज की रौशनी में एक्सपोज़ होती रहेगी जिससे स्किन कैंसर भी हो सकता है इसलिए दो पहिया वाहन चलाते समय हमेशा ग्लब्स पहनें। मुंह को स्कार्फ से ढककर रखें। बाहरी प्रदूषण से आपकी त्वचा पर कण चिपक जाते हैं इसलिए घर आकर हाथ, मुंह अच्छी तरह साफ करें।
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5. गर्मियों में ड्राइव करने से स्ट्रेस (Driving in summers can cause stress)
ऑस्ट्रेलिया में 2017 में हुए एक शोध में उन लोगों को शामिल किया गया जो ड्राइविंग में 2 घंटे से ज्यादा बिताते हैं और ये पाया गया है कि ऐसे लोगों में गाड़ी न चलाने वालों के मुकाबले ज्यादा स्ट्रेस था। ड्राइविंग आपके लिए गर्मियों के मौसम में एक चुनौती बन सकती है। बहुत से लोगों को तापमान बढ़ने के चलते स्ट्रेस होने लगता है और वो भी तब जब आपको भयंकर गर्मी के बीच प्रदूषण और ट्रैफिक का सामना करना पड़े। स्ट्रेस में इंसान सोचने-समझने की शक्ति खोने लगता है जो कि एक वाहन चालक के लिए अच्छी बात नहीं है इसलिए आप ड्राइव करते समय बीच-बीच में लंबी गहरी सांस लेते रहें। हर आधे घंटे में पानी को घूंट-घूंटकर करके पिएं।
गर्मियों में ड्राइव करते समय किन बातों का ध्यान रखें? (Keep these points in mind while driving in summers)
- 1. अपने साथ पानी जरूर रखें, समय-समय पर पानी पीते रहें।
- 2. त्वचा को धूप से बचाकर रखें, स्कार्फ पहनकर बाहर निकलें।
- 3. लंबी यात्रा के दौरान कुछ देर गाड़ी रोककर स्ट्रेचिंग करें, इससे हाथ-पैरों में ऐंठन नहीं होगी।
- 4. लंबी यात्रा के लिए अपने साथ एंटी-ऑक्सीडेंट्स रखें, जैसे ताजे फल जैसे संतरे, तरबूज और सब्जियां जैसे खीरा, ककड़ी।
- 5. अगर लंबे समय तक ड्राइव करना पड़ता है तो अपनी नींद जरूरी पूरी करें, इससे आपको घबराहट, सिर दर्द आदि समस्याएं नहीं होंगी।
गर्मियों में ड्राइव करना एक चुनौती है पर आपको अपनी सेहत को प्राथमिकता देते हुए कोई भी समस्या के लिए डॉक्टर और काउंसलर से सलाह लेनी चाहिए।
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